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पुणे में एटीएस ने पकड़ा हथियारों का जखीरा

महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दल (एटीएस) ने शनिवार को पुणे में देसी हथियारों का जखीरा पकड़ने का दावा किया है। बता दें कि उसने यह कार्रवाई शुक्रवार को अतिवादी समूह से जुड़े तीन लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद की है। पुलिस का आरोप है कि यह लोग राज्य के कई स्थानों पर विस्फोट की साजिश रच रहे थे। एटीएस ने शुक्रवार को वैभव राउत, शरद कलासकर और सुधानवा गोंदेलकर को पकड़ा था। इस दौरान पुलिस ने राउत के यहां से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी। उससे मिली पूछताछ के आधार पर ही शनिवार को पुणे में छापा मारा गया था। इस दौरान पुलिस को 11 देसी पिस्तौल, एक एयरगन, दस पिस्तौल की नाल, छह पिस्तौल की मैग्जीन, छह अधबनी पिस्तौल के अलावा बम बनाने की सामग्री जब्त की है। वहीं एटीएस ने तीनों संदिग्धों से जुड़े होने के आरोप में शनिवार को 16 लोगों से पूछताछ की है।

महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दल (एटीएस) ने शनिवार को पुणे में देसी हथियारों का जखीरा पकड़ने का दावा किया है। बता दें कि उसने यह कार्रवाई शुक्रवार को अतिवादी समूह से जुड़े तीन लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद की है। पुलिस का आरोप है कि यह लोग राज्य के …

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सूरतः सड़क हादसे में कांवड़िये की मौत पर हंगामा

सूरत में हाईवे पर ट्रक की टक्कर से एक कांवड़िये की मौत व दूसरे के गंभीर रूप से घायल होने से गुस्साए कांवड़ियों ने हाईवे जाम कर हंगामा किया। सूरत के ताडकेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए कांवड़िये भरुच के नर्मदा नदी से जल भरकर सूरत के उधना मंदिर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान दो कांवड़ियों को बेकाबू ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में एक कांवड़िये की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के विरोध में घटनास्थल पर 300 से अधिक कांवड़िये एकत्र हो गए। पुलिस को सूचना दी गई लेकिन उसके आने में दो घंटे लग गए, तब तक कांवड़ियों ने हाईवे जाम कर दिया। हादसे में मारा गया कांवड़िया सूरत के उधना का रहने वाला था। वह सूरत से भरुच नर्मदा नदी में से कांवड़ में जल भर कर सूरत के तक्शेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए जा रहा था। तभी रात करीब एक बजे कीम चार रास्ता पर पहुंचने पर पीछे से आ रही ट्रक ने उसे तथा एक अन्य कांवड़िये को टक्कर मार दी। हादसे में एक कांवड़िये ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे को कांवड़ियों के एक दूसरे काफिले के युवकों ने अस्पताल पहुंचाया। भाई-बहन को ट्रक ने मारी टक्कर, दोनों की मौत यह भी पढ़ें कांवड़ियों का आरोप है कि पुलिस को फोन करने के बाद करीब दो घंटे तक वह नहीं आई, तब तक शव सड़क पर ही पड़ा रहा। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे उससे पहले ही कांवड़ियों ने हाईवे जाम कर दिया। कांवड़ियों ने शव को लेने से इनकार कर दिया। कांवड़ियों मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। काफी देर बाद पुलिस के समझाने पर मामला शांत हुआ। पुलिस ने आरोपित ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है

सूरत में हाईवे पर ट्रक की टक्कर से एक कांवड़िये की मौत व दूसरे के गंभीर रूप से घायल होने से गुस्साए कांवड़ियों ने हाईवे जाम कर हंगामा किया। सूरत के ताडकेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए कांवड़िये भरुच के नर्मदा नदी से जल भरकर सूरत के उधना मंदिर …

