लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआई 1090 चौराहे के पास गुब्बार बेचने वाले 10 साल के मासूम की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गयी। मासूम का अर्धनग्न शव 1090 चौराहे पर बने चबूतरे पर पड़ा मिला। उसके गले में उसकी बनियान बंधी थी और मुंह से झाग निकल रहा था। किशोर सोमवार की शाम से घर से लापता था। किशोर की मौत किस तरह से और कब हुई फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि हजरतगंज के बालू अड्डे पर नगर निगम ठेकेदार की महिला कर्मचारी बबली अपने परिवार के साथ रहती थी। बबली के पति दीपू की तीन साल पहले मौत हो चुकी थी। बताया जाता है कि बबली का मंझला बेटा 10 वर्षीय रीतिक 1090 चौराहे पर शाम के वक्त गुब्बारे बेचने का काम करता था।
रोज की तरह रीतिक अपने बड़े भाई आकाश व अन्य साथियों के साथ 1090 चौराहे पर गुब्बारा बेचने के लिए आया था। शाम करीब 7 बजे वह घर पहुंचा। उसी मां बबली काम पर गयी थी। इसके बाद रीतिक फिर घर से वापस 1090 चौराहे आ गया। इसके बाद मासूम रीतिक वहां से गायब हो गया। मंगलवार की सुबह जब रीतिक की मां बबली घर पहुंची तो मासूम रीतिक गायब मिला। बबली ने रीतिक को इधर-उधर तलाशना शुरू किया पर उसको कोई पता नहीं चल सका।
मोहल्ले की एक किशोरी ने शव मिलने की बात बतायी
मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे पुलिस कंट्रोल रूम को इस बात की सूचना मिली कि 1090 चौराहे के बीच में बने चौराहे के चबूतरे पर एक किशोर का अद्र्घनग्न शव पड़ा है। सूचना मिलते ही मौके पर हजरतगंज और गौतमपल्ली पुलिस भी पहुंच गयी। इस बीच बालू अड्डे की एक किशोरी भी वहां पहुंची। उसने रीतिक का शव देख और फिर रीतिक की मां को जाकर शव मिलने की बात बतायी। खबर मिलते ही रीतिक के परिवार के लोग और मोहल्ले वाले पहुंच गये। परिवार के लोगों ने शव की पहचान की।
गले पर बंधी थी बनियान, मुंह से निकल रहा था झाग
मासूम रीतिक का शव जहां पड़ा था, वहीं पास में एक बांस का छोटा से डंडा भी रखा था। रीतिक की दोनों पैर की चप्पलें चबूतरे पर बने छेद में फंसी थीं। रीतिक की बनियान उसके गले में बंधी थी और लोवर थोड़ा से खिसका हुआ था। उसका शरीर काला पड़ चुका था। पुलिस ने फौरन ही छानबीन के लिए मौके पर फारेंसिक टीम को बुला लिया। छानबीन के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुंह से निकला झाग ताज था
मौके पर पहुंची फारेंसिक के एक्सप्रट ने पुलिस को बताया कि रीतिक के मुंह से निकलने वाला झाग कुछ घंटे पहले का ही था। मुंह से निकले झाग में खून भी पाया गया था। झाग से ऐसा लग रहा था कि रीतिक की मौत कुछ घंटे पहले ही हुई है। फारेंसिक एक्सप्रट का कहना है कि अगर झाग कई घंटे पुराना होता तो खून पूरी तरह काला पड़ गया होता।
किसी ने कुछ भी नहीं देखा
1090 जैसे व्यस्त चौराहे के बीचो-बीच मासूम रीतिक की हत्या कर दी गयी और किसी को भनक तक नहीं लगी। मौके पर मौजूद इस बात को लेकर हैरान था कि चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद रहती है। ऐसे में कब और किस वक्त रीतिक की हत्या कर दी गयी?
