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17 अगस्त को सूर्य कर रहे हैं घर वापसी, इन राशि‍यों की बदलेगी किस्मत

17 अगस्त को सूर्य कर रहे हैं घर वापसी, इन राशि‍यों की बदलेगी किस्मत

सूर्य देव को नवग्रहों का राजा माना जाता है। यह सिंह राशि का स्वामी है और 17 अगस्त को राहु के ग्रहण योग से छूटकर अपने घर यानी सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है। यहां वह 17 सितंबर तक रहेगा। किसी भी जातक की कुंडली में सूर्य का प्रभाव …

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जंगल में गुम हुए 2 साल के जापानी बच्चे की तलाश हुर्इ पूरी, मिला सुरक्षित

भाषा समाचार एजेंसी की एक खबर के मुताबिक बीते रविवार को एक 2 साल का मासूम जापानी बच्चा वहां के पश्चिमी इलाके में जंगल में लापता हो गया था। अब पता चला है कि करीब तीन दिन बाद उसे सकुशल ढूंढ लिया गया है। बच्चे के बारे में मिली जानकार के अनुसार इस अवधि में वो सिर्फ नदी का पानी पीकर जीवित रहा। जबसे जानकारी मिली थी बचावकर्मी उसको तलाश करने के अभियान में पूरी क्षमता से जुटे हुए थे। घूमने निकला था सूत्रों के अनुसार ये बच्चा जिसका नाम योशिकी फुजिमोतो बताया जा रहा है रविवार की सुबह यामागुची क्षेत्र में उस समय लापता हो गया जब वह अपने भाई और दादा के साथ घूमने निकला था। इतने छोटे बच्चे के जंगल में लापता होने की खबर से हलचल मच गर्इ आैर पूरे देश में उसकी चर्चा होने लगी। उसके तलाशी अभियान की हर जानकारी के लिए लोगों में गहरी उत्सुकता भी देखी गर्इ। इसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने योशिकी की तलाश में पूरे जंगल में सघन तलाशी लेनी शुरू की। जिसके बाद बुधवार की सुबह एक 78 साल के एक बुजुर्ग की नजर बच्चे पर पड़ी। इस व्यक्ति का नाम हारुओ ओबाता बताया जा रहा है जिसके अनुसार उसने बच्चे को एक चट्टान पर नंगे पैरों को हल्के पानी में डूबोये हुए बैठे देखा। एक जापानी चोर को तलाश रहे हैं 3000 पुलिसवाले क्योंकि वो उनके साथी के जूते चुरा कर भागा है यह भी पढ़ें नदी ने बचार्इ जान खबर के मुताबिक इस समय जापान में भीषण गर्मी पड़ रही है इसलिए तीन दिन बाद बच्चे का जीवित मिलना किसी चमत्कार की तरह माना जा रहा है। लोगों का मानना है कि इसका कारण सिर्फ उस जंगल में मौजूद कर्इ छोटी बड़ी नदियां ही हो सकती हैं। जिनका पानी पीकर आैर उनसे पैदा हुर्इ नमी के कारण बच्चे की जान बच सकी। बच्चे के परिवार वालों का कहना है कि योशिकी बीते सोमवार को ही दो साल का हुआ है। फिल्हाल उसका स्थानीय अस्पताल में इलाज हो रहा है। यहां के चिकित्सकों के अनुसार वो बिल्कुल ठीक है आैर उसे कोर्इ गंभीर चोट नहीं आर्इ है। शरीर पर खरोंचें हैं और थोड़ा सा डिहाइड्रेशन है।

भाषा समाचार एजेंसी की एक खबर के मुताबिक बीते रविवार को एक 2 साल का मासूम जापानी बच्चा वहां के पश्चिमी इलाके में जंगल में लापता हो गया था।  अब पता चला है कि करीब तीन दिन बाद उसे सकुशल ढूंढ लिया गया है। बच्चे के बारे में मिली जानकार …

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अकेले घूमने जा रही हैं तो सेफ्टी और एन्जॉयमेंट के लिए इन जरूरी टिप्स का रखें ध्यान

