माघ माह का महत्व सभी जानते हैं। इस माघ माह को भगवान के काफी करीब माना जाता है। कहा जाता है कि यह माह काफी शुभ होता है और इस पूरे माह में शुभ कार्य भी काफी अच्छे माने जाते हैं। इस माह के बाद फाल्गुन आता है और होली की तैयारी शुरू हो जाती है। माघ अमावस्या के बाद माघ माह की पूर्णिमा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस दिन देवता भी पृथ्वी पर आते हैं ऐसा कहा जाता है। माघ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 16 नवंबर के दिन पड़ रही है।
इस दिन भी स्नान दान का महत्व
हिंधू धर्म में माघ पूर्णिमा का काफी महत्व है। इस दिन स्नान दान को श्रेष्ठ माना जाता है। कहा जाता है कि अगर इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान किया जाए और उसके बाद दान किया जाए तो यह काफी अच्छा होता है। हिंदू धर्म में ब्रह्मकालीन मुहूर्त में स्नान करना और उसके बाद दान करना काफी अच्छा माना जाता है। इस बार इस दिन कुछ खास योग भी बन रहे हैं। जिसका कुछ राशियों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा और शुभ संयोग भी काफी लाभ पहुंचाएगा।
क्या है संयोग और शुभ मुहूर्त
माघ माह में पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त का खास महत्व है। यह 16 फरवरी बुधवार के दिन पड़ रहा है। पूजा सुबह नौ बजकर 42 मिनट पर शुरू हो जाएगा। हालांकि यह मुहूर्त उसी दिन रात में 10 बजकर 55 मिनट पर होगा। पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करना और दान करना काफी अच्चा है इसलिए शुभ मुहूर्त का यान रखना बहुत आवश्यक है। कहा जाता है कि स्नान के साथ ही जल में अगर तिल को बहाएं तो अच्छा होता है। खास संयोग की बात करें तो बताया जा रहा है कि कर्क राशि में चंद्रमा और आश्लेषा नक्षत्र की युति बनने का संयोग है। इससे योग शोभन बन ररहा है। दोपहर में साढेÞ 12 बजे से दो बजे तक राहुकाल भी है तो ऐसे में यह शुभ कार्यों के लिए ठीक नहीं है।
GB Singh
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