लखनऊ: अगर आपके पास कोई फोन आता है और फोनकर्ता खुद को मोबाइल टावर कम्पनी का अधिकारी बताकर अपनी जमीन पर टावर लगवाने की बात करता है तो जरा होशियर रहियेगा। हो सकता है कि फोनकर्ता ठग हो और टावर लगवाने के नाम पर आपसे लाखों रुपये ठग ले गये और फिर आप कुछ न कर सकें। ऐसी ही घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मानकनगर इलाके में रहने वाले एक रेलवे कर्मचारी से उसके घर में मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर 5.32 लाख की ठगी की गयी। आरोपी जालसाज अब पीडि़त से टावर लगवाने के नाम पर 1.83 लाख रुपये की और मांग कर रहा है। ठगी का शिकार हुए रेलवे कर्मचारी ने मानकनगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
अमरोहा जनपद निवासी कृष्णपाल सिंह रेलवे में तैनात है। वह मौजूदा समय में अपने परिवार के साथ मानकनगर के मेहंदीखेड़ा इलाके में रहता है। कृष्णाल सिंह का कहना है कि मई माह में उसके पास महेन्द्र नाम के एक व्यक्ति का फोन आया। महेन्द्र ने खुद को एक मोबाइल कम्पनी का अधिकारी बताया और कृष्णपाल सिंह से उसके अमरोहा स्थित घर पर मोबाइल टावर लगवाने की बात कही।
महेन्द्र ने कृष्णपाल सिंह को बताया कि टावर लगाने के बदले में उसको एक बार में 25 लाख रुपये, प्रतिमाह 15 हजार रुपये किराये और मोबाइल कम्पनी में परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलेगी। महेन्द्र का यह आफर सुन कृष्णपाल सिंह टावर लगवाने के लिए राजी हो गया। इसके बाद महेन्द्र ने एक के बाद एक 17 मई से लेकर 28 मई के बीच कृष्णपाल सिंह से दो अलग-अलग बैंक खातों में 5.32 लाख रुपये जमा करा लिये।
इतनी बड़ी रकम जमा करने के बाद जब चंद रोज पहले कृष्णपाल सिंह ने महेन्द्र को फोन किया तो उसने बताया कि उसकी जमीन पर टावर लगने का प्रोजेक्ट कैंसिल हो गया है। यह बात सुन कृष्णपाल सिंह के पैरों तले जमीन खिसक गयी। उन्होंने महेन्द्र से अपने रुपये वापस मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगा।
पीडि़त ने बताया कि शनिवार को महेन्द्र सिंह ने फिर उसके पास फोन किया और अब टावर के नाम पर उससे 1.83 लाख रुपये की और मांग की। रेलवे कर्मचारी कृष्णपाल सिंह को महेन्द्र की नियत पर कुछ शक हुआ।
उसने इस बारे में अपने जानने वालो लोगों से बातचीत की तो उसको पता चला कि उसके साथ ठगी की गयी है। ठगी की बात पता चलते ही कृष्णपाल सिंह शिकयत लेकर मानकनगर पुलिस के पास पहुंचा। मानकनगर पुलिस ने कृष्णपाल सिंह की शिकायत पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और सर्विलांस व बैंक खातों की मदद से जालसाज के बारे मेें पता लगा रही है।