नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की शिकायतों के बीच रविवार को करीब 54 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, निगम चुनावों को लेकर चुनाव के बाद जारी किए गए सर्वेक्षणों में भाजपा को भारी बढ़त मिलती दिख रही है।
बता दें कि सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम साढ़े पांच बजे खत्म हुआ। मतगणना 26 अप्रैल को होगी। ऐसे में परिणाम आने में दो दिन से भी कम समय बचा है। वहीं, अरिवंद केजरीवाल नीत आप ने कई ईवीएम के गड़बड़ होने का आरोप लगाते हुए मतदान केंद्रों से मतदाताओं के लौटने का दावा किया है। हालांकि, सुबह आठ बजे मतदान धीमी गति से शुरू हुआ लेकिन धीरे धीरे मतदान ने रफ्तार पकड़ी। हालांकि, दोपहर में गर्मी बढ़ने पर इसकी गति थोड़ी मंद पड़ गई। कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा।
वहीं, पोल के सर्वे पर नजर डालें तो दिल्ली की नगर निगमों में एक बार फिर कमल खिलेगा। मतदान के बाद सामने आए विभिन्न एक्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का दावा किया गया है। इसके अनुसार, तीनों नगर निगमों के 272 में से 270 वार्डों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत के साथ 202 से 220 वार्डो में जीत का अनुमान है। यह दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत की हैटिक होगी।
मोदी लहर पर सवार भाजपा की एकतरफा जीत से आम आदमी पार्टी (आप) की उम्मीदों पर झाडू फिरती दिख रही है। वहीं, कांग्रेस का सूपड़ा भी साफ हो सकता है। दो साल पहले विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के साथ दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुई आप को एक्जिट पोल में महज 24 व कांग्रेस को 22 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
आप ने पहली बार नगर निगम चुनाव लड़ा है। एक्जिट पोल में इस बात का इशारा किया गया है कि दिल्ली विधानसभा में 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल करने वाली इस पार्टी की लोकप्रियता घटी है। इस वजह से एक्जिट पोल में निगम चुनाव में आप के वोट फीसद में काफी गिरावट होने का अनुमान लगाया गया है।
एबीपी न्यूज-सी वोटर के एक्जिट पोल में आप व कांग्रेस को 18-18 फीसद वोट मिलने का अनुमान है, वहीं भाजपा को नगर निगम चुनाव में 52 फीसद मतों के साथ 218 सीटें मिलने की संभावना है। 2012 में हुए पिछले नगर निगम चुनाव में भाजपा को 138 सीटें ही मिली थीं।
एक्सिस माई इंडिया द्वारा कराए गए एक्जिट पोल में भी भाजपा को एकतरफा जीत मिलने का दावा किया गया है। इसके मुताबिक भाजपा को 202 से 220 सीटें मिल सकती हैं, जबकि आप के सामने वजूद बचाने की लड़ाई है। कांग्रेस को 19-31 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पिछले चुनाव में उसे 77 सीटें मिली थीं।