भाजपा ने अपनी जीत के क्रम को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 270 सीटों के त्रिकोणीय मुकाबले में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। तीनों एमसीडी निकायों में उसने भारी बहुमत हासिल किया है। 270 सीटों में से भाजपा ने 181 सीटों पर फतह हासिल की। लेकिन आप और कांग्रेस के खाते में महज 45 और 26 सीटें गईं। पहली बार दिल्ली एमसीडी चुनाव लड़ने वाली ‘आप’ दूसरे स्थान पर रही, जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर खिसक गई। दो एमसीडी में कांग्रेस और आप को विपक्ष के लायक भी सीटें नहीं मिली। आइए जानते हैं तीनों एमसीडी के नतीजों की एक बानगी।
EDMC : 63 सीटों में से 49 पर भाजपा की जीत
पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) की 64 सीटों में से 63 के परिणाम आ गए हैं, जिसमें से 49 पर भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है। आप को महज 9 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। कांग्रेस को 3 सीटें और बसपा को 2 सीटें मिली हैं। यहां पर आप दूसरे और कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। गौरतलब है कि पार्टी के ज्यादातर बड़े नेता पूर्वी दिल्ली नगर निगम इलाके में रहते हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री भी इसी इलाके में रहते हैं और पार्टी का इसी इलाके में सबसे ज्यादा वर्चस्व रहा है। पार्टी को यहां की 64 सीटों में से तकरीबन दो-तिहाई सीटों पर कामयाबी मिली है।
SDMC : भाजपा को मिला दो तिहाई बहुमत
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की कुल 104 सीटों में से भाजपा को 72 सीटों पर जीत हासिल हुई है। आप को 15 और कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इनके अलावा चार सीटों पर निर्दलीय व एक-एक सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को जीत मिली है। भाजपा ने यहां बड़ी जीत दर्ज की है। आलम यह रहा कि आप और कांग्रेस को इतनी सीटें भी नहीं हासिल हुई कि वह विपक्ष की भूमिका में आ सके। यहां आप और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
NDMC : 103 सीटों में भाजपा ने 66 सीटों पर जीत दर्ज की
उत्तरी नगर निगम की 103 सीटों में भारतीय जनता पार्टी ने 66 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की है। 21 सीटों के साथ आम आदमी पार्टी दूसरे स्थान पर रही। कांग्रेस को यहां भी निराश होना पड़ा। उसे महज 13 सीटों पर संतोष करना पड़ा। सात सीटों पर अन्य उम्मीदवार जीतने में कामयाब रहे। मोदी लहर के चलते दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में भी भारतीय जनता पार्टी करीब दो तिहाई बहुमत लाने में कामयाब रही। कांग्रेस और आप के बीच कांटे की टक्कर रही। दोनों के बीच जीत का फासला भी कम रहा।
1.32 करोड़ मतदाताओं ने सुनाया फैसला
यहां पर बता दें कि इस चुनाव में दिल्ली के 1.32 करोड़ मतदाताओं में से 71,39,994 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। मतों की गिनती के लिए राज्य चुनाव आयोग ने कुल 35 मतगणना केंद्र बनाए थे। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के लिए 13 मतगणना केंद्र बनाए गए थे। दक्षिणी निगम के 104 वार्डों में 985 प्रत्याशी थे। एमसीडी चुनाव में सर्वाधिक मतदान दक्षिणी दिल्ली निगम में हुआ था। इस क्षेत्र में 2687685 मतदाताओं ने वोट डाले थे।