लखनऊ: पति-पत्नी के बीच शक का बीज रिश्तों में ही दरार नहीं डालता है, बल्कि पूरा जीवन ही खराब कर देता है। शक जैसे बीमारी के चलते गाजीपुर के इन्दिरानगर इलाके में रहने वाले एक पति ने शुक्रवार की दोपहर पत्नी की लोहे के राड से पीट-पीट कर हत्या कर डाली। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर दिया है।
एसपी टीजी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि फैजाबाद जनपद निवासी बद्री नारायण तीन साल से इन्दिरानगर के सेक्टर सी इलाके में एक मकान किराये पर लेकर अपने परिवार के साथ रहता है। बद्री सोलर लाइट लगाने का काम करता है। उसकी शादी वर्ष 2003 में फैजाबाद जनपद निवासी मंजू से हुई थी।
दोनों के दो बच्चे 10 वर्षीय अनुभव और 8 वर्षीय अद्भुत हैं। दोनों ही बच्चे आरएलबी में कक्षा चार और तीन के छात्र हैं। बताया जाता है कि रोज की तरह शुक्रवार को भी दोनों बच्चे स्कूल गये थे। घर पर बद्री की पत्नी मंजू और बद्री की बहन पूनम मौजूद थीं। दोपहर को दोनों महिलाएं घर के बाहर बैठकर धूप ले रही थी।
इस बीच बद्री घर पहुंचा और मंजू को घर के अंदर बुलाकर ले गया और दरवाजा बंद कर दिया। लोगों ने जब बद्री के घर से जोर-जोर से चीखने और पुकारने की आवाज सुनाई दी। पड़ोसियों ने फौरन इस बात की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही डायल 100 की गाड़ी बद्री के घर पहुंच गयी।
पुलिस जब घर के अंदर पहुंची तो देखा कि बद्री की पत्नी खून से लथपथ पड़ी है। उसके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। आनन-फानन में पुलिस वाले घायल मंजू को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल में डाक्टरों ने मंजू को देखते ही मृत घोषित कर दिया। उस वक्त देखने से ऐसा लग रहा था कि मंजू की सिर लड़ा कर चोट पहुंचाई गयी थी। सूचना मिलते ही गाजीपुर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गयी। पुलिस ने मंजू के पति बद्री नारायण को हिरासत में ले लिया और सूचना मंजू के मायके वालों को दी।
खुद भी पत्नी के साथ अस्पताल पहुंचा था बद्री
गाजीपुर पुलिस ने बताया कि जिस वक्त डायल 100 की गाड़ी बद्री के घर पहुंची उस वक्त बद्री घर के अंदर ही मौजूद था। पुलिस ने पूछताछ में अधिक समय न बीताते हुए घायल मंजू को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाना जरूरी समझा। इस दौरान आरोपी बद्री भी पुलिस वालों के साथ राम मनोहर लोहिया अस्पताल गया। अस्पताल में जब डाक्टरों ने मंजू को मृत घोषित कर दिया तो पुलिस वालों ने बद्री को पकड़ लिया।
घटनाक्रम को लेकर गुमराह करता रहा आरोपी
एसपी टीजी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपी बद्री से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पहले उसने बताया कि उसने पत्नी का सिर फर्श पर लड़ा कर उसको मौत के घाट उतारा है। इसके बाद जब पुलिस बद्री को उसके घर लेकर पहुंची तो फर्श पर खून के निशान नहीं मिले। शक होने पर पुलिस ने बद्री से कड़ाई से पूछताछ की तब जाकर उसने बताया कि उसने पत्नी के सिर पर लोहे की राड से ताबड़तोड़ वार किया था। घटना के बाद आरोपी ने राड को घर में ही छुपा दिया था। पुलिस ने आरोपी बद्री की निशानदेही पर घर से ही हत्या में प्रयुक्त राड बरामद किया। एसपी टीजी ने बताया कि बद्री से की गयी पूछताछ में उसने सिर्फ इतना बताया है कि वह अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था।
स्कूल से लौटे बच्चे तो मां की मौत का पता चला
रोज की तरह बद्री नारायण के दोनों बेटे हंसी-खुशी स्कूल गये थे। मां मंजू ने दोनों बेटों को तैयार किया था और उनको टीफिन भी दिया था। दोपहर के बाद जब दोनों बच्चे घर लौटे तो घर के बाहर लगी भीड़ देख दंग रह गये। कुछ पल के लिए दोनों को कुछ समझ में नहीं आया। घर पर न तो मां थी और न ही पिता थे बस बद्री की बहन पूनम मौजूद थी। पूनम,पुलिस और पड़ोसियों ने दोनों बच्चों को किसी तरह उनकी मां की मौत की खबर दी। मां की मौत की खबर सुनते ही दोनों बच्चे बिलख-बिलख कर रोने लगे। पड़ोसियों ने किसी तरह दोनों बच्चों को संभाला। दोनों बच्चोंं और मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि बद्री नारायण अक्सर पत्नी से झगड़त रहता था और मंजू व बच्चों के साथ मारपीट भी करता था।