नवरात्र 11 अप्रैल तक चलेंगे। इस दौरान हर दिन माता के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। नवरात्र के पांचवें दिन माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है। लेकिन पंचांग की मानें तो छह अप्रैल को नवरात्र के पांचवें दिन माता स्कंद के साथ ही लक्ष्मी की पूजा करना भी अच्छा होगा। इस बार माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष योग पड़ रहा है, इससे आर्थिक रूप से काफी फायदा होगा। आइए जानते हैं, माता की पूजा की विधि।
कैसे करें पूजा
चैत्र नवरात्र में शुक्ल पंचमी के दिन माता लक्ष्मी की पूजा का दिन बताया जा रहा है। इस दिन जो भी नवरात्र के नौ दिन व्रत कर रहा है वह माता लक्ष्मी के स्वरूप को भी मानेगा। कहा जा रहा है कि यह विशेष संयोग है और इसमें व्रत करने से माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। साथ ही घर में भी आपके किसी प्रकार की कोई आर्थिक समस्या नहीं होगी। लक्ष्मी पूजा के लिए आपको सुबह और शाम को माता को याद करना होगा। उनको अनाज, हल्दी और गुड़ अर्पित कर सकते हैं। यंत्र की पूजा जरूर करें। श्रीयंत्र को पूजने से आर्थिक लाभ होता है। इस दिन पीले वस्त्र पहनने से लाभ होगा।
नवरात्र में लक्ष्मी पूजा से मिलती है कृपा
नवरात्र में लक्ष्मी पूजा से माता प्रसन्न होती हैं। इस दौरान माता का बीज मंत्र भी उच्चारित करना चाहिए। यह ओम ह्मीं श्री लक्ष्मीभयो नम: का जाप करना चाहिए। इसके साथ ही महालक्ष्मी मंत्र भी पढ़ सकते हैं। ओम लक्ष्मी गायंत्री मंत्र का भी विशेष महत्व है। इस दिन पूजा के साथ ही दान भी जरूर करना चाहिए। दान में आप चाहें तो गाय को भोजन करा सकते हैं और ब्राह्मणों को दान दे सकते हैं। गाय को भोजन कराना सबसे पुण्य माना जाता है। लक्ष्मी पंचमी का दिन दान के लिए भी अच्छा माना जाता है।
GB Singh