लखनऊ: यूपी में योगी की सरकार आने के बाद कई जगहों के नाम बदलने का काम किया गया। इसको लेकर राजनीति भी हुई। सत्ता पक्ष में मौजूद लोगों ने इस सही बताया तो विपक्षियों ने इस कदम पर सवाल उठाये। इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का अयोध्या करने के बाद अब सुल्तानपुर के नाम बदलने की चर्चा जोरों पर है।
सुल्तानपुर जिले के लंभुआ से बीजेपी विधायक देवमणि दुबे अब सुल्तानपुर का नाम बदलवाना चाहते हैं। उन्होंने विधानसभा में इसका मुद्दा उठाया वह लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि सुल्तानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर किया जाए इसके लिए वह अपने तर्क भी दे रहे हैं। बीजेपी विधायक का कहना है कि सुल्तानपुर को राम के पुत्र कुश ने बसाया था।
इसलिए प्राचीनकाल में इसे कुशभवनपुर, कुशपुर, कुशपुरा, कुशावती इत्यादि नामों से जाना जाता था। विधायक ने अपने एतिहासिक, साहित्यिक व पौराणिक साक्ष्यों को आधार बनाते हुए दावा किया है कि सुल्तानपुर का पुराना नाम कुशभवनपुर था। इसलिए प्राचीन नाम को बहाल किया जाना चाहिए।
इतना ही नही बीजेपी विधायक का ये भी कहना है कि 14वीं शताब्दी में खिलजी वंश के शासक जब यहां व्यापार करने आए तो स्थानीय शासकों से उनका युद्ध हुआ। इसमें खिलजी वंश के सुलतान विजयी हुए। इसीलिए अपने प्रभुत्व का एहसास हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज कराने के मकसद से उन्होंने कुशभवनपुर का नाम बदलकर सुलतानपुर कर दिया। सुल्तानपुर के नाम बदलने को लेकर चर्चा अब अगले सत्र में हो सकती है। हालांकि विपक्ष नाम बदलने की सियासत को लेकर सवाल उठा रहा है।