ट्रैवलिंग के बेस्ट एक्सपीरियंस के लिए हर एक चीज़ की पहले से प्लानिंग बहुत ही मायने रखती है। आप किस जगह जा रही हैं, कहां ठहरना है, कब जाएं, आसपास घूमने वाली जगहें इन सबके अलावा एक और चीज़ जो सबसे जरूरी होती है वो है आपकी सुरक्षा, अगर आप अकेले ट्रैवल कर रही हैं तो। सोलो ट्रैवलिंग बेशक हर किसी के बस की बात नहीं होती लेकिन हर बार नई जगह घूमने जाने के लिए ग्रूप की राह देखना भी पॉसिबल नहीं होता। तो अगर आपके साथ भी ऐसी ही प्रॉब्लम है तो बेझिझक होकर अकेले ट्रैवल करने निकले, कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज किए बिना। सारी जानकारी रखें पास इंडिया में घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं या बाहर, वहां के कल्चर और ट्रेडिशन से रूबरू होना बहुत ही जरूरी है। सोलो ट्रैवलिंग के अच्छे एक्सपीरियंस में ये बहुत काम आएंगी। कैसे उस जगह पर पहुंच सकते हैं, कहां रूकना है, घूमने की प्लानिंग, इन सबके बारे में डिटेल प्लानिंग करके ही निकलें। अजनबी लोगों से बहुत ज्यादा फ्रेंडली न हो अकेले हैं तो क्या गम है! सोलो ट्रैवलिंग के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन यह भी पढ़ें किसी भी जगह पहली बार जा रहे हैं तो वहां अजनबी लोगों के साथ बहुत ज्यादा फ्रेंडली न हों। अपने बारे में बहुत ज्यादा जानकारी देने से भी बचें। आजकल ऑनलाइन हर एक चीज़ की जानकारी अवेलेबल है फिर भी अगर आपको कुछ पूछना है तो आसपास की दुकानों और ट्रांसपोर्ट वालों से पूछना बेहतर रहेगा।

ट्रैवलिंग के बेस्ट एक्सपीरियंस के लिए हर एक चीज़ की पहले से प्लानिंग बहुत ही मायने रखती है। आप किस जगह जा रही हैं, कहां ठहरना है, कब जाएं, आसपास घूमने वाली जगहें इन सबके अलावा एक और चीज़ जो सबसे जरूरी होती है वो है आपकी सुरक्षा, अगर आप …

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दोस्तों के साथ घूमने और मौज-मस्ती के लिए मोरक्को शहर है परफेक्ट

घूमना-फिरना शायद ही किसी को पसंद नहीं होता और बात जब दोस्तों के साथ घूमने की हो तो इसका मौका कौन ही गंवाना चाहेगा। जहां ट्रैवलिंग के साथ-साथ नए-नए एडवेंचर को न सिर्फ एक्सपीरियंस करने का मौका मिलता है बल्कि उसे एन्जॉ़य भी किया जा सकता है। तो अगर आप दोस्तों के साथ इंडिया से बाहर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यूस, यूके और ऑस्ट्रेलिया से अलग किसी ऐसी जगह जाएं जहां आप रिलैक्स करने के साथ ही उस शहर को भी अच्छे से एक्सप्लोर कर पाएं। दोस्तों के साथ अफ्रीका के मोरक्को शहर जाकर आप अपनी इन सारी ख्वाहिशों को पूरा कर सकते हैं। मोरक्को में आपको घूमने, पार्टी करने से लेकर अलग-अलग तरह के एडवेंचर स्पोर्ट्स ट्राय करने के भी कई सारे ऑप्शन्स मिलते हैं। कहते हैं विदेशों में नाइटलाइफ बहुत ही शानदार होती है तो अगर आप भी इसका एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं तो ब्लूसिटी Chaouen जरूर आएं जो आपके ट्रिप की बना देगी हमेशा के लिए यादगार। यूरोप के आसपास होने की वजह से मोरक्को शहर के कल्चर में अरेबियन और यूरोपियन दोनों की झलक देखने को मिलती है। घूमने के लिए फेज सिटी, असिलाह सिटी और मेखान्स काफी अच्छी जगहें हैं।