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श्रीनगर मुठभेड़ में एक जवान शहीद, भाग निकले तीनों आतंकी; मददगार गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्वंतत्रता दिवस के मौके पर एक बड़े हमले को अंजाम देने आए तीन आतंकी रविवार को बटमालू में हुई भीषण मुठभेड़ के बावजूद सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भाग निकले। इस दौरान राज्य पुलिस विशेष अभियान दल का एक जवान शहीद व तीन अन्य सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गए। मुठभेड़ के दौरान आतंकी ठिकाने बने मकान का मालिक भी गोली लगने से जख्मी हो गया। इस बीच पुलिस ने आतंकियों की भगाने में मददगार बने दो ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार कर लिया है। मोबाइल-इंटरनेट सेवाएं बहाल शरारती तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर काबू पाने और श्रीनगर में हालात सामान्य बनाए रखने के लिए प्रशासन ने थोड़ी देर के लिए पूरे शहर में मोबाइल- इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी थी। हालांकि अब मोबाइल-इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। सुरक्षा बल तीन दिन से चला रहे तलाशी अभियान मुठभेड़स्थल नागरिक सचिवालय से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर है। इस इलाके में बीते तीन दिनों से सुरक्षाबल आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर लगातार तलाशी अभियान चला रहे थे। जिस मकान में आतंकी छिपे थे,वहीं पास में यूनानी अस्पताल भी है। J&K में सेना को बड़ी कामयाबी, अनंतनाग मुठभेड़ में चार आतंकी ढेर; एक जवान शहीद यह भी पढ़ें ऐसे शुरू हुई मुठभेड़ रविवार सुबह पांच बजे राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी के जवानों ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर बटमालू के दयारवानी इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। तलाशी लेते हुए जवानों ने जैसे ही आतंकी ठिकाना बने मकान में दाखिल होने का प्रयास किया, अंदर छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायरिंग की। इसके बाद वहां शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान मकान मालिक नियाज अहमद, एसओजी में कार्यरत एसपीओ परवेज अहमद, एक पुलिस कांस्टेबल और दो सीआरपीएफ कर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एसपीओ परवेज की मौत हो गई।

जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्वंतत्रता दिवस के मौके पर एक बड़े हमले को अंजाम देने आए तीन आतंकी रविवार को बटमालू में हुई भीषण मुठभेड़ के बावजूद सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भाग निकले। इस दौरान राज्य पुलिस विशेष अभियान दल का एक जवान शहीद व तीन अन्य सुरक्षाकर्मी जख्मी …

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बिहार में रेल मंत्री की बड़ी घोषणा: RPF में महिलाओं को मिलेगा 50 फीसद आरक्षण

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राजधानी पटना में आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन का बिहार सरकार को हस्तांतरण किया। साथ ही रेल परियोजनाओं का शुभारंभ एवं शिलान्यास किया। पटना में आयोजित कार्यक्रम के साथ-साथ अररिया, सुपौल एवं हरनगर में भी एक समारोह का आयोजन किया गया। इसके बाद रेल मंत्री आरा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। पटना में कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण देने की भी घोषणा की। रेल मंत्री ने कहा ये बात पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार में 165 फीसद का अतिरिक्‍त निवेश किया है। 2009 से 2014 के बीच 5.5 हजार करोड़ रुपये का निवेश था, जो अब बढ़ कर 15 हजार करोड़ हो गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास को रेलवे की योजनाएं भी गति देंगीं। रेल मंत्री ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण देने की भी घोषणा की। रेल मंत्री ने कहा कि सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पटना घाट से पटना साहिब की जमीन भी रलवे जल्द ही बिहार सरकार को दे देगी। कोसी ब्रिज का काम भी 10 महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि बिहार में बिजली के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। नवंबर-दिसंबर तक हर घर में बिजली पहुंच जाएगी। जीएसटी को सही राज्‍य ने बेहतर लागू किया है। उन्‍होंने इसके लिए मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी को बधाई दी। ये रहे उपस्थित कार्यक्रम में बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय सहित राज्‍य के कई मंत्री व जनप्रतिनिधि शामिल थे। केंंदीय मंत्रियों में राजकुमार सिंह, अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह व रामकृपाल यादव मुख्‍य थे। मंच पर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व सांसद सांसद पप्‍पू यादव की उपस्थिति भी खास रही। आर ब्लॉक-दीघा रेल-लाइन का हस्तांतरण पटना के बापू सभागार में कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आर ब्लॉक-दीघा रेल-लाइन की जमीन बिहार सरकार को हस्तांतरित किया। इसके साथ वीडियो लिंक द्वारा रक्सौल- नरकटियागंज आमान परिवर्तित रेलखंड का लोकार्पण एवं इस रेलखंड पर प्रथम सवारी गाड़ी के परिचालन का शुभारंभ किया। सुपौल-अररिया नई रेल लाइन का शिलान्यास, बिरौल- हरनगर नई लाइन का लोकार्पण एवं तीन जोड़ी सवारी गाडिय़ों के परिचालन का मार्ग विस्तार किया।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राजधानी पटना में आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन का बिहार सरकार को हस्तांतरण किया। साथ ही रेल परियोजनाओं का शुभारंभ एवं शिलान्यास किया। पटना में आयोजित कार्यक्रम के साथ-साथ अररिया, सुपौल एवं हरनगर में भी एक समारोह का आयोजन किया गया। इसके बाद रेल …

