कारोबार

25 हजार महीना कमाने वाले के PAN से 20 करोड़ का लेनदेन, हो जाएं सचेत

25 हजार महीना कमाने वाले के PAN से 20 करोड़ का लेनदेन, हो जाएं सचेत

आमतौर पर आपको अपने PAN की जानकारी कई जगहों पर देनी होती है. लेकिन अगर आपको अचानक पता चले कि आप तो कई कंपनियों में डायरेक्टर हैं और आपके इस परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) पर करोड़ों का लेनदेन हुआ है तो आपके पैरों तले तो जमीन ही खिसक जाएगी. इसलिए अपने पैन के इस्तेमाल …

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बाजार फिर रिकॉर्ड स्तर पर, सेंसेक्स 38450 और निफ्टी 11619 के पार खुला

बाजार फिर रिकॉर्ड स्तर पर, सेंसेक्स 38450 और निफ्टी 11619 के पार खुला

इस कारोबारी हफ्ते की शुरुआत घरेलू शेयर बाजार ने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचकर की है. वैश्व‍िक बाजार से मिले मजबूत संकेतों के बूते बाजार सोमवार को फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में कामयाब हुआ है. सोमवार को सेंसेक्स ने 204.70 अंकों की बढ़ोत्तरी के साथ कारोबार की शुरुआत की. इस बढ़त के साथ यह …

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डीजल लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड स्तर पर, पेट्रोल भी हुआ महंगा

डीजल लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड स्तर पर, पेट्रोल भी हुआ महंगा

एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस बार डीजल ने पहले रिकॉर्ड स्तर की ऊंचाई छुई है. सोमवार को लगातार दूसरे दिन डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं, पेट्रोल की कीमतों में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. …

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रिटेल की जंगः फ्यूचर ग्रुप खरीदने के लिए गूगल, अलीबाबा और अमेजन में होड़

दस दिन पहले ही देश के रिटेल दिग्गज फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटर किशोर बियानी ने अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 28,00 से 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला लिया. अब दुनिया के रिटेल दिग्गज जैसे गूगल, अमेजन, अलीबाबा और वॉलमार्ट के बीच इस हिस्सेदारी को हासिल करने की होड़ मच गई है. रिटेल की दुनिया …

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Share Market: शेयर बाजार में आया उछाल, शेयर बाजार में फेस्टिव सीजन जैसी शुरुआत!

मुम्बई: शेयर बाजार में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है। सोमवार को हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर खुले। वहीं रुपये में भी मजबूती देखने को मिली। निफ्टी 11,646.9 का नया उच्चतम स्तर बनाने में कामयाब हुआ जबकि सेंसेक्स 38,556.12 के नए ऊपरी स्तर तक …

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SUV Segment: आपभी जानिए भारतीयों की पंसद की कुछ एसयूवी गाडिय़ां!

मुम्बई: भारत जैसे देश में लोगों की पंसद अब एसयूवी गाडिय़ां होती जा रही हैं। लोगों को एसयूवी सेगमेंट काफी पसंद आ रहा है। चलिए तो फिर हम आपको कुछ टाप एसयूवी गाडिय़ों के बारे में बताते है जो भारतीयों का दिल जीत रही हैं। फुल साइज एसयूवी सेगमेंट में महिंद्रा …

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SBI के इन 6 खातों में नहीं होती मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत, जानिए इनके बारे में

सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को कुछ ऐसे खातों का भी विकल्प देता है जहां एवरेज मिनिमम बैलेंस (एएमबी) का नियम लागू नहीं होता। इन खातों को जीरो बैलेंस सेविंग्स एकाउंट्स कहा जाता है। एसबीआई के अनुसार इन खातों में ग्राहकों को कोई निश्चित मिनिमम एवरेज बैलेंस रखने की जरूरी नहीं होती है। हालांकि, एसबीआई की ओर से अन्य बचत खातों में एएमबी अनिवार्य है। जानिए एसबीआई का एवरेज मंथली बैलेंस (एएमबी) किन श्रेणियों पर लागू नहीं होता है। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई): प्रधानमंत्री जन धन योजना वित्तीय समावेशन की एक पहल है। इसका उद्देश्य अब तक बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली के दायरे में लाना है। इस योजना के तहत जीरो बैलेंस सुविधा वाले खाते खोले जाते हैं। जन-धन योजना की शुरुआत मोदी सरकार ने अगस्त, 2014 में की थी। इसके पहले चरण का अंत अगस्त, 2015 में हो गया था। इस दौरान सरकार का मुख्य मकसद लोगों के सामान्य बैंक खाते खुलवाना और उन्हें रुपये कार्ड से लैस करना था। पिछले चार सालों में प्रधानमंत्री जन-धन योजना के खाते में 80,674.82 करोड़ रुपये का आउटस्टैंडिंग बैलेंस है। SBI के इस खाते में नहीं है मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की झंझट, जान लें इससे जुड़ी 10 बातें यह भी पढ़ें नो फ्रिल्स एकाउंट: नवंबर 2005 में बैंकों को सलाह दी गई थी कि वो यूजर्स को नो फ्रिल अकाउंट या फिर निल या लो मिनिमम बैलेंस वाले खातों को उपलब्ध करवाएंगे। ये ऐसे खाते होते हैं जिनमें न्यूनतम बैलेंस रखने की अनिवार्यता नहीं होती है आप इसमें जीरो बैलेंस रखते हुए भी इसे चालू रख सकते हैं। नो फ्रिल अकाउंट को बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट भी कहा जाता है और इसमें सामान्य बैंकिंग सेवाएं सभी के लिए उपलब्ध करवाई जाती है। सैलरी पैकेज एकाउंट: एसबीआई ग्राहकों की जरूरतों के अनुरूप कई तरह के सैलरी एकाउंट की पेशकश करता है। एसबीआई का स्पेशल सैलरी एकाउंट विभिन्न सेक्टर्स जैसे कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार, रक्षा बल, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस बल, उद्योगपति/ संस्थान आदि के लिए उपलब्ध है। ये पैकेज जीरो बैलेंस के साथ खोले जा सकते हैं। जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट हैं खास, जानें SBI और स्मॉल फाइनेंस बैंक में कौन बेहतर यह भी पढ़ें बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट एकाउंट: बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट एकाउंट (बीएसबीडीए) केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से आम जनता के लिए शुरू की गई खास स्कीम है। इसका उदेश्य गरीबों तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के लिए देश में जितने नो फ्रिल खाते खोले गए हैं, उन्हें इस स्कीम के दायरे में लाना है। इसे जीरो बैलेंस एकाउंट भी कहा जाता है। इसमें बैंक ग्राहकों की सामान्य जरूरतों का मुफ्त एटीएम, मासिक स्टेटमेंट और चेक बुक के जरिए ध्यान रखता है। इस खाते की खासियत सेविंग्स, क्रेडिट एंड मनी ट्रांस्फर सुविधाएं और सरल केवाइसी नियमों के तहत एटीएम कम डेबिट कार्ड जैसी सुविधाएं हैं। इसके तहत जीरो बैलेंस के साथ खाता खोला और मेंटेन किया जा सकता है। बैंक के सेविंग अकाउंट पर कैसे होती है मंथली एवरेज बैलेंस की गणना, जानते हैं आप? यह भी पढ़ें पहला कदम और पहली उड़ान खाता: ये सेविंग एकाउंट खासतौर पर बच्चों के लिए बनाये गये हैं। यह उन्हें न सिर्फ बचत की अहमियत सिखाता है बल्कि उन्हें पैसों की ‘खरीदारी क्षमता’ का प्रयोग करने का अवसर भी देता है। इन खातों में ग्राहकों के लिए मिनिमम एवरेज बैलेंस मेंटेन करना अनिवार्य नहीं होता। सभी श्रेणियों के वेतनभोगी: एसबीआई की ओर से पेंशन खाते में मिनिमम बैंलेंस की सीमा निर्धारित नहीं की गई है। मसलन, इस खाते में मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता नहीं है।

सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ग्राहकों को कुछ ऐसे खातों का भी विकल्प देता है जहां एवरेज मिनिमम बैलेंस (एएमबी) का नियम लागू नहीं होता। इन खातों को जीरो बैलेंस सेविंग्स एकाउंट्स कहा जाता है। एसबीआई के अनुसार इन खातों में ग्राहकों को कोई …

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क्या है RuPay कार्ड? वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं

मास्टर कार्ड और वीजा कार्ड के एकाधिकार को समाप्त करने के लिए वर्ष 2012 में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने रुपे कार्ड (RuPay) लॉन्च किया था। यह कार्ड भी वीजा और मास्टर कार्ड की तरह ही काम करता है। रुपे कार्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड का भारतीय संस्करण है। रुपे कार्ड के फायदे? इस कार्ड के जरि‍ये लेनदेन जल्दी हो जाता है और लागत कम आती है। आपके लेने-देन की सभी जानकारी बस भारत तक ही सीमित रहती है। इसका इस्तेमाल एटीएम से कैश नि‍कालने के अलावा, पीओएस और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लेन-देन में भी कि‍या जा सकता है। इसका इस्तेमाल 1.45 लाख एटीएम, 8.75 लाख पीओएस टर्मिनलों और 10,000+ ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर किया जा सकता है। इसके अलावा, रुपे कार्डधारक को बिना किसी लागत के 1 लाख का एक्सीडेंटल बीमा कवरेज भी मिलता है। 15 तरह के रुपे कार्ड: जानिए क्यों डेबिट कार्ड से बेहतर है क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल यह भी पढ़ें रुपे कार्ड 15 तरह के कार्ड जारी करता है, जिसमें तीन क्रेडिट कार्ड, छह डेबिट कार्ड, एक ग्लोबल कार्ड, चार प्रीपेड कार्ड और एक कांटेक्टलेस कार्ड शामिल है। क्रेडिट और डेबिट कार्ड के अलावा रुपे कार्ड चार तरह के प्रीपेड कार्ड भी देता है। जिनमें गिफ्ट कार्ड, पेरोल कार्ड, स्टूडेंट कार्ड, वर्चुअल कार्ड हैं। रुपे ग्लोबल कार्ड भी देता है। इस कार्ड को आप पूरी दुनिया में कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं। रुपे कांटेक्टलेस कार्ड से आप ऑनलाइन और ऑफलाइन लेनदेन कर सकते हैं। रुपे पीएमजेडीवाई कार्ड: इस कार्ड के जरिए भारतीय नागरिक प्रधान मंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत सस्ती बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। पेरोल कार्ड: इस कार्ड से कर्मचारियों का वेतन भुगतान किया जाता है। इन 5 तरीकों से करेंगे अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तो बचा सकते हैं काफी पैसा यह भी पढ़ें रुपे मुद्रा डेबिट कार्ड: इस कार्ड से मुद्रा लोन के लाभार्थी सरकार की प्रधान मंत्री मुद्रा योजना का फायदा लेते हैं। रुपे किसान कार्ड: यह किसानों की खेती और गैर-कृषि गतिविधियों दोनों के लिए क्रेडिट जरूरतों को पूरा करता है। ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखना और उसका इस्तेमाल है आपके लिए खतरनाक, जानिए क्यों? यह भी पढ़ें छात्र कार्ड: इस कार्ड को विशेष रूप से छात्रों के लिए बनाया गया है। वर्चुअल कार्ड: इस कार्ड से अन्य वर्चुअल कार्ड की तरह अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है। SBI के एटीएम कार्ड पर मिलती हैं ये 5 सेवाएं, जानते हैं आप? यह भी पढ़ें रुपे कार्ड के लिए कैसे करें आवेदन? आवेदन करने के लिए रुपे वेबसाइट पर जाएं और आवेदन फॉर्म में अपना पर्सनल डिटेल डालें। आप किस तरह का रुपे कार्ड चाहते हैं और किस बैंक से चाहते हैं इसका चुनाव करें। हालांकि, इसके लिए आपके पास उस बैंक में एक बचत खाता होना चाहिए। फिर 'सबमिट करें' पर क्लिक करें, इसके बाद आपने रुपे कार्ड के लिए आवेदन कर दिया है। रुपे कार्ड मास्टरकार्ड और वीजा कार्ड से कैसे है अलग? प्रोसेसिंग शुल्क कम होने से लेन-देन में रुपे कार्ड का उपयोग मास्टरकार्ड / वीजा कार्ड से 23% सस्ता है। लेकिन, इसे मास्टरकार्ड / वीजा कार्ड की तरह हर जगह इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।

मास्टर कार्ड और वीजा कार्ड के एकाधिकार को समाप्त करने के लिए वर्ष 2012 में भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने रुपे कार्ड (RuPay) लॉन्च किया था। यह कार्ड भी वीजा और मास्टर कार्ड की तरह ही काम करता है। रुपे कार्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड का भारतीय संस्करण है।  रुपे कार्ड …

