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पाकिस्तान: कल होंगे आम चुनाव, सर्वे में आगे चल रहे इमरान खान का कई क्रिकेटरों ने किया समर्थन

25 तारीख को यानी कल पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. देश में कुल 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 रजिस्टर्ड वोटर इस चुनाव में वोट डालकर देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश करेंगे. पाकिस्तान में बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं. चुनावी सर्वे में क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी को बढ़त है. SDPI और हेराल्ड मैगजीन के मुताबिक सर्वे में पाकिस्तान इंसाफ पार्टी को सत्ताधारी मुस्लीम लीग पर बढ़त है और ये बढ़त करीब 4 फीसदी वोटों की है. इन तीनों में से किसी एक पार्टी की होगी जीत इस चुनाव में एक तरफ जहां इस देश की सरकार चला रही नवाज़ शरीफ़ की पार्टी 'पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन)' की साख दांव पर है, वहीं 2008 से 2013 के दौरान पहले ऐतिहासिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. इन दोनों पार्टियों के बीच तेज़ी से उभरती इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उन्हें कई क्रिकेटरों का समर्थन भी प्राप्त है. इसी के साथ प्रांतीय चुनावों के लिए भी देश भर में वोट पड़ेंगे. निचली सदन में 272 सीटों में से कुल 70 सीटें रिज़र्व कैटगरी में आती हैं जिनमें से 60 महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के खाते में जाती हैं. पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है जिसके बाद सिंध का नंबर आता है. इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है. आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को स्वायत्तता हासिल है और इसी वजह से वहां चुनाव नहीं होंगे.

25 तारीख को यानी कल पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. देश में कुल 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 रजिस्टर्ड वोटर इस चुनाव में वोट डालकर देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश …

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मैरीलैंड में अनोखी प्रतियोगिता, पीने को मिलेगी तीखी फीकी और मीठी बीयर

अगर कोई आपको मुफ्त में तरह-तरह की बीयर पीने को मिले और साथ में पैसा दिया जाए तो कैसा रहेगा। ऐसा ही कुछ हो रहा है एलिकॉट सिटी के "मैरीलैंड क्रॉफ्ट बीयर कॉम्पीटिशन 2018" में। यहां मीर्च, फल सहित कई स्वाद और ब्रांड की बीयर परोसी जाएगी है। जो सबसे जल्दी व जितनी ज्यादा बीयर पीयेगा, वो ही इनाम का हकदार होगा। एक महीने से ज्यादा चलने वाली इस प्रतियोगिता में कई कड़े नियम भी बनाए गए हैं। जैसे, मैरीलैंड की कालवर्ट ब्रेविंग कंपनी का सदस्य हो, 10 ज्यादा आवेदन नहीं करने, स्वास्थ्य सर्टिफिकेट आदि शामिल है। प्रति आवेदन की राशि 50 डॉलर निर्धारित की गई है। 24 को विजेता का फैसला इस स्पर्धा के लिए 14 जुलाई 2018 रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। 1 अगस्त से स्पर्धा शुरू होगी, जो 13 अगस्त तक चलेगी। इसके बाद 18 अगस्त को फाइनल में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वालों को छोड़ अन्य प्रतियोगियों की घोषणा की जाएगी। 24 अगस्त को एलिकॉट सिटी के सेंट एंथनी के श्राइन में मौजूद निर्णायक विजेता की घोषणा करेंगे। इसमें स्वर्ण पदक और रजत पदक के साथ बड़ी राशि दी जाएगी। 2018 स्पर्धा की श्रेणियां प्रतियोगिता में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए कई प्रकार के ब्रांड और स्वाद रखे गए हैं। इनमें क्रमानुसार स्वाद बदले जाएंगे, जो विजेता की दिशा की तय करेंगे। इसके लिए कई नियम और श्रेणिंया बनाई गई हैं। कई तरह की बीयर्स - पीली शराब - अमेरिकी आईपीए (एक तरह का ब्रांड)। - विशेष आईपीए। - रसदार व पीले फलों की बीयर। - खट्टी बीयर। - स्मोक्ड या वुड एज। - प्रायोगिक बीयर। - मसालेदार बीयर। - पाले लेजर और पिल्सनर। - एंबर लेजर और ब्राउन एलिस। - पोर्टर्स और स्टउट्स। - गेहूं बीयर। - बेल्जियम शैली बीयर।

