किसानों की आत्महत्या के सवाल पर मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री बालकृष्ण पाटीदार का अजीबो-गरीब बयान सामने आया है। उन्हें किसानों की आत्महत्या कोई समस्या नहीं लगती क्योंकि उनके अनुसार सिर्फ किसान नहीं व्यापारी, पुलिस कमिश्नर तक आत्महत्या करते रहते हैं और यह पूरे विश्व की समस्या है। शुक्रवार को दमोह के कर्ज में डूबे एक किसान ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। जब इस बारे में कृषि राज्य मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने इसका यही जवाब दिया।
मंत्री ने कहा- आत्महत्या कौन नहीं करता? व्यापारी करता है, पुलिस कमिश्नर भी करता है। यह पूरी दुनिया की समस्या है। आत्महत्या का कारण केवल उसे पता है जो आत्महत्या कर रहा है। हम लोग सिर्फ अंदाजा लगाते हैं। बता दें कि पूरे भारत में किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामले में मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर आता है। प्रदेश में इस साल चुनाव होने वाले हैं ऐसे में यह आकंड़ा जहां शिवराज सरकार की चिंता का कारण बना हुआ है वहीं मंत्री का बयान उसकी परेशानी और बढ़ सकता है।
किसानों के संगठनों ने मंत्री के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इस असंवेदनशील करार दिया है। दमोह के जिस किसान की आत्महत्या पर पाटीदार ने बयान दिया है उसका नाम लक्ष्मण काछी है। 45 साल के किसान ने सल्फास खाकर जान देने की कोशिश की थी। उसके परिवार का कहना है कि कड़े सूद पर उसने एक साहूकार से 50 हजार रुपए उधार लिए थे। पिछले साल खरीफ की फसल बर्बाद हो जाने की वजह से वह टूट गया था। सूखे की वजह से वह इस साल रबी की फसल भी नहीं बो पाया था।
लक्ष्मण के बेटे नारायण का कहना है कि मेरे पिता काफी तनाव में थे। हम साहूकार को अब तक 90 हजार रुपये दे चुके हैं, जबकि मूलधन सिर्फ 50 हजार रुपये ही था। साहूकार उनसे हर छह महीने में पैसों की किश्त लिया करता था। अब वह बकाया पैसे के लिए उनका उत्पीड़न कर रहा था। इस मामले में जांच अधिकारी केएस करोलिया ने बताया कि लक्ष्मण के जहर खा लेने के बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया था। यह साहूकार से पैसे लेने के बाद उत्पीड़न का मामला बताया जा रहा है। लेकिन चीजें जांच के बाद ही साफ होंगी।