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हम भूल रहे और इन्‍हें खींच लाया भारतीय संगीत व संस्‍कृति, जानें यह अनोखी प्रेम कहानी

रूस की आस्या और अर्जेटीना के पाब्लो ग्रेस नौ साल पहले भारत आए और इसके बाद यहीं के होकर रह गए। दोनों यहां भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखने आए थे। उनको भारत की संस्‍कृति व संगीत इतना भाया की फिर यहीं के होकर रह गए। आज वे हैलो नहीं नमस्ते कहते हैं। वे हिंदी फर्टाते से हिंदी बोलते हैं तो सामना वाला अचंभित रह जाता है। दोनों विवाह के बंधन में बंध चुके हैं। भगवान शिव शंकर की भक्‍त आस्‍या ने अपने नाम के साथ शिवा जोड़ लिया है। रूस की आस्या और अर्जेटीना के पाब्लो ग्रेस को भायी भारतीय संस्‍कृति तो यहीं के होकर रह गए आस्या और पाब्लो ग्रेस बिल्‍कुल भारतीय अंदाज में मिलते हैं। उनके मुंह से नमस्ते सुनकर लोग अचरज मेें पड़ जाते हैं। कई बार मिलने वाले उन्‍हें हैलो कहते हैं और प्रत्‍युतर में वे उन्‍हें नमस्‍ते बोलते हैं तो लोग अचरज में पड़ जेाते हैं। आस्या बांसुरी और पाब्लो तबला वादन में कई वर्ष से देशभर में प्रस्तुति दे रहे हैं। यहां भी शनिवार को दोनों सेक्‍टर 35 स्थित प्राचीन कला केंद्र में प्रस्तुति देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्‍होंने खास बातचीत में उन्होंने भारत से अपने प्यार को साझा किया। जाखड़ बोले- वित्तीय घोटालों को छुपाने के लिए सरकार नहीं चलने दे रही है संसद यह भी पढ़ें यह भी पढ़ें: लता जी का गीत इस परिवार की अांखों में भर देता है पानी, जानें कुर्बानी की दास्‍तां आस्‍या को पंडित हरि प्रसाद चौरसिया की बांसुरी रूस से खींच लाई भारत में रेलवे ट्रैक हाई स्पीड हुआ तो 78 मिनट में पहुंच जाएंगे चंडीगढ़ से दिल्ली यह भी पढ़ें आस्या बताती हैं कि उन्हें बांसुरी शुरू से ही पसंद थी। आस्‍या ने कहा, पहले मैं अंग्रेजी गीत ज्यादा सुनती थीं। एक दिन एक गीत में बांसुरी वादन सुना। यह बांसुरी वादन पंडित हरि प्रसाद चौरसिया का था। मैंने पहली बार ऐसी धुन सुनी। इस धुन ने ऐसा सम्‍मोहित किया कि मैं खुद को रोक नहीं पाई और भारत चली आई।

रूस की आस्या और अर्जेटीना के पाब्लो ग्रेस नौ साल पहले भारत आए और इसके बाद यहीं के होकर रह गए। दोनों यहां भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखने आए थे। उनको भारत की संस्‍कृति व संगीत इतना भाया की फिर यहीं के होकर रह गए। आज वे हैलो नहीं नमस्ते कहते …

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इस दशहरा गाड़ियां ही नहीं दिल्ली के जाम में भी मिलेगी भारी छूट, ये पांच परियोजनाएं देंगी राहत