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कम खर्चे के साथ घूमने-फिरने के हैं शौकीन तो अपनाएं ये 5 ट्रिक्स

अलग-अलग जगह पर सैर करना हर किसी का सपना होता है। लेकिन, घूमने के लिए काफी पैसों की जरूरत होती है। कई बार ज्यादा बजट होने की वजह से लोग घूमने का प्लान टाल देते हैं। अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें। इससे आपके फिजूल खर्चे में कमी आएगी। हम अपनी इस खबर में आपको पांच ऐसे तरीके बता रहे हैं जिससे आप घूमने पर लगने वाले खर्च को कम कर सकते हैं। अपना बजट बनाना न भूलें: टूरिंग पर जाने से पहले एक बजट तैयार करें। इसमें आप यात्रा पर लगने वाले खर्च, ठहरने का स्थान, कितने टाइम के लिए जा रहे हैं ये सब शामिल करें। इससे आपको एक अंदाजा मिल जाएगा कि आपको कितने पैसों की जरुरत है। अक्सर लोग यात्रा करते समय अधिक पैसे लगा देते हैं। अगर पहले से बजट बना रहेगा तो खर्च भी उसी के अनुसार होगा। सस्ते होटल की तलाश करें: सबसे जरूरी बात कि जब आप छुट्टियों में कहीं घूमने जाते हैं तो, आपका अधिकांश समय होटल में गुजरता है। तो ठहरने से पहले आपको इस बारे में सोचना चाहिए कि आप इसपर कितना खर्च करना चाहते हैं। वैसे, हर दिन के लिए 2,500-3,000 रुपये का कमरा आपकी सभी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए काफी है। आप चाहें तो इस खर्च में और कटौती कर सकते हैं। कम खर्च में करना चाहते हैं विदेश यात्रा तो जरूर अपनाएं ये 5 टिप्स यह भी पढ़ें ट्रेन से ट्रेवल करें: यात्रा पर आपकी कोशिश रहनी चाहिए कि आप ट्रेन से सफर करें। क्योंकि यह फ्लाइट से सस्ता होता है, खासकर अगर आप यूरोप जा रहे हैं तो वहां स्थित देशों में शहरों को हाई-स्पीड ट्रेन सेवाओं से जोड़ा गया है। ऐसे में आपके लिए ट्रेन से सफर करना सस्ता रहेगा। हालांकि फ्लाइट से आपका समय तो लम लगता है लेकिन, ट्रेन से सफर में आप अधिक पैसा बचा सकते हैं। सस्ते ट्रांसपोर्ट को चुनें: किसी भी नई जगह घूमने जाने से पहले आप प्राइवेट टैक्सी या कैब के बजाए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को चुन सकते हैं, क्योंकि यह सस्ता होता है। कई डेस्टिनेशन ऐसे होते हैं जहां पास लेकर आप सफर को ज्यादा सस्ता बना सकते हैं। दुनिया के इन 6 देशों में काफी मजबूत है भारतीय रुपया और घूमना है काफी सस्ता, जानिए यह भी पढ़ें टिकट बुक करते समय दिखाएं होशियारी: कई बार अलग-अलग सीजन में फ्लाइट, ट्रेन और रोड ट्रांसपोर्ट में ऑफर मिलते हैं। जब भी टिकट बुक करें तो कोशिश रहे कि कौन सी कंपनी किस तरह के यात्रा पर क्या डिस्काउंट ऑफर दे रही है इसका ध्यान रखें। कई बार सिंगल वे का टिकट बुक करना आपके लिए ज्यादा बेहतर होगा बजाए कि आप राउंड ट्रिप टिकट बुक कर रहे हैं। इसलिए खर्च में कटौती के लिए डिस्काउंट ऑफर चेक करें फिर बुकिंग करें।

अलग-अलग जगह पर सैर करना हर किसी का सपना होता है। लेकिन, घूमने के लिए काफी पैसों की जरूरत होती है। कई बार ज्यादा बजट होने की वजह से लोग घूमने का प्लान टाल देते हैं। अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान …

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बेटियों के पापा के लिए अच्छी खबर, सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेना हुआ और आसान