अगर कोई आपको मुफ्त में तरह-तरह की बीयर पीने को मिले और साथ में पैसा दिया जाए तो कैसा रहेगा। ऐसा ही कुछ हो रहा है एलिकॉट सिटी के “मैरीलैंड क्रॉफ्ट बीयर कॉम्पीटिशन 2018” में। यहां मीर्च, फल सहित कई स्वाद और ब्रांड की बीयर परोसी जाएगी है। जो सबसे …

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ब्रिटेन में तापमान 38 डिग्री तक पहुंचा, गर्मी इतनी की सूख गई गार्डन की घास

इन दिनों ब्रिटेन के लोग सूर्य के तेवर से बेहाल हैं। पूरा देश भीषण गर्मी की चपेट में है। तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। लू के चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर लोगों से दोपहर में घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है और अगले तीन-चार दिनों में तापमान और बढ़ते की आशंका भी जताई है। जानकारी अनुसार, ब्रिटेन में इस बार बढ़ते तापमान ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पहली बार है कि जुलाई में भीषण गर्मी पड़ रही है। कई शहरों में पिछले सोमवार को तापमान 32 डिग्री के आसपास था, जो बढ़कर 38 के पास पहुंच गया है। मौसम विभाग इसकी वजह स्पेन से आ रही गर्म हवा को बताया है। अफ्रीका और भूमध्यसागर से एक गर्म वायुमंडल देश की ओर बढ़ा है, जिससे गर्मी ने रौद्र रूप ले लिया। इस वर्ष तापमान सामान्य से लगभग 10 डिग्री ज्यादा है, जो चिंता का कारण है। मौसम विशेषज्ञों की चेतावनी विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी कर कहा, स्पेन से गर्म हवाएं आ रही हैं, जिससे इस सप्ताह और गर्मी बढ़ सकती है। तापमान बढ़ने की पूरी संभावना है। 2003 में पड़ी थी भीषण गर्मी मौसम विभाग के अनुसार देश में 2003 में 101 एफ (38.5 डिग्री सेल्सियस) तक तापमान पहुंच गया था। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो ये रिकॉर्ड इस सप्ताह में टूट सकता है। दक्षिणी लंदन में 35 डिग्री दक्षिणी लंदन में सोमवार का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। इससे लोग परेशान नजर आए। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जुलाई में 30 डिग्री से ज्यादा नहीं बढ़ा तापमान जानकारी अनुसार, पूरे ब्रिटेन में जुलाई महीने में ऐसी गर्मी नहीं पड़ती है। इस माह में तापमान 30 डिग्री से नीचे ही रहता है। हीथ्रो रहा था सबसे गर्म पिछले साल साल 1 जुलाई को हीथ्रो शहर सबसे ज्यादा गर्म रहा। यहां का तापमान 98 एफ (36.7 डिग्री) तक पहुंच गया था। समुद्र में निकल रहे नीले बुलबुले देश में भीषण गर्मी का असर अब समुद्री इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। रविवार की रात वेल्स के तट पर रंगबिरंगे बुलबुले देखे गए। इस दौरान लोगों की भीड़ लग गई और इसे कैमरे में कैद करने लगे। ये बुलबुले आकर्षक नीले रंग के एक घेरे में लगातार आ रहे थे। मौसम विभाग ने इसे बढ़ते तापमान की वजह बताई है।

इन दिनों ब्रिटेन के लोग सूर्य के तेवर से बेहाल हैं। पूरा देश भीषण गर्मी की चपेट में है। तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। लू के चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर लोगों से दोपहर में घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है और …

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PM मोदी बोले- समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं भारत और रवांडा के संबंध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा के पहले पड़ाव पर रवांडा पहुंच चुके है. इस पूर्व अफ्रिकी देश की यात्रा पर आने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. शायद यही वजह रही कि प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी करने रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कगामे स्वयं किगली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे. रवांडा में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई, और प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति कगामे ने साझा बयान दिया. रवांडा मे खुलेगा दूतावास भारत बहुत जल्द रवांडा में अपना दूतावास शुरू करने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हम रवांडा मे उच्चायुक्त खोलने जा रहे हैं. जो (उच्चायुक्त) दोनो देशों की सरकारों के बीच संपर्क स्थापित करने के अलावा काउंसलर, पासपोर्ट, वीजा और अन्य सेवाएं भी देगा. View image on Twitter View image on Twitter ANI ✔ @ANI We are going to open a High Commission in Rwanda. This will not only establish communication between our respective govts but also enable facilities for consular, passport, visa & others: PM Narendra Modi #Rwanda 11:20 PM - Jul 23, 2018 158 64 people are talking about this Twitter Ads info and privacy प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत और रवांडा के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं. हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि रवांडा के आर्थिक विकास और राष्ट्रीय विकास यात्रा में भारत आपका विश्वस्त साझेदार रहा है, रवांडा की विकास यात्रा में हमारा योगदान आगे भी बना रहेगा.' View image on Twitter View image on Twitter PMO India ✔ @PMOIndia Furthering India-Rwanda co-operation. 11:09 PM - Jul 23, 2018 1,142 345 people are talking about this Twitter Ads info and privacy प्रधानमंत्री रवांडा का किगली नरसंहार स्मारक देखने जाएंगे. इसके अलावा पीएम मोदी सामाजिक संरक्षण से जुड़े एक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे. अपनी तीन अफ्रीकी देशों की पांच दिवसीय यात्रा मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवांडा और युगांडा के बाद दक्षिण अफ्रीका में होने वाले 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. मोदी गिफ्ट करेंगे गाय इस पूर्व अफ्रीकी देश में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है. यह यात्रा बेहद खास है. ऐसा पहली बार होगा जब पीएम मोदी किसी मुल्क में जाकर विशेष तोहफे के रूप में गाय भेंट करेंगे. पीएम मोदी यहां रवेरू मॉडल गांव का दौरा कर 200 गाय गिफ्ट करेंगे. ये गाय रवांडा सरकार की एक कल्याणकारी योजना 'गिरिंका कार्यक्रम' के तहत दी जाएंगी. रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे ने गरीब परिवारों की मदद के मकसद से इस राष्ट्रीय सामाजिक संरक्षण प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसके तहत हर गरीब परिवार को एक गाय दी जाती है. रवांडा के बाद युगांडा रवांडा के बाद पीएम मोदी का अगला पड़ाव युगांडा होगा. 20 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री युगांडा की यात्रा कर रहा है. मोदी युगांडा की संसद को संबोधित करेंगे, एेसा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स के सालाना शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचेंगे. बतौर प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा अफ्रीकी दौरा है जहां पीएम 27 जुलाई तक रहेंगे. इससे पहले वह 2016 में मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और केन्या के दौरे पर गए थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा के पहले पड़ाव पर रवांडा पहुंच चुके है. इस पूर्व अफ्रिकी देश की यात्रा पर आने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. शायद यही वजह रही कि प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी करने रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कगामे स्वयं किगली …

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रवांडा के ऐतिहासिक दौरे पर PM मोदी, 20 करोड़ डॉलर कर्ज की पेशकश

