मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत नाजुक हो गई है। लखनऊ के मूल निवासी लालजी टंडन का इलाज लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में चल रहा है। सांस लेने में तकलीफ होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा तथा बसपा की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे लालजी टंडन ने लखनऊ से सांसद के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत संभाली थी। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत नाजुक है। उन्हेंं लखनऊ के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है।
राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को पेशाब में दिक्कत के साथ बुखार होने पर परिवार के लोगों ने मेदांता हॉस्पिटल, शहीद पथ में भर्ती कराया था। यहां पर शुरुआती पड़ताल में डॉक्टरों को पेशाब में संक्रमण का पता चलने पर इलाज शुरू कर दिया। उन्हेंं बुखार और पेशाब की परेशानी में काफी सुधार है। बुखार की वजह से उनकी कोरोना जांच भी हुई। यह रिपोर्ट नेगिटिव आई।
इसके बाद राज्यपाल के लीवर में दिक्कत पाए जाने पर सीटी गाइडेड प्रोसीजर किया गया। प्रोसीजर के उपरांत पेट में रक्त का स्राव बढ़ गया, जिसके चलते उनका इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद उनको आईसीयू में रखा गया है। इसके बाद आज सोमवार को राज्यपाल लालजी टंडन की हालत सीरियस हो गई। उन्हेंं वेंटिलेटर पर रखा गया है।
इससे पहले रविवार को शाम को मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को लिवर संबंधी परेशानी होने पर उनकी इमरजेंसी सर्जरी की गई। चिकित्सकों के अनुसार, पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर ही टंडन को डिस्चार्ज किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टंडन से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ लालजी टंडन के पुत्र नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ थे।
इस दौरान हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि लालजी टंडन को 11 जून की सुबह सांस की दिक्कत, यूरिन में परेशानी और बुखार होने पर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उनकी अन्य जांचें की गईं, जिसमें लिवर संबंधी समस्या पाई गई। डॉ. कपूर ने बताया कि लिवर में दिक्कत होने पर उनका सीटी गाइडेड प्रोसीजर किया गया। इसके उपरांत पेट में रक्त का स्राव बढऩे पर इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया।