निवेश के लिए लोग शेयर बाजार की ओर रुख कर रहे हैं, लेकिन सीधे तौर पर नहीं बल्कि सुुरक्षित जरिया अपनाते हुए। बाजार की थोड़ी समझ रखने वाले या यूं कहें कि बाजार में अपनी आमद दर्ज कराने के लिए लोग म्युचुअल फंड को सही मान रहे हैं और उसके माध्यम से निवेश कर रहे हैं। म्युचुअल फंड की लोकप्रियता भी पिछले कुछ सालों से लगातार बढ़ रही है। मार्च में तो काफी बढ़त दर्ज की गई है इसमें प्रवेश करने वालों की। आइए जानते हैं पूरी रिपोर्ट।

एसोसिएशन के आंकड़ों से पुष्टि
अभी बाजार में हलचल है और स्थिति सामान्य नहीं है। क्योंकि एक तरफ रूस-यूक्रेन में युद्ध चल रहा है। वहीं, दूसरी ओर पड़ोसी देश श्रीलंका और पाकिस्तान में भी सत्ता का हिसाब-किताब गड़बड़ाया हुआ है। ऐसे में लोग निवेश के लिए सीधे तौर पर शेयर बाजार न जाकर सुरक्षित तरीका अपना रहे हैं। लोग म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। यह जानकारी उद्योग संगठन एसोसिएशन आफ म्युचुअल फंड इन इंडिया की ओर से जारी की गई है। उनके मुताबिक, एमएफ में फरवरी में 19 हजार 705 करोड़ रुपए लगे थे और जनवरी में यह आंकड़ा बेहद कम था जो 14 हाजर 888 करोड़ पर था।
क्यों बढ़ रहा है निवेश
जब रूस और यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ तो बाजार में काफी गिरावट देखी गई। इसके अलावा कच्चे तेलों की मांग बढ़ी व इसके दाम भी काफी बढ़ गए। लेकिन लोगों ने म्युचुअल फंड में अपना निवेश जारी रखा है। मार्च में एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान में भी 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा योगदान दिया गया है। यह फरवरी के मुकाबले आठ फीसद अधिक है। मल्टी कैप फंड में सबसे अधिक पैसा इस दौरान आया है। इसके अलावा डेट फंड के लिए निकासी अधिक देखी गई है। शेयर बाजार में निवेश यानी इक्विटी में भी पैसे का योगदान बढ़ा है। कोरोनाकाल के दौरान काफी पैसा निकलते हुए देखा जा रहा था।
GB Singh
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