इन दिनों टोक्यो ओलंपिक के चर्चे जोरों पर हैं। ऐसे में कई ओलंपिक खिलाड़ियों के किस्से सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही कई ऐसे नए खिलाड़ियों की कहानी भी सोशल मीडिया के जरिए सभी तक पहुंच रही है जो पहली बार ओलंंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं। ऐसी ही एक खिलाड़ी हैं माना पटेल। माना पटेल ने कुछ वक्त पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। खास बात ये है कि माना जिस खेल को ओलंपिक में तिरंगे तले रीप्रजेंट करने जा रही हैं, उस खेल में आज से पहले किसी महिला ने ओलंपिक में क्वालीफाई नहीं किया है। इसलिए माना उस खेल में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय महिला भी बन गई हैं। तो चलिए जानते हैं इनके ओलंपिक क्वालीफाई करने की पूरी कहानी।
बैकस्ट्रोक स्विमिंग में क्वालीफाई करने वाली पहली महिला बनीं
भारत की ओर से बैकस्ट्रोक स्विमर के तौर पर माना पटेल इस साल टोक्यो ओलंपिक में देश को रीप्रजेंट करने वाली हैं। बता दें कि इस साल ओलंपिक 23 जुलाई से शुरु हो रहे हैं। खास बता ये है कि माना बैकस्ट्रोक स्विमिंग में ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इसके अलावा वे तीसरी भारतीय हैं जिन्होंने खेल की इस कैटेगरी में देश के लिए ओलंपिक में क्वालीफाई किया है।
खेल मंत्री ने भी बढ़ाया हौसला
भारत के खेल मंंत्री किरन रिजिजू ने माना को इस अनोखी उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर माना को बधाई देते हुए लिखा, ‘बैकस्ट्रोक स्विमर माना पटेल भारत की ओर से इस कैटेगरी में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इसके साथ ही वो इस कैटेगरी में क्वालीफाई करने वाली तीसरी भारतीय भी हैं। उन्हें टोक्यो ओलंंपिक 2020 में सेलेक्ट होने के लिए बधाई देता हूं।’
क्या है बैकस्ट्रोक व बैक क्राॅल तैराकी
बैकस्ट्रोक व बैक क्राॅल, तैराकी की चार शैलियों में से एक है। इस तैराकी में तैराक का सिर पानी के ऊपर होता है इसलिए वे अच्छे से सांस ले सकते हैं पर वे किस ओर जा रहे हैं इसका अंदाज लगा पाना मुश्किल होता है। बता दें कि तैराकी की इस शैली में तैराक पीछे की तरफ अपने शरीर को धकेलते हैं और पीछे की ओर बढ़ते जाते हैं।
इतनी बार जीत चुकी हैं गोल्ड मेडल
माना गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली हैं। वे महज 21 साल की ही हैं। उन्होंने 7 साल की उम्र से तैराकी करना शुरु कर दिया था। साल 2009 में एशियन ऐज ग्रुप चैंपियनशिप में माना ने 50 मीटर और 200 मीटर बैकस्ट्रोक कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं माना ने 60वें नेशनल स्कूल गेम में साल 2015 में बैकस्ट्रोक में राष्ट्रीय रिकाॅर्ड को तोड़ दिया था। इसके साथ ही 100 मीटर बैकस्ट्रोक में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था।
ऋषभ वर्मा