नई दिल्ली: विपक्षी दलों द्वारा जीएसटी दर में वृद्धि, अग्निपथ योजना और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग जारी रखने की संभावनाओं के बीच सरकार को आज 19 जुलाई को राज्यसभा में सामूहिक विनाश के हथियार और उनकी वितरण प्रणाली (गैरकानूनी गतिविधियों का निषेध) संशोधन विधेयक, 2022′ पेश किए जाने की उम्मीद है।
सोमवार को विपक्ष द्वारा अग्निपथ योजना और जीएसटी दर में वृद्धि सहित कई मुद्दों पर बहस का आह्वान करने के विरोध के कारण उच्च सदन में अराजकता फैल गई।
विपक्ष के सदस्यों ने नोटिस प्रस्तुत कर कामकाज स्थगित करने की मांग की, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया। सभापति एम वेंकैया नायडू ने सभापति के रूप में अपने अंतिम सत्र की अध्यक्षता कर रहे सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
सरकार चर्चा और अनुमोदन के लिए बड़े पैमाने पर विनाश कानून के हथियारों को मेज पर रखने के लिए तैयार है, सूची व्यवसाय के अनुसार।
केन् द्रीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर सामूहिक विनाश के वर्तमान हथियार और उनकी सुपुर्दगी प्रणाली (गैरकानूनी गतिविधियों का प्रतिषेध) अधिनियम, 2005 में बदलाव लाने के लिए विधेयक का अध् ययन करने और उसे अपनाने का प्रस् ताव देंगे।
डीम्ड/प्राइवेट विश्वविद्यालयों/अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षा मानकों, प्रत्यायन प्रक्रिया, अनुसंधान, परीक्षा सुधारों और अकादमिक वातावरण की समीक्षा पर विभाग संबंधित शिक्षा, महिला, बच्चे, युवा और खेल संबंधी संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट भुवनेश्वर कलिता और एम थंबीदुरई द्वारा दिए जाने की सबसे अधिक संभावना है।
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, डॉ भारती प्रवीण पवार और डॉ भागवत कराड मेज पर कागज रखेंगे ।