हर साल दशहरे के मौके पर लोगों को गाड़ियों पर भारी छूट मिलती है। छूट की वजह से लोग जमकर गाड़ियां खरीदतें हैं। नतीजा केवल दशहरे में ही दिल्ली की सड़कों पर लगभग साल भार खरीदे जाने वाले वाहनों के बराबर का भार बढ़ जाता है। यही वजह है कि दिल्ली का जाम लाइलाज होता जा रहा है। हालांकि इस बार सरकार की योजना लोगों को गाड़ियों पर मिलने वाली छूट के साथ दिल्ली के जाम से भी कुछ छूट देने की है। इसके लिए दिल्ली में निर्माणाधीन सात परियोजनाओं को 31 मार्च 2019 तक पूरा करने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। इनमें से यातायात से जुड़ी पांच प्रमुख परियोजनाएं इसी वर्ष अक्टूबर 2018 में पड़ने वाले दशहरे के दौरान पूरी कर ली जाएंगी। माना जा रहा है कि इससे दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर लगने वाले जाम से काफी राहत मिलेगी। सबसे ज्यादा राहत एयरपोर्ट जाने वालों को मिलेगी। आइए पूरी होने वाली परियोजनाओं पर डालते हैं एक नजर.. 14 लेन के नेशनल हाईवे-9 पर बने अहम फ्लाईओवर का हिस्सा धंसा यह भी पढ़ें सिग्नेचर ब्रिज परियोजना यह परियोजना हर हाल में 31 अक्टूबर तक पूरी की जाएगी। इसका काम अंतिम चरण में है। इसके पूरे होने से दिल्ली सहित आसपास के पड़ोसी राज्यों को भी लाभ मिलेगा। हरियाणा से दिल्ली होकर उत्तर प्रदेश आने जाने वाले लोगों को भी जाम से निजात मिलेगी। यह ब्रिज 10 साल से यमुना पर वजीराबाद में बन रहा है। परियोजना पर काम कर रहे दिल्ली पर्यटन एंव परिवहन निगम का कहना है कि अब काम को लेकर कोई रुकावट नहीं है। काम तेजी से चल रहा है। जिसे हर हाल में 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की ये है बड़ी वजह, SC ने सरकार दिया 6 हफ्ते का समय, मांगी रिपोर्ट यह भी पढ़ें नोएडा लिंक रोड पर फ्लाईओवर का काम अंतिम चरण में दिल्ली की जनता के लिए खुशी की बात यह है कि नोएडा लिंक रोड पर मयूर विहार फेज-एक के सामने बनाया जा रहा फ्लाईओवर 31 अक्टूबर तक शुरू कर दिया जाएगा। यह फ्लाईओवर बन कर लगभग तैयार है। इसका लाभ नोएडा से अक्षरधाम की तरफ जाने वाले वाहनों को मिलेगा। भूख से बच्चियों की मौत का रहस्य गहराया, संदेह में मददगार, कमरे से मिली कीटनाशक दवाएं यह भी पढ़ें माह के अंत तक मिलेगा बाहरी रिंग रोड पर फ्लाईओवर अगस्त के अंत तक जनता को एक और परियोजना मिलने जा रही है। बाहरी रिंग रोड पर गोपालपुर के पास बना फ्लाईओवर माह के अंत तक जनता को समर्पित होगा। इसके शुरू होने से बाहरी रिंग रोड से गोपालपुर, बुराड़ी, संगम विहार व झड़ौदा आदि कॉलोनियों के लिए बाहरी रिंग रोड से आना-जाना आसान हो जाएगा। एसडीएम व्यस्त, भूख से बच्चियों की मौत की जांच में हो सकती है देरी यह भी पढ़ें तीन माह में शुरू होंगे फुट ओवरब्रिज अगले तीन माह में गोपालपुर गांव के आसपास बने दो फुट ओवरब्रिज भी जनता को समर्पित होंगे। इससे बाहरी रिंग रोड को पार करने में लोगों को मदद मिलेगी। अभी भयंकर यातायात के बीच लोग सड़क पार करते हैं। ऐसे में कई बार सड़क दुर्घटनाएं भी हो जा रही हैं

हर साल दशहरे के मौके पर लोगों को गाड़ियों पर भारी छूट मिलती है। छूट की वजह से लोग जमकर गाड़ियां खरीदतें हैं। नतीजा केवल दशहरे में ही दिल्ली की सड़कों पर लगभग साल भार खरीदे जाने वाले वाहनों के बराबर का भार बढ़ जाता है। यही वजह है कि …

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भारत-चीन सीमा पर स्थित इस गांव में लोकपर्व के रूप में मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस

भारत-चीन सीमा पर स्थित गमसाली गांव में आजादी के उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। देश-दुनिया के कोने-कोने में रह रहे प्रवासी छुट्टी लेकर गांव पहुंचने लगे हैं। लगभग 11 हजार की आबादी वाली जनजातीय बहुल नीति घाटी में स्वतंत्रता दिवस का जश्न लोक उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो अपने-आप में देश प्रेम की अनूठी मिसाल है। चमोली, उत्तराखंड स्थित नीती घाटी की छह ग्रामसभाओं के हर गांव में घर-घर पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं और बिखर उठती है लोकरंग की अनूठी छटा। प्रत्येक गांव से दुंफूधार तक भव्य झांकी के साथ प्रभातफेरी निकाली जाती है। 1947 से यह सिलसिला शुरू हुआ। नीती घाटी के लोग आज भी पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाते हैं। ठीक वैसा जैसा आजादी मिलने के बाद पहली बार मनाया गया था। वह भी बिना किसी सरकारी मदद के। इस दिन घाटी के हर घर में भांति-भांति के पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं। हर गांव से ग्रामीण गाजे-बाजों के साथ प्रभातफेरी के रूप में गमसाली गांव के दुंफूधार में एकत्रित होकर तिरंगा फहराते हैं। फिर शुरू होता है सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर और देशभक्ति के गीतों से गूंज उठती है पूरी घाटी। यह ऐसा मौका है, जब पलायन के चलते गांवों में वीरान पड़े घर भी आबाद हो जाते हैं। चीन सीमा पर शरीर को फौलाद बना रहे हैं जवान यह भी पढ़ें गुजरात में मुख्य वन संरक्षक रहे बाम्पा गांव के 70 वर्षीय रमेश चंद्र पाल सेवानिवृत्त के बाद अहमदाबाद में रह रहे हैं। लेकिन आजादी का पर्व मनाने गांव लौट आए हैं। गमसाली निवासी सेवानिवृत्त आइएफएस अधिकारी विनोद फोनिया भी गांव लौट आए हैं। कहते हैं, स्वतंत्रता दिवस सीमा क्षेत्र के लिए न केवल लोक उत्सव बन चुका है, बल्कि यह नीती घाटी की छह ग्रामसभाओं की एकता का भी प्रतीक है। एसबीआइ से सेवानिवृत्त बाम्पा निवासी 63 वर्षीय बच्चन सिंह पाल बताते हैं कि 15 अगस्त 1947 को दिल्ली में लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराए जाने की जानकारी सीमांत गांवों के लोगों को एक दिन बाद मिली थी। उस दिन लोगों ने अपने घरों में दीप जलाए और फिर पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर गमसाली के दुंफूधार में एकत्र हो स्वतंत्रता की खुशियां मनाईं

भारत-चीन सीमा पर स्थित गमसाली गांव में आजादी के उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। देश-दुनिया के कोने-कोने में रह रहे प्रवासी छुट्टी लेकर गांव पहुंचने लगे हैं। लगभग 11 हजार की आबादी वाली जनजातीय बहुल नीति घाटी में स्वतंत्रता दिवस का जश्न लोक उत्सव के रूप में मनाया …

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साढ़े तीन किलो कम निकली गैस, निरीक्षक बोला- ‘मैं क्या करूं’

