लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेहतर चिकित्सा सेवा देने के लिए राज्य सरकार अब एक नय फार्मूले पर काम कर रही है। सरकार ने पिछड़े जिलों में काम करने के लिए डाक्टरों को डेढ़ गुना वेतन का आफर दिया है। लखनऊ में तैनाती के लिए जहां एमबीबीएस डॉक्टर को 50 हजार दिए जाएंगे तो श्रावस्ती में नियुक्ति 80 हजार रुपये मिलेगा।
इसी तरह विशेषज्ञ चिकित्सक को लखनऊ में तैनाती पर यदि 80 हजार रुपये मिलेगा लेकिन श्रावस्ती में उसे 1.20 लाख रुपये मिलेंगे। इसके लिए शासन ने प्रदेश के सभी जिलों को एए बीए सी व डी श्रेणी में बांट दिया है। डी श्रेणी के जिलों में तैनाती पर डॉक्टरों को सबसे अधिक वेतन मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में भी इसे मंजूरी मिल चुकी है। श्रेणी ए के जिलों में जहां सबसे कम वेतन वहीं बी, सी और डी श्रेणी के जनपदों में क्रमश बढ़ाकर वेतन दिया जाएगा।
श्रेणी ए के जनपदों में तैनाती पाने वाले एमबीबीएस चिकित्सक को 50 हजार रुपये, श्रेणी बी में 55 हजार, श्रेणी सी में 60 हजार, श्रेणी डी के जनपदों में 65 हजार रुपये दिया जाएगा। इसी तरह विशेष चिकित्सकों को ए श्रेणी में 80 हजार, बी में 90 हजार, सी में 1 लाख और श्रेणी डी में 1.20 लाख रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। तैनाती एक साल के लिए होगी।
ये हैं जिलों की श्रेणी
श्रेणी डी
सोनभद्र, हमीरपुर, महोबा, ललितपुर, चित्रकूट, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, चंदौली, महाराजगंज, कुशीनगर।
श्रेणी सी
एटा, कासगंज, कौशांबी, बदायूं, बहराइच, संतकबीरनगर, कन्नौज, लखीमपुर खीरी, गाजीपुर, मैनपुरी, संभल, अमरोहा, शामली, औरैया, जालौन, मिर्जापुर, बांदा, भदोही, अमेठी।
श्रेणी बी
फैजाबाद, हरदोई, मुजफ्फरनगर, बस्ती, आजमगढ़, जौनपुर, सुलतानपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, कानपुर देहात, फिरोजाबाद, हाथरस, मथुरा, बिजनौर, सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, झांसी, शाहजहांपुर, गोंडा, फर्रुखाबाद, रामपुर, इटावा, फतेहपुर, पीलीभीत।
श्रेणी ए
लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, अलीगढ़, गोरखपुर, बाराबंकी, सीतापुर, बरेली, रायबरेली, मुरादाबाद, उन्नाव।