रवांडा के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां के राष्ट्रपति पॉल कागमे के साथ विस्तृत बातचीत की और व्यापार एवं कृषि के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने रवांडा के लिए 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी की. राष्ट्रपति कागमे के साथ बातचीत के बाद मोदी ने घोषणा की कि भारत जल्द रवांडा में अपना दूतावास खोलेगा. रवांडा में मीडिया को दिये गए संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, 'हमलोग रवांडा में एक उच्चायोग खोलने जा रहे हैं. इससे दोनों देशों की संबंधित सरकारों के बीच ना सिर्फ संवाद स्थापित होगा बल्कि वाणिज्य संबंधी, पासपोर्ट, वीजा के लिए सुविधाएं भी सुनिश्चित होंगी.' उन्होंने कहा कि भारत और रवांडा के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं. मोदी ने कहा, 'यह हमारे लिए गौरव की बात की है कि भारत रवांडा की आर्थिक विकास की यात्रा में उसके साथ खड़ा है.' उन्होंने कहा कि भारत रवांडा के विकास में सहयोग जारी रखेगा. दोनों देशों ने चमड़ा एवं इससे संबद्ध क्षेत्रों और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किए. भारत ने कई औद्योगिक पार्क के विकास एवं रवांडा में किगाली विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के लिए 10 करोड़ डॉलर और कृषि के लिए 10 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की पेशकश की. आपसी बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने कारोबार एवं निवेश, क्षमता निर्माण, विकासात्मक सहयोग और दोनों देशों के बीच संबंध में भागीदारी मजबूत करने के लिए प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बातचीत में भी हिस्सा लिया. View image on TwitterView image on TwitterView image on Twitter Narendra Modi ✔ @narendramodi Wonderful interaction with the Indian diaspora in Rwanda. In every part of the part of the world, the Indian diaspora is distinguishing itself and making us proud of their accomplishments. Rwanda’s Indian community is a very positive influence on the India-Rwanda friendship. 1:44 AM - Jul 24, 2018 13.6K 3,184 people are talking about this Twitter Ads info and privacy राष्ट्रपति कागमे ने अपनी टिप्पणी में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा रवांडा एवं भारत के बीच लंबे समय से कायम मित्रता एवं सहयोग में मील का पत्थर दर्शाती है. संसाधान सम्पन्न इस महाद्वीप में भारत की पहुंच कायम करने के इरादे से मोदी अफ्रीका के तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में सोमवार रात रवांडा पहुंचे. मोदी इस पूर्वी अफ्रीकी देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं. मोदी की रवांडा यात्रा अपने आप में महत्वपूर्ण है. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. रवांडा अफ्रीका की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'एक करीबी मित्र एवं रणनीतिक साझेदार द्वारा विशेष स्वागत! तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में रवांडा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागमे ने किगाली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर स्वागत किया. किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली रवांडा यात्रा है.' प्रधानमंत्री वहां 'जिनोसाइड मेमोरियल' का दौरा करेंगे और कागमे द्वारा शुरू की गई रवांडा की एक राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा योजना 'गिरींका' (प्रति परिवार एक गाय) पर आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे.

रवांडा के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां के राष्ट्रपति पॉल कागमे के साथ विस्तृत बातचीत की और व्यापार एवं कृषि के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने रवांडा के लिए 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी की. …

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पाकिस्तान में कल है चुनाव, 10 बिंदुओं में जानें पूरा हाल

पाकिस्तान में कल यानी बुधवार, 25 जुलाई को नई सरकार के लिए चुनाव होने जा रहे हैं. पाकिस्तान में कोई भी प्रधानमंत्री पांच साल तक का अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. इसे देखते हुए वहां लोकतांत्रिक चुनाव की अहमियत समझी जा सकती है. आइए जानते हैं पाकिस्तान के आम चुनाव की दस महत्वपूर्ण बातें. 1. पाकिस्तान में आम चुनाव, बैलेट पेपर से ही होंगे. चुनाव सुबह 8 बजे से शुरू होंगे और शाम 6 बजे तक चलेंगे. पाकिस्तान में वोटिंग वाले दिन ही शाम 6 बजे के बाद पोलिंग बूथ में मौजूद कर्मचारियों को वहीं पर वोटों की गिनती में लगा दिया जाता है. 2. चुनाव नतीजे रात 9 बजे से ही आना शुरू हो सकते हैं, हालांकि आधी रात के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी. 3. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) के अनुसार, पाकिस्तान में करीब 10.5 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर हैं. हर मतदाता दो सीटों के लिए वोट डालेगा, एक नेशनल एसेंबली और दूसरी प्रांतीय एसेंबली की. 4. पाकिस्तान के चारो प्रांतों- पंजाब, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध में चुनाव होने जा रहे हैं. नेशनल एसेंबली में 272 प्रत्यक्ष सीटें और 70 आरक्षित सीटें हैं. चुनाव सिर्फ प्रत्यक्ष सीटों पर होंगे. 5. इस तरह किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 137 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी. इस चुनाव में त्रिकोणीय लड़ाई पीएमएल-एन, पीटीआई और पीपीपी के बीच है. 6. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के प्रमुख पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ हैं. 7. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख पूर्व क्रिकेटर इमरान खान हैं. 8. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) के प्रमुख पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी हैं. 9. मुत्तहिदा म‍जलिस-ए-अमल (MMA) तमाम धार्मिक दलों का एक गठबंधन है. 10. ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में शामिल हाफिज सईद ने भी मिल्ली मुस्लिम लीग नामक एक राजनीतिक दल बनाकर अपने करीब 200 कैंडिडेट चुनाव मैदान में उतारे हैं. हालांकि इस दल को अभी चुनाव आयोग की मान्यता नहीं मिली है.