सरकारी अफसरों और एजेंसियों की मिलीभगत से गैस सिलिंडरों में घटतौली का खेल चल रहा है। आशियाना में डिलीवरी देने पहुंचे हॉकर के सामने सिलिंडर की तौल कराई तो करीब साढ़े तीन किलो गैस कम निकली। बाकी के दो सिलिंडरों में भी गैस कम थी। उपभोक्ता ने आपूर्ति निरीक्षक को फोन किया तो बोले आज छुट्टी है मैं क्या करूं। तेलीबाग के सैनिक नगर निवासी अनिल सिंह के घर डिलीवरी मैन आज सुबह तेलीबाग स्थित इंडियन गैस एजेंसी ने सिलिंडर लेकर पहुंचा था। वजन कम लगने पर अनिल ने हॉकर से तौल करने को कहा तो टालमटोल करने लगा। उसने कांटा नहीं होने की बात कही। इस पर अनिल उसे अपने साथ पास के दुकान पर लगे इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर लेकर गए। तौल करने पर सिलिंडर के वजन के अलावा 3.70 किलोग्राम गैस कम निकली। अनिल ने बाकी के दो सिलिंडरों की भी तौल करायी तो उनमें भी तीन-तीन किलोग्राम गैस कम निकली। गैस कम होने पर अनिल ने तत्काल गैस एजेंसी के मैनेजर विद्याधर दुबे से बात की उनका कहना था कि गलती से सिलिंडर पहुंच गया होगा। निरीक्षक बोले, मैं क्या करूं : अच्छी खबर: लखनऊ में सस्ता हुआ घरेलू गैस सिलिंडर यह भी पढ़ें उपभोक्ता अनिल कुमार ने इस बाबत जब आपूर्ति निरीक्षक विक्रम से शिकायत दर्ज करायी तो उनका कहना था कि आज अवकाश है इसलिए मैं क्या कर सकता हूं। मैं एजेंसी वालों से बात कर लूंगा। यह कहकर फोन काट दिया। खाली हाथ जाते हैं हॉकर: राजधानी की अधिकांश गैस एजेंसियों के हॉकर बिना इलेक्ट्रॉनिक कांटे के ही डिलीवरी के लिए जाते हैं। यही वजह है कि मौके पर जब उपभोक्ता गैस की तोल करने को कहता है तो बहाना बनाते हैं। खबर का असर: डीएम के निर्देश पर नींद से जागा आपूर्ति विभाग, लालबाग गैस एजेंसी पर छापा यह भी पढ़ें पांच के खिलाफ एफआइआर फिर भी नहीं सुधार : बीते तीन दिनों में राजधानी की पांच गैस एजेंसियों के खिलाफ घटतौली के मामलों में डीएम से रिपोर्ट दर्ज करने की संस्तुति की गई है इसके बावजूद घटतौली थमने का नाम नहीं ले रही है। डीएसओ आमिर खान का कहना है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा जहां पर भी कमी पाई जाएगी कार्रवाई होगी।

सरकारी अफसरों और एजेंसियों की मिलीभगत से गैस सिलिंडरों में घटतौली का खेल चल रहा है। आशियाना में डिलीवरी देने पहुंचे हॉकर के सामने सिलिंडर की तौल कराई तो करीब साढ़े तीन किलो गैस कम निकली। बाकी के दो सिलिंडरों में भी गैस कम थी। उपभोक्ता ने आपूर्ति निरीक्षक को …

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इंडिया के सबसे खूबसूरत महलों में से एक है ताज फलकनुमा पैलेस, जानें इसकी खासियत

कभी हैदराबाद के निज़ाम की शानौ-शौकत का दीदार करना हो तो ताज फलकनुमा पैलेस आएं। जो चारमीनार से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर है। फलकनुमा का हिंदी में मतलब है 'आसमान की तरह' और उर्दू में 'स्टार ऑफ हेवन'। इस महल को नवाब वकार उल उमर ने बनवाया था जो हैदराबाद के प्रधानमंत्री थे। और इसे बनने में पूरे 9 साल का वक्त लगा था। अपनी खूबसूरती और बनावट की वजह से ये महल यहां आने वाले टूरिस्टों की लिस्ट में टॉप पर रहता है। फलकनुमा पैलेस का इतिहास महल की रचना सर बाइकर द्वारा की गई थी जो एक अंग्रेजी शिल्पकार थे। बनने के कुछ समय बाद तक उन्होंने महल को अपने निवास स्थान के तौर पर इस्तेमाल किया था। बाद में सन् 1897-98 में इसे हैदराबाद के निज़ाम को सौंप दिया गया। जिसके पीछे वजह बताई जाती है कि इसे बनाने में बहुत ज्यादा लगात आई थी इसका अहसास सर बाइकर को बाद में हुआ। तो उनकी पत्नी लेडी उमरा ने ये महल निज़ाम को उपहार में देने की योजना बनाई जिससे महल को बनाने में जितने भी पैसे खर्च हुए थे वो निज़ाम से वापस मिल गए। त्रिपुरा के हर एक रंग की झलक देखने को मिलती है 'उज्जयंता पैलेस' में यह भी पढ़ें महल की बनावट ट्रैवल न्यूज : पैलेस क्वीन हमसफर एक्सप्रेस की हुई शुरूआत, जानें किस रूट पर चलेगी ट्रेन यह भी पढ़ें साल 2000 तक ये महल निज़ाम फैमिली की संपत्ति का हिस्सा था जिसे बाद में ताज होटल को सौंप दिया गया। अब इसकी देखरेख का पूरा जिम्मा इनका है। फाइव स्टार लक्जरी होटल में तब्दील हो चुका ये महल 32 एकड़ में फैला हुआ है। राजा-महाराजाओं के समय में यहां जनता दरबार लगता था। साथ ही ये महल उस समय में होने वाले शानदार जश्नों का भी गवाह है। महल में कुल 22 हॉल और 60 कमरे हैं। यहां के डाइनिंग हॉल दुनिया का सबसे बड़ा डाइनिंग हॉल है जिसमें एक साथ 101 लोग बैठकर खाना खा सकते हैं। महल के अंदर की कारीगरी इतनी शानदार है जिसका अंदाजा आपको यहां आने के बाद ही लगेगा। महल की दीवारों को ब्रोकेड से सजाया गया है तो वहीं इसमें इस्तेमाल किए गए मार्बल्स इटालियन हैं। महल में एक बहुत बड़ी टेबल है जिसके बारे में कहा जाता है कि ऐसी अभी तक सिर्फ दो टेबल ही बनाई गई है एक जो इस महल में है और दूसरी बर्किंघम पैलेस में। महल के कई भागों में बदलाव के बाद साल 2010 में इसे आम नागरिकों के लिए खोल दिया गया था। ट्रैवल करने से आप में होते हैं ये बदलाव, निखरता है व्यक्तित्व यह भी पढ़ें कब जाएं- यहां साल में कभी भी जाने का प्लान कर सकते हैं। लेकिन एक खास बात का ध्यान रखें कि यहां घूमने के लिए आपको तेलंगाना टूरिज्म से इज़ाजत लेनी पड़ती है। सिर्फ शनिवार और रविवार को ही यहां घूम सकते हैं। घूमने का समय शाम 4 बजे से 5.30 बजे तक ही होता है। बड़ों के लिए अलग और बच्चों के लिए अलग एंट्री फीस है। जिसके बारे में आप ऑनलाइन पता कर सकते हैं।