घूमना-फिरना शायद ही किसी को पसंद नहीं होता और बात जब दोस्तों के साथ घूमने की हो तो इसका मौका कौन ही गंवाना चाहेगा। जहां ट्रैवलिंग के साथ-साथ नए-नए एडवेंचर को न सिर्फ एक्सपीरियंस करने का मौका मिलता है बल्कि उसे एन्जॉ़य भी किया जा सकता है। तो अगर आप …

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सुल्‍तानगढ़ हादसा : सिख समाज ने राहतकार्य में लगे लोगों के लिए लगाया लंगर

सुल्‍तानगढ़ जलप्रताप में लापता लोगों की तलाश की जा रही है , हालांकि अभी तक लापता लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। वहीं जलप्रताप और उसके आसपास बड़ी संख्या में बचाव दल के सदस्य मौजूद है और कुछ स्थानीय लोग भी इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं। मोहना गुरुद्वारा के सिख समाज के लोगों ने इन लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था की है और झरने के नजदीक जंगल में लंगर शुरू किया है, जिससे बचाव और राहत का काम कर रहे लोगों को समय पर खाना उपलब्ध हो सके। सुल्‍तानगढ़ हादसा : सिख समाज ने राहतकार्य में लगे लोगों के लिए लगाया लंगर यह भी पढ़ें गौरतलब है सुल्‍तानगढ़ जलप्रताप में कल अचानक बाढ़ आ जाने से कुछ लोगों तेज बहाव में बह गए थे, जबकि करीब 40 लोग जलप्रताप की धाराओं के बीच चट्टानों पर फंस गए थे। जिनको तीन लोगों ने बड़ी मशक्‍कत के बाद निकाला था।

सुल्‍तानगढ़ जलप्रताप में लापता लोगों की तलाश की जा रही है , हालांकि अभी तक लापता लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। वहीं जलप्रताप और उसके आसपास बड़ी संख्या में बचाव दल के सदस्य मौजूद है और कुछ स्थानीय लोग भी इस काम में उनकी मदद कर …

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गुजरात में चेन लुटेरों की आएगी शामत

महिलाओं के गले से चेन तोड़ने के खिलाफ गुजरात सरकार भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की सजा को 5 से 10 वर्ष तक बढ़ाना चाहती है। अगर सरकार की सिफारिश को राज्यपाल ओपी कोहली की मंजूरी मिलती है तो राज्य में महिलाओं के गले से चेन तोड़ने और उन्हें जख्मी करने पर सात से 10 वर्ष की सजा के साथ 25 हजार रुपये जुर्माना लग सकता है। फिलहाल आइपीसी में लूट के लिए तीन वर्ष की सजा तथा जुर्माना का प्रावधान है। गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि महिलाओं के गले से चेन और मंगलसूत्र तोड़ने, हाथ से मोबाइल, पर्स आदि महंगी वस्तुएं छीनने की घटनाएं आम हैं। इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सरकार सजा को पांच से 10 साल बढ़ाने जा रही है। इस संबंध में सरकार विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में एक अध्यादेश लाएगी। इसके माध्यम से भारतीय दंड संहिता की धारा 379 में 379 क तथा 379 ख जोड़ी जाएगी। अगर इसको मंजूरी मिल जाती है तो चेन तोड़ने का प्रयास करने वाले को कम से कम पांच और अधिक से अधिक 10 वर्ष की सजा मिल सकेगी। जबकि चेन तोड़ने वाले को सात वर्ष की सजा और 25 हजार रुपये जुर्माना लग सकेगा। गुजरात में हनीट्रैप का मायाजाल, सूरत में 66 नामी हस्तियां बनी शिकार यह भी पढ़ें चेन लूटने वाला व्यक्ति अगर भागने के इरादे से किसी को घायल करे तो उसे अधिकतम सात वर्ष की सजा दी जाएगी। 379 (ख) के अनुसार लूटी गई वस्तु अपने पास रखने को किसी व्यक्ति को मौत के घाट उतारता है या घायल करता है तो उसे कम से कम सात और ज्यादा से ज्यादा 10 वर्ष की जेल तथा 25 हजार रुपये जुर्माना होगा।

