हिंदू धर्म में हर माह अमावस्या और पूर्णिमा के अलावा एकादशी का काफी महत्व है। इस दिन व्रत करने के साथ ही महिलाएं कई वर्जित चीजों से दूर रहती हैं। एकादशी का व्रत काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन इस बार मोक्षदा एकादशी पड़ रही है। यह एकादशी काफी अच्छी मानी जाती है। इस व्रत के करने से मोक्ष प्राप्त करने के लिए लोग प्रार्थना करते हैं। यह व्रत अगहन की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन रखते हैं। आइए जानते हैं व्रत से जुड़ी खास बातें और पूजा विधि।
कट जाते हैं पाप
मोक्षदा एकादशी का व्रत महिलाएं काफी रखती हैं। यह भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है और उनसे प्रार्थना की जाती है कि मृत्यु लोक यानी पृथ्वी से उनको भी मोक्ष मिले और आशीर्वाद भगवान बनाए रखें। व्रत इस बार 14 दिसंबर को मंगलवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन लोग 11वें अध्याय का पाठ गीता से करते हैं। इससे लोगों के पाप कट जाते हैं।
कैसे रखें व्रत
मोक्षदा एकादशी का व्रत करने के लिए नियम का पालन करना जरूरी है और उन्हें जानना भी। इसलिए व्रत के दिन से एक दिन पहले ही यानी दशमी के दिन ही लोगों को भोजन करना चाहिए लेकिन सिर्फ एक बार। इसके अलावा कुछ भी नहीं खाना चाहिए। व्रत 13 दिसंबर को रात में साढ़े 9 बजे से शुरू होकर 14 दिसंबर को रात में साढ़े 11 बजे तक रहेगा। उदया तिथि के कारण यह 14 को रखा जाएगा। पारण 15 दिसंबर को सुबह सात से 9 बजे के बीच कर सकते हैं। एकादशी के दिन सुबह उठकर नहाना चाहिए और उसके बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए। भगवान को धूप, दीपक और प्रसाद अर्पण करना चाहिए। आप भगवान कृष्ण की पूजा कर रात में भजन भी कर सकते हैं। भगवान की पूजा में तुलसी पत्र जरूर चढ़ाना चाहिए। यह भगवान विष्णु को प्रिय है। आप चाहें तो अगले दिन गरीबों को भोजन भी करा सकते हैं या फिर कुछ दान में दे सकते हैं।
GB Singh