कभी हैदराबाद के निज़ाम की शानौ-शौकत का दीदार करना हो तो ताज फलकनुमा पैलेस आएं। जो  चारमीनार से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर है। फलकनुमा का हिंदी में मतलब है ‘आसमान की तरह’ और उर्दू में ‘स्टार ऑफ हेवन’। इस महल को नवाब वकार उल उमर ने बनवाया था …

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IBPS भर्ती 2018 : 5249 पदों पर होनी है बम्पर भर्ती, ऐसे करें आवेदन

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) द्वारा हाल ही में आगामी पीओ परीक्षा के लिए एक आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है. अतः आप इस परीक्षा से जुड़ी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही ऐसे उमीदवार जो बैंक में नौकरी की तलाश में है उनके लिए भी यह एक शानदार मौका हो सकता है. बता दे कि आईबीपीएस ने Office Assistant के पदों पर वैकेंसी निकाली है. आईबीपीएस ने कुल 5249 पदों पर आवेदन मांगे हैं. अगर आप इसके लिए इच्छुक है तो आप पूर्ण जानकारी नीचे विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं. बता दे कि आवेदन करने के लिए एससी/एसटी उम्मीदवारों को 100 रुपए जबकि सामान्य और अन्य वर्ग के उम्मीदवारों को 600 रुपए शुल्क जमा करना होगा. आईबीपीएस 2018 भर्ती परीक्षा के लिए आप इस तरह कर सकते हैं आवेदन... स्टेप्स 1- उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन करने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) की ऑफिशियल वेबसाइट ibps.in पर जाएं। स्टेप्स 2- 'नए पंजीकरण के लिए यहां क्लिक करें। स्टेप्स 3- अपनी डिटेल्स दर्ज करने के बाद, उम्मीदवारों को अपनी तस्वीर, हस्ताक्षर, और बाएं अंगूठे को स्कैन करके अपलोड करना है। स्टेप्स 4- आवेदन शुल्क भरने के बाद सब्मिट बटन पर क्लिक करें। परीक्षा का नाम : IBPS PO EXAM कुल रिक्त पड़े पद : 5249 पद का नाम : Office Assistant वेतन : ---- आवेदन करने का शुल्क... SC/ST उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए 100 रुपए शुल्क देना होगा. सामान्य और अन्य वर्ग को इसके लिए 600 रु शुल्क चुकाना होगा.

इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) द्वारा हाल ही में आगामी पीओ परीक्षा के लिए एक आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है. अतः आप इस परीक्षा से जुड़ी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही ऐसे उमीदवार जो बैंक …

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