क्रिप्टो करेंसी का जिस तरह के चलन बढ़ रहा है उसे देखते हुए निवेशकों में जोखिम बढ़ने की गुंजाइश भी बढड़ती जा रही है। पिछले कई समय से यह खबर आ रही है कि क्रिप्टो करेंसी में नुकसान की वजह से लोगों ने अपने आप को तकलीफ पहुंचाई है। वहीं, कहीं-कहीं से काफी पीड़ादायक खबर भी आई है। उधर, रूस और यूक्रेन में छिड़ी जंग की वजह से भी मामला पेचीदा होता जा रहा है। क्रिप्टो करेंसी को लेकर अब कुछ नए निर्देश जारी किए गए हैं। यह निर्देश उसके विज्ञापन को लेकर है। निर्देश एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल आफ इंडिया (एएससीआई) ने जारी किए हैं। आइए जानते हैं।
क्या है निवेशकों के लिए निर्देश
एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल आॅफ इंडिया (एएससीआई) की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक नए निर्देश एक अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे। क्रिप्टो करेंसी के मामले में विज्ञापन देने वालों को ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। क्रिप्टो उत्पाद और टोकन के लिए जानकारी देनी होगी और जोखिम के बारे में बताना होगा। डिस्क्लेमर भी जरूरी होगा। यह बताना होगा कि रेगुलेटर की जिम्मेदारी इस जोखिम भरे लेन-देन में नहीं होगा।
कितना जोखिम भरा है क्रिप्टो में निवेश
क्रिप्टो करेंसी आज के जमाने में एक ऐसा आभासी संपत्ति है जिसमें लोग नान फिजिबल टोकन के रूप में जानते हैं। अब इस आभासी डिजिटल संपत्ति के विज्ञापन को देते हुए डिस्क्लेमर लिखना जरूरी है। यही नहीं, जो विज्ञापन अभी क्रिप्टो करेंसी के चल रहे हैं या फिर प्रकाशित हो रहे हैं उनको अब 15 अप्रैल के बाद जारी नहीं किया जाना चाहिएि। जो नए विज्ञापन 15 अप्रैल के बाद जारी होंगे वो नए गाइडलाइन के विज्ञापन ही मान्य होंगे। बाजार में क्रिप्टो करेंसी की लोकप्रियता को देखते हुए हितधारक, सरकार और वित्तीय नियमक से पूछताछ के बाद नई गाइडलाइन जारी की गई है। कुछ प्रमुख बातें जो जारी की गई हैं उनमें विज्ञापन के तहत यह बताना जरूरी है कि यह काफी जोखिम से भरा है लोगों को यह बताना आवश्यक है। किसी तरह के विज्ञापन में 20 फीसद जगह पर यह विज्ञापन का डिस्क्लेमर होना जरूरी है। यह पढ़ने योग्य होना चाहिए। इसमें अगर आवाज दी गई है तो यह तेज नहीं होनी चाहिए। इसमें सोशल मीडियो पोस्ट भी शामिल है।
GB Singh