क्रिकेट अनिश्ति पलों का खेल है, इसका उदाहरण समय-समय पर मिलता ही रहता है। वहीं एक खबर सामने आई है जिसे सुन कर कोई भी चौंक जाएगा। वो ये है कि एक पूरी टीम को अंतरराष्ट्रीय मैच में जीत मिली और पूरी टीम को ही मैन ऑफ द मैच दिया गया। क्रिकेट में बेहतरीन पारी का प्रदर्शन करने वाले एक खिलाडी को मैन आफ द मैच का खिताब मिलता है। हालांकि यहां तो पूरी 11 सदस्यों की टीम को ही खिताब दे दिया गया। आइए जानते हैं क्या है पूरा किस्सा। बता दें कि ऐसा इतिहास में 3 बार हो चुका है।
1. साल 1996
ऐसा सबसे पहले वेस्टइंडीज व न्यूजीलैंड के बीच साल 1996 में हुआ था। ये एकदिवसीय मुकाबला था जिसमें न्यूजीलैंड ने महज 4 रनों से वेस्टइंडीज को मात दी थी। इस मैच में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा पहली बार हुआ था कि पूरी टीम के 11 सदस्यों को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया हो। न्यूजीलैंड के क्रैग स्पीयरमैन ने टीम के लिए सबसे अधिक 41 बनाए थे और टीम का कुल स्कोर 158 पर पहुंचाया था। गेंदबाजी में हर खिलाड़ी ने एक न एक विकेट लिया ही था और वेस्टइंडीज की पूरी टीम को 154 रनों पर आलआउट कर दिया। इस तरह सभी 11 खिलाड़ियों को ये खिताब मिला था।
2. साल 1996
साल 1996 में इंग्लैंड व पाकिस्तान के बीच हुए एकदिवसीय मुकाबले में ऐसा दूसरी बार हुआ था। इंग्लैंड की टीम पहले बैटिंग करते हुए 246 रन बना डाली थी। बता दें कि दो गेंदे बची थी तभी पाकिस्तान ने 247 रन बना कर मैच अपने नाम कर लिया था। इस मैच में दूसरी बार पाकिस्तान के सभी खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच दिया गया था।
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3. साल 1999
ऐसा तीसरी बार साल 1999 में दक्षिण अफ्रीका व वेस्टइंडीज के बीच हुआ था। दक्षिण अफ्रीका ने एक टेस्ट मैच में विंडीज के खिलाफ 351 रन बना डाले थे। पहले दक्षिण अफ्रीका ने बैटिंग की और 313 रन बनाए। जवाब में विंडीज ने बैटिंग करते हुए 144 स्कोर बनाया। बाद में दक्षिण अफ्रीका ने खेलते हुए 5 विकेट पर 399 रन बान डाले। फिर विंडीज को बैटिंग के समय 217 रनों पर आउट कर दक्षिण अफ्रीका ने मैच जीत लिया था।
ऋषभ वर्मा