घटना से नाराज लोगों ने सड़क जाम की कोशिश की
मासूम रीतिक की हत्या से इलाके के ही नहीं बल्कि राहगीर भी नाराज दिखे। हर कोई इस बात पर हैरात कर रहा था कि इतने छोटे बच्चे को किसने और क्यों मार दिया। वहीं घटना से नाराज परिवार और मोहल्ले के लोगों ने 1090 चौराहे पर सड़क जाम कर प्रदर्शन की भी कोशिश की। मौके पर मौजूद एसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र, सीओ हजरतगंज अभय कुमार और इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही ने किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरों पर टीकी पुलिस की नज़र
मासूम रीतिक की हत्या के मामले में हजरतगंज पुलिस 1090 चौराहे पर लगे मार्डन कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों से अहम सुराग मिलने की उम्मीद लगा रही है। रीतिक का शव जिस जगह पर मिला, उसी जगह पर कोई कैमरा तो नहीं है, पर घटनास्थल के करीब एक सड़क पर चार कैमरे लगे हैं। पुलिस अब उन कैमरों की मदद से कुछ न कुछ फुटेज मिलने की बात कह रही है।
घर न जाने पर साथी ने रीतिक को मारा था थप्पड़
मासूम रीतिक की हत्या के मामले में छानबीन के दौरान पुलिस को उसका साथी बालू अड्डा निवासी कन्हैया मिला। कन्हैया ने बताया कि रात को वह लोग 1090 चौराहे पर गुब्बार बेच रहे थे। उन लोगों के साथ रीतिक का बड़ा भाई आकाश भी था। इसके बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गये। घर पहुंचने के बाद रीतिक फिर वहां से 1090 चौराहे आ गया। इस पर आकाश और कन्हैया उसके पीछे-पीछे पहुंचे। आकाश ने कन्हैया से रीतिक का घर वापस लाने के लिए कहा। इस पर कन्हैया रीतिक को तलाशता हुआ 1090 चौराहे पहुंचा। उसने रीतिक से घर वापस चलने की बात कही तो वह घर जाने के लिए राजी नहीं हुआ। कन्हैया ने बताया कि इस बात पर उसको गुस्सा आ गया और उसने रीतिक का एक थप्पड़ मार दिया और उसके भाई आकाश को बताया। इसके बीच रीतिक वहां से भाग निकला। रीतिक के भागने के बाद आकाश और कन्हैया वापस घर आ गये।
रविवार को कन्हैया और रीतिक को एक युवक ने धमकाया था
रीतिक के साथ गुब्बार बेचने वाले कन्हैया ने बताया कि 1090 चौराहे पर एक द्विव्यांग कलाम नाम का युवक भी रोज आता है। वह भी वहां गुब्बारा बेचने का काम करता है। कन्हैया ने बताया कि कलाम अक्सर बच्चों को 1090 चौराहे पर गुब्बार न बेचने के लिए धमकाता रहता था। कन्हैया ने बताया कि रविवार को भी कलाम ने उसको व रीतिक को इसी बात के लिए धमकाया भी था। अब हजरतगंज पुलिस कलाम नाम के युवक के बारे में पता लगा रही है। कन्हैया ने पुलिस को बताया कि कलाम अक्सर सामान बेचने वालो बच्चों को इस तरह डरता-धमकाता रहता था।
अकेली कमाने वाली थी रीतिक की मां
मासूम रीतिक की मां बबली ने बताया कि उसके पति दीपू की तीन साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गयी थी। इसके बाद वह नगर निगम के ठेकेदार के अंडर में काम कर किसी तरह बच्चों को पेट पाल रही थी। बबली के तीन बेटे आकाश, रीतिक और संतोष को 1090 चौराहे पर गुब्बार बेचकर किसी तरह मां की मदद करते थे, जबकि घर पर बबली की बेटियां मानी और साक्षी रहती थीं। वह घर का सारा काम देखती थी। बेटे की हत्या के बाद बबली रो-रो लोगों से यही सवाल कर रही थी कि उसके मासूम बेटे की आखिरी गलती क्या था। उन लोगों की किसी तो कोई रंजिश भी नहीं थी। किसी तरह रोज मेहनत कर मां और बच्चे घर चला रहे थे। बबली के इन सवालों को सुन लोगों की आंखे भी नम हो गयी और लोगों ने इस घटना को लेकर आक्रोश भी देखने को मिला।
पूरे दिन भाई को तलाशता रहा आकाश
मौके पर मौजूद आकाश को जब इस बात का पता चला कि उसके छोटे भाई रीतिक का शव 1090 चौराहे पर मिला तो वह दौड़ता हुआ मौके पर पहुंच गया। भाई की मौत की खबर जब लोगों ने उसको बतायी तो कुछ देर के लिए वह सन्न रह गया, पर कुछ देर के बाद वह फूट-फूटकर रोने लगा। उसने बताया कि मंगलवार की सुबह वह रीतिक का बालू अड्डू, 1090 चौराहे और जियामऊ तक साइकिल से इधर-उधर तलाश रहा था। आकाश के रीतिका का साथी कन्हैया भी उसके साथ ही रीतिक को तलाश रहा था।