टोक्यो ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली एथलीट मीराबाई चानू को सालों बाद आखिरकार घर का खाना नसीब हो ही गया। बता दें कि बीते शनिवार को मीराबाई चानू ने 49 किलो वर्ग में वेटलिफ्टिंग की कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीत देश को गौरवान्वित किया है। तो चलिए जानते हैं कि मीराबाई चानू आखिर अपने घर से सालों से दूर क्यों रहीं।
मेडल जीतने के तुरंत बाद सबसे पहले आईं घर
टोक्यो ओलंंपिक में वेटलिफ्टिंग की कैटेगरी में भारत की मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीत कर देश का नाम रोशन किया है। चानू ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद सीधे इंडिया लौट कर अपने घर गईं। वहां पर उन्होंने परिवार के साथ मिल कर घर का खाना खाया। उनकी घर में खाना खाते हुए तस्वीर वायरल हो गई। बता दें कि उनके घर से दूर रहने के पीछे सबसे बड़ी वजह उनका खेल वेटलिफ्टिंग ही था। अपनी ट्रेनिंग के लिए वे घर से सालों तक दूर रहीं।
दो साल बाद मिलीं परिवार से
मीराबाई चानू घर का खाना न खा कर नाॅर्वे से आने वाला भोजन करती थीं। उसमें उनकी पूरी डाइट शामिल रही जिससे उन्हें भरपूर ताकत मिल सके और वे अपने वजन से दो–तीन गुना वजन उठा सकें। इसलिए उन्होंने घर व घर का खाना छोड़ रखा था। रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले दो साल से वे अपने घर नहीं गई थीं और इसलिए मेडल जीतने के तुरंत बाद वे अपने घर पहुंची और परिवार वालों से मिलीं।
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सालों बाद खाया घर का बना खाना
मीराबाई चानू ने अपने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की है जिसमें वे अपने घर पर खाना खाते हुए नजर आ रही हैं। मीराबाई की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। वहीं दो साल बाद उन्होंने घर का खाना खाया, कैप्शन में इस बात का भी चानू ने जिक्र किया है। मीराबाई चानू ने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, ‘ये मुस्कुराहट तभी चेहरे पर आ सकती है जब आप दो साल बाद घर का खाना खाएं।’ बता दें कि उनकी थाली में चावल व दाल रखे थे। वहीं दूसरी थाली में सब्जी दिखाई दे रही थी। एक अन्य तस्वीर में मीराबाई चानू डोमिनोज का पिज्जा खाते भी दिखीं।
ऋषभ वर्मा