पाकिस्तान में कल यानी बुधवार, 25 जुलाई को नई सरकार के लिए चुनाव होने जा रहे हैं. पाकिस्तान में कोई भी प्रधानमंत्री पांच साल तक का अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. इसे देखते हुए वहां लोकतांत्रिक चुनाव की अहमियत समझी जा सकती है. आइए जानते हैं पाकिस्तान के …

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पाक में चुनाव प्रचार ख़त्म, इमरान और नवाज़ में काटे की टक्कर

पाकिस्तान में बुधवार 25 जुलाई को आम चुनाव है. जिसके चलते सोमवार मध्यरात्रि से यहाँ पर चल रहे आम चुनाव प्रचार ख़त्म हो चुके है. इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार और नेता जनसभाओं, नुक्कड़ सभाओं और घर-घर जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिशों में जुटे रहे. पाक चुनाव में आतंकी भूमिका पर अमेरिका चिंतित बता दें कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी पीटीआई के बीच 25 जुलाई के चुनाव में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है. पाकिस्तान में आम चुनाव को लेकर मतदाताओं में बहुत अधिक उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. इसी बीच इमरान कि पार्टी को यहाँ पूर्व क्रिकेटरों का साथ भी मिल रहा है. पाक चुनाव में शरीफ ने किये लच्छेदार वादे पाकिस्तान के कई कट्टर मौलवियों सहित 12,570 से अधिक उम्मीदवार संसद और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनावी मैदान में हैं. नेशनल असेंबली के लिए 3,675 और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 8,895 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. जिनकी किस्मत का फैसला कल मतलब कि 25 जुलाई बुधवार को होना है. बता दें कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता और अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सहित कई कद्दावर नेताओं के खिलाफ अदालती मामलों के कारण पाकिस्तान में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है.

पाकिस्तान में बुधवार  25 जुलाई को आम चुनाव है. जिसके चलते सोमवार मध्यरात्रि से यहाँ पर चल रहे आम चुनाव प्रचार ख़त्म हो चुके है. इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार और नेता जनसभाओं, नुक्कड़ सभाओं और घर-घर जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिशों में जुटे …

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मुझसे गले मिलने से पहले 10 बार सोचेंगे राहुल- योगी

20 जुलाई को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण देने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को गले लगाने के मामला, अभी तक चर्चा का विषय बना हुआ है, एक तरफ जहाँ कांग्रेस इसे प्यार से जीतने का फार्मूला बता रही है, वहीँ भाजपा नेता राहुल गाँधी की इस हरकत को बचकानी और शिष्टाचार के खिलाफ बता रहे हैं. इस क्रम में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो गए हैं. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण देश को गुमराह कर रही हैं : एके एंटनी दरअसल, योगी आदित्यनाथ एक निजी न्यूज़ चैनल के सवालों का जवाब दे रहे थे, जब उनसे गले मिलने वाली घटना के बारे में पूछा गया तो, योगी ने कहा कि राहुल गाँधी की हरकतें बचकाना है और उनमे बुद्धि विवेक की कमी है. जब योगी से पूछा गया कि राहुल गाँधी अगर उनसे गले मिलने आएँगे तो, इस पर योगी ने कहा कि "राहुल मुझसे गले मिलने से पहले 10 बार सोचेंगे क्योंकि मैं जनता हूँ कि गले लग्न उनका एक राजनितिक स्टंट है." अलवर मॉब लिंचिंग के लिए मोदी जिम्मेदार : राहुल गांधी राहुल गाँधी के पीएम पद की दावेदारी पर योगी आदित्यनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस जिन पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही है, पहले उनसे तो पूछिए कि क्या वे राहुल गाँधी को अपना उम्मीदