मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में महिला पुलिस अधिकारी ने ऐसी सूझबूझ दिखाई कि बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जी दरअसल यहाँ ASP हितिका वासल की समझदारी के कारण युवती की आबरू और जान दोनों ही बच गई। इस पूरे मामले में ASP का कहना है घर में पिता के ज्यादा शराब पीने और बार-बार डांटने से परेशान युवती आत्महत्या करने के इरादे से घर से निकली थी। आधी रात को उसे सुनसान इलाके में अकेले देखकर सड़क पर कुछ लड़के उसके पीछे पड़ गए। इसी बीच पुलिस अधिकारियों ने युवती की काउंसलिंग की और परिवार वालों को बुलाकर उसे सौंप दिया गया।
क्या है पूरा मामला- यह पूरा मामला ग्वालियर जिले के पड़ाव थाना क्षेत्र का है। यहाँ बीते रविवार रात लगभग 1 बजे ASP हितिका वासल पुलिस चेकिंग करने निकली थीं। इसी बीच जब वह नदी गेट इलाके में पहुंची ही थीं, तो यहाँ उन्हें एक 20 से 22 साल की युवती बदहवास हालत में मिली। उस दौरान करीब 4 से 5 युवक उसका पीछा कर रहे थे। यह देखकर पुलिस अधिकारी ने गाड़ी रुकवाई और युवती से पूछताछ की, लेकिन वह कुछ बोल नहीं रही थी। इस दौरान पुलिस की गाड़ी रुकते देख पीछा कर रहे युवक मौके से भाग निकले।
इन सभी के बीच महिला पुलिस अधिकारी ने युवती को गाड़ी में बिठाकर समझाया और उसके बाद युवती ने महिला पुलिस अधिकारी से अपने घर की परेशानी के कारण घर छोड़ना और आत्महत्या करने की इच्छा से घर बाहर निकलने की बात बताई। यह सब जानने के बाद उन्होंने तत्काल ही युवती की काउंसलिग की। पुलिस अधिकारियों का कहना है युवती पड़ाव के लक्ष्मणपुरा इलाके की रहने वाली है और युवती का पिता अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था। इसी से वह डिप्रेशन में आ गई थी। अब पुलिस ने पीड़ित युवती के परिवार वालों को थाने में बुलाकर समझाया, जिसके बाद युवती को परिवार वालों के सौंप दिया गया है।