दिल्ली: भारत सरकार ने बच्चियों की शिक्षा के लिए बचत करने वाली एक योजना सुकन्या समृद्धि योजना जनवरी 2015 में शुरू की थी. यह योजना काफी चर्चित रही है. सरकार ने हाल में इस योजना से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. यह बदलाव अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम राशि से और सालाना न्यूनतम जमा राशि को लेकर किए गए हैं. लाइव मिंट की खबर के मुताबिक, सुकन्या समृद्धि योजना में नवंबर 2017 तक 1.26 करोड़ से भी अधिक खाते थे, जिसमें करीब 19,183 करोड़ रुपये जमा हैं. इस खास योजना से जुड़ी कौन-कौन सी खास बातें हैं, इसपर एक नजर डालते हैं. महज 250 रुपये में खुलेगा अकाउंट सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े नियमों में यह सबसे अहम बदलाव है. पहले इस योजना के तहत अकाउंट खोलने के लिए 1000 रुपये जमा करने पड़ते थे. लेकिन, अब आप अपनी बच्ची के लिए यह अकाउंट महज 250 रुपये में ही खोल सकते हैं. नियम में यह बदलाव सुकन्या समृद्धि योजना (संशोधन) कानून, 2018 के अन्तर्गत किया गया है. सालाना जमा राशि की सीमा भी घटी सरकार की तरफ से आम लोगों को ध्यान में रखते हुए सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना आधार पर न्यूनतम राशि रखने की सीमा में भी बदलाव किया गया है. पहले सालाना 1000 रुपये न्यूनतम जमा होना अनिवार्य बनाया गया था. लेकिन, अब इसे भी घटाकर महज 250 रुपये कर दिया गया है. नए नियम 6 जुलाई 2018 से प्रभाव में हैं. हर तिमाही ब्याज तय होगा शुरुआत में सुकन्या समृद्धि योजना में अकाउंट पर ब्याज सालाना आधार पर मिलता था. लेकिन नए नियम के मुताबिक, सरकार इस योजना के तहत जमा राशि पर हर तिमाही नए सिरे से ब्याज का निर्धारण करेगी. ऐसा प्रावधान अन्य छोटी बचत योजनाओं जैसे- पीपीएफ, और सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम आदि में पहले से है. फिलहाल सुकन्या समृद्धि योजना में 8.1 प्रतिशत का ब्याज (चक्रवृद्धि) सालाना मिलता रहा है. टैक्स में भी मिलेगी राहत जहां एक तरफ सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज के निर्धारण के नियम बदले गए तो दूसरी तरफ बच्ची के माता-पिता के लिए टैक्स छूट का भी प्रावधान किया गया है. इस प्रावधान ने सुकन्या समृद्धि योजना को आम लोगों में और ज्यादा आकर्षित किया है. यह योजना आयकर नियम की धारा 80C के तहत एक वित्तीय वर्ष में 1.50 लाख रुपये तक की टैक्स छूट के दायरे में है. पूरा ब्याज और परिपक्वता राशि भी कर दायरे से बाहर है. इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं. इसे भी पढ़ें: एफडी अच्‍छी या सुकन्‍या समृद्धि योजना : जानिए कौन दे रहा ज्‍यादा अच्‍छा रिटर्न 15 साल के लिए होता है अकाउंट सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट में 15 साल तक के लिए राशि जमा की जा सकती है. इसके बाद तय किए गए मानक के रूप में अकाउंट पर सिर्फ ब्याज ही मिलता रहेगा. इस योजना के तहत अकाउंट की परिपक्वता 21 साल पूरा होने पर होगी. 10 साल तक उम्र तक खोल सकते हैं अकाउंट सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत बच्ची की जन्म तिथि से लेकर अधिकतम 10 साल तक की बच्ची का अकाउंट खुल सकता है. माता-पिता या अभिभावक बच्ची के नाम पर अकाउंट खोल सकते हैं. साथ ही पोस्ट ऑफिस या बैंक में दो बच्ची के नाम पर दो से अधिक अकाउंट नहीं खुल सकता. सीमित राशि निकालने का है प्रावधान इस योजना के तहत अकाउंट से राशि की निकासी बच्ची के 18 साल की उम्र पूरी होने के समय निकाल सकते हैं. यह भी शिक्षा या विवाह के खर्च के तौर पर ही निकाल सकते हैं. यह निकासी 50 प्रतिशत होगी.

दिल्ली: भारत सरकार ने बच्चियों की शिक्षा के लिए बचत करने वाली एक योजना सुकन्या समृद्धि योजना जनवरी 2015 में शुरू की थी. यह योजना काफी चर्चित रही है. सरकार ने हाल में इस योजना से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. यह बदलाव अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम राशि से …

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