महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों के लिए राहत की बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्य सरकारों से पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (VAT) कम करने का आग्रह किया है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र ने पिछले साल नवंबर में ईंधन पर उत्पाद शुल्क कम किया था और राज्यों से अपने करों को कम करने का भी अनुरोध किया था।
23 मार्च से बढ़नी शुरू हुई कीमत
23 मार्च के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है। कई जगहों पर पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर बिक रहा है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ रही है और लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है। PM मोदी की इस अपील के बाद उन राज्यों पर दबाव बढ़ा है जहां आम जनता को 100 रुपये या उससे ऊपर की कीमत में 1 लीटर पेट्रोल पर आधे से ज्यादा टैक्स भरना पड़ रहा है। इनमें देश के कई बड़े राज्य शामिल हैं।
इन राज्यों में पेट्रोल पर टैक्स (एक्साइज + VAT)
Maharashtra 52.5 रुपये लीटर
Andhra Pradesh 52.4 रुपये लीटर
Telangana 51.6 रुपये लीटर
Rajasthan 50.8 रुपये लीटर
Kerala 50.2 रुपये लीटर
Madhya Pradesh 50.6 रुपये लीटर
Bihar 50 रुपये लीटर
Tamil Nadu 48.6 रुपये लीटर
Jharkhand 47 रुपये लीटर
85 फीसद तेल आयात पर निर्भर
बता दें कि भारत अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए कच्चा तेल आयात पर 85 फीसदी निर्भर है। पेट्रोल का खुदरा मूल्य 3 अलग-अलग घटकों से बना होता है – आधार मूल्य (Base Price) जो अंतरराष्ट्रीय तेल की लागत है, केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Excise duty) और राज्य करों यानि VAT को दर्शाता है। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें इन उत्पादों पर Tax लगाती हैं।
दिल्ली में कैसे तय होती है पेट्रोल की कीमत
पेट्रोल बेस प्राइस – 56.32 रुपये लीटर
फ्राइट आदि- 0.20 रुपये लीटर
डीलर्स को बिना वैट और एक्साइज के तेल- 56.52 रुपये लीटर
अब एक्साइट ड्यूटी – 27.90 रुपये लीटर
डीलर कमिशन – 3.86 रुपये लीटर
VAT – 17.13 रुपये लीटर
कुल कीमत – 105.41 रुपये लीटर