महिलाओं के गले से चेन तोड़ने के खिलाफ गुजरात सरकार भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की सजा को 5 से 10 वर्ष तक बढ़ाना चाहती है। अगर सरकार की सिफारिश को राज्यपाल ओपी कोहली की मंजूरी मिलती है तो राज्य में महिलाओं के गले से चेन तोड़ने और उन्हें जख्मी करने …

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कांग्रेसी गढ़ में भी होती रही है अटल गर्जना, अप्रिय शब्दों में झलकती मधुरता

चिलचिलाती धूप, जेठ का महीना और उड़ती धूल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का हेलीकाप्टर जब अमेठी के आसमान में दिखा तो उन्हें सुनने वालों का सैलाब चारों ओर से उमड़ पड़ा। मंच पर आते ही अपनी शैली के मुताबिक बाजपेयी ने पहले हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और उसके बाद सीधे माइक पर आ गए। उन्होंने अमेठी की आवाम को संबोधित करते हुए कहा कि आप बहुत प्यारे हैं, जो हमें कांग्रेस के गढ़ में चिलचिलाती धूप में सुनने आए हैं। मैं आपकी जगह होता तो किसी नेता को सुनने न जाता। गांधी-नेहरू परिवार के परंपरागत संसदीय क्षेत्र में आए अटल ने गांधी-नेहरू परिवार पर हमला बोलने से गुरेज नहीं किया, लेकिन उनकी भाषा कुछ ऐसी थी कि लोग सुनने के बाद ठहाके लगा उठे। अटल ने कहा था कि आपकी भीड़ को देखकर ऐसा लगता है कि मैं कोई स्टार हूं। मैं गांधी-नेहरू परिवार का नहीं हूं फिर भी आप हमें सुनने आये वह भी इतनी गर्मी में। इसलिए आप हमें बहुत प्यारे लग रहे हैं। हमारे प्रत्याशी मदन मोहन में न मद है और न ही मोह। इस लिए मेरी आप से अपील है कि आप इन्हें जिताएं। लखनऊ में अटल जी के स्वास्थ्य को लेकर प्रार्थना व दुआ, जगह-जगह किए जा रहे दीर्घायु यज्ञ यह भी पढ़ें दो बार सभाओं किया था संबोधित : कांग्रेस की सबसे मजबूत सियासी रणभूमि समझी जाने वाली अमेठी में वर्ष 1991 में हुए उप चुनाव में कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा के मुकाबले मदन मोहन भाजपा के प्रत्याशी थे। वहीं, 1996 में हुए आम चुनाव में भी राजा मोहन सिंह के पक्ष अटल ने अमेठी में चुनावी सभा को संबोधित किया था। अटल की चुनावी सभा के अगले दिन गौरीगंज के जवाहर नवोदय विद्यालय में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हाराव की चुनावी सभा थी। अटल मंच से अपनी बात कहने के बाद जाते-जाते यह भी कह गए कि कल नवोदय में नरसिम्हाराव जी आ रहे हैं। वे विद्वान हैं। उन्हें सुनने जरूर जाना। कुछ न कुछ हासिल जरूर होगा। वहीं, 1999 के आम चुनाव में सोनिया गांधी के मुकाबले चुनावी रण में भाजपा से उतरे पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. संजय सिंह के पक्ष में अटल बिहारी बाजपेयी की चुनावी सभा गौरीगंज के सम्राट फैक्ट्री के मैदान में आयोजित थी। इसका संचालन वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे थे। भीड़ अटल को सुनने के लिए लाखों में जमा थी। अचानक मौसम बदला और मूसलाधार वर्षा होने लगी। इसके चलते आसमान पर अटल का हेलीकाप्टर चक्कर लगाता रहा, लेकिन उतर नहीं पाया। राजनीति में अब वह बात नहीं : लखनऊ से 'अटल' है वाजपेयी का रिश्ता, पहली बार बलरामपुर से बने सांसद यह भी पढ़ें भाजपा के पूर्व विधायक वयोवृद्ध नेता तेजभान सिंह कहते हैं कि राजनीति में अब वह बात कहां है। अटल जी संत राजनेता हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता रामप्रसाद ने अमेठी में कहा था कि दल नहीं सिद्धांत का समर्थक होना चाहिए। जिस दल में सिद्धांत रहेगा उसका भविष्य उज्जवल रहेगा। जायस में किया था भोजन : बात 1962 की है। अटल बिहारी बाजपेयी संघ के नानाजी देशमुख के साथ रायबरेली संसदीय सीट से जनसंघ का टिकट तय करने के लिए स्थानीय नेताओं से मिलने आए थे। तब वह जायस नगर में मीटिंग करने आए थे। हरि प्रसाद महेश्वरी व द्वारिका प्रसाद महेश्वरी के निवेदन पर अटल जी व नानदेशमुख के साथ उनके घर दोपहर का भोजन करने के लिए आए थे। द्वारिका प्रसाद महेश्वरी के पुत्र घनश्याम महेश्वरी कहते हैं कि उस समय मै पांच साल का था।

चिलचिलाती धूप, जेठ का महीना और उड़ती धूल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का हेलीकाप्टर जब अमेठी के आसमान में दिखा तो उन्हें सुनने वालों का सैलाब चारों ओर से उमड़ पड़ा। मंच पर आते ही अपनी शैली के मुताबिक बाजपेयी ने पहले हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन …

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पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 24 से, दो दिन ही होगा विधायी कामकाज

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 24 से 28 अगस्त तक होगा। पांच दिन के इस सत्र में मूलरूप से दो दिन ही सरकारी कामकाज होगा, क्योंकि 24 को दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश होगा। सरकारी कामकाज के लिए मात्र सोमवार और मंगलवार का दिन शेष रह जाता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में विधानसभा सत्र के तारीखों पर मोहर लगा दी गई है। मंत्रिमंडल के फ़ैसले के अनुसार पंजाब के राज्यपाल को भारतीय संविधान की धारा 174 की उप-धारा (1) के अनुसार 15वीं पंजाब विधानसभा का 5वांं सेशन बुलाने के लिए अधिकृत किया गया है। महत्वपूर्ण यह है कि सत्र के दौरान बेअदबी कांड की जांच करने वाले रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जाएगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसकी पहले ही घोषणा कर चुके हैं, जबकि सेवानिवृत्त रणजीत सिंह ने वीरवार सुबह ही अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या सरकार रिपोर्ट के ऊपर बहस करवाएंगी या नहीं। क्योंकि, रिपोर्ट में जिस प्रकार से पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों की तरफ उंगली उठी है। उसे देखते हुए इस बात के संकेत मिल रहे है कि सरकार रिपोर्ट के ऊपर बहस करवा सकती है। कैप्टन बोले, कभी नहीं दी मजीठिया को क्लीन चिट, केंद्रीय एजेंसियां कर रही जांच यह भी पढ़ें रणजीत सिंह की पहली रिपोर्ट पहले ही लीक हो चुकी है। ऐसे में विपक्ष सरकार के ऊपर बहस करवाने की पुरजोर मांग रख सकता है। चूंकि मुख्यमंत्री पहले ही यह कह चुके है कि पूरी रिपोर्ट आने के बाद बेअदबी के सारे मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी जाएगी, क्योंकि इस रिपोर्ट में कई बड़े पुलिस अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। ऐसे में इसकी जांच सीबीआइ ही कर सकती है। अत: मुख्यमंत्री के पूर्व में लिए गए इस फैसले से यह संकेत मिलते हैं कि सरकार इस पर बगैर बहस करवाए हुए मामले को सीबीआइ को सुपुर्द कर दे। यह देखना रोचक होगा कि सरकार इस मामले में क्या फैसला लेती है। क्योंकि कांग्रेस सरकार पर अकाली दल के प्रति हमदर्दी का रुख रखने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं।

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 24 से 28 अगस्त तक होगा। पांच दिन के इस सत्र में मूलरूप से दो दिन ही सरकारी कामकाज होगा, क्योंकि 24 को दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश होगा। सरकारी कामकाज के लिए मात्र सोमवार …

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अटल बिहारी का हालचाल लेने पहुंचे थे कई बड़े नेता, AIIMS के आसपास लगा रहा भारी जाम

11 जून से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने बृहस्पतिवार शाम 5ः05 बजे अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत पिछले कई दिनों से बेहद गंभीर बनी हुई थी। जानकारी के मुताबिक, फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस बीच टल बिहारी वाजपेयी का हालचाल लेने वालों का तांता लगा हुआ था। यही वजह है कि एम्स आने-जाने वाले सभी रास्ते भारी जाम की चपेट में रहे। खासकर एम्स के आसपास आइएनए मार्केट, साउथ एक्स, मोती बाग, सरोजनी नगर, धौला कुंआ से एम्स की और जाने वाले रास्तों पर भारी जाम की स्थिति रही। वहीं, दिल्ली पुलिस के यातायात विभाग ने अलर्ट जारी किया था कि वाहन चालक मूलचंद के रास्ते का इस्तेमाल नहीं करें। पुलिस के मुताबिक, एम्स में भर्ती अटल बिहारी वाजपेयी को देखने के लिए भाजपा के शीर्ष नेता व केंद्रीय मंत्री सुबह से ही आते रहे, जिसके कारण सुरक्षा कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। बीच-बीच में एम्स के बाहर जाम लग रहा था।

11 जून से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने बृहस्पतिवार शाम 5ः05 बजे अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत पिछले कई दिनों से बेहद गंभीर बनी हुई थी। जानकारी के मुताबिक, फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस बीच टल …

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नहीं रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, सुनते ही रो पड़ा पूरा बिहार

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरवार की शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एम्स) में निधन हो गया। दिल्ली एम्स से जारी मेडिकल बुलेटिन से मिली इस जानकारी से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। पूरा बिहार रो पड़ा है। बता दें कि गुरुवार की सुबह से ही बिहार में जगह-जगह लोग उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना और हवन कर रहे थे। लेकिन, तमाम चिकित्‍सकीय सहायता व दुआओं के बावजूद उनके निधन को रोका नहीं जा सका। अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य के लिए आज सुबह पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के सलीमपुर अहरा शिव मंदिर में लोजपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हवन पूजन किया था। महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में दीया लेकर पूर्व प्रधानमंत्री के लिए आरती की। एेसा ही पूरे राज्‍य में देखने को मिला। साथ ही लोग उनका हाल जानने के लिए दिनभर टीवी व वेबसाइट्स से चिपके रहे। वाजपेयी बीते कई दिनों से दिल्‍ली एम्‍स में भर्ती थे। बुधवार की शाम उनकी हालत नाजुक होने की खबर आई। इसके बाद एम्‍स में मिलने वालों का तांता लग गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता पूर्व प्रधानमंत्री का हालचाल लेने पहुंचे। यह सिलसिला आज भी जारी रहा। बिहार के कई राजग व भाजपा नेता भी एम्स पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी उनके अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली एम्स पहुंचे। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री व बक्सर सांसद अश्विनी चौबे ने एम्स पहुंचकर अटल बिहारी वाजपेयी का हालचाल जाना। भाजपा प्रवक्ता शहनवाज हुसैन अटल बिहारी से मिलने एम्स पहुंचे। शहनवाज काफी समय तक वहां रूके। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। भाजपा सांसद रेणु देवी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने नित्यानंद राय ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की। लेकिन, ये शुभकामनाएं काम नहीं आ सकीं। वाजपेयी के निधन के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में हलचल बढ़ गई है। इस बीच बिहार भाजपा ने अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरवार की शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एम्स) में निधन हो गया। दिल्ली एम्स से जारी मेडिकल बुलेटिन से मिली इस जानकारी से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। पूरा बिहार रो पड़ा है।  बता दें कि गुरुवार की …

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