इस साल जुटाई 26 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि
बाजार में आइपीओ आने का मतलब है कि कंपनी अब पैसा जुटाना चाह रही है ताकि वो अपनी ग्रोथ को और बढ़ा सके और अच्छा निवेश करे। पिछले साल 22 आइपीओ के जरिए कंपनियों ने 26 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि इकट्ठा की। इनमें बार्बीक्यू नेशन, नजारा टेक्नोलॉजी, क्रॉफ्ट्समैन आटोमेशन, एमटीएआर टेक्नोलॉजी, मैक्रोटेक डवलपर्स, इजी ट्रिप प्लानर्स, स्टोव क्रॉफ्ट और इंडिगो पेंट शामिल है। इन कंपनियों से निवेशकों ने भी खूब कमाया। इनका परफारमेंस थोड़े डगमगाने के बाद ठीक ही रहा। अगर जून की बात करें तो इस दौरान कृष्णा इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस, श्याम मेटेलिक, इंडिया पेस्टिसाइड, सोमा कमस्टार और डूडला डेयरी के आइपीओ आए। इनसे नौ हजार 625 करोड़ रुपए एकत्र किकए गए। इस साल अभी तक आए आइपीओ ने अपने आमंत्रण मूल्य यानी आॅफ प्राइस से ज्यादा 50 से 113 फीसद रिटर्न दिया है जो वाकई चौंकाने वाला है।
अब इनका इंतजार
यहां साल की पहली तिमाही और छमाही के दौरान बाजार काफी अच्छा रहा। विशेषज्ञ भी इसके हरा रहने की उम्मीद ही कर रहे हैं। अभी जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट, क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, श्रीराम प्रोपर्टी, पारस डिफेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी, ग्लेनमार्क लाइफ साइंस, उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक, रोलेक्स रिंग, अरोहन फाइनेंसिशल सर्वि, और सेवन आइसलैंड शिपिंग अपने आइपीओ ला रही है। इसके अलावा सनसेरा इंजीनियरिंग, जोमैटो, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर, देवयानी इंटरनेशनल, कारटेÑड टेक, पन्ना सीमेंट, फिनकेयर स्माल फाइनेंस बैंक, नूवोको विस्तास कोरपोरेशन, पॉलिसीबाजार, पेटीएम, लावा मोबाइल, आदित्य बिरला सन लाइफ, बजाज एनर्जी और समही होटल के आइपीओ का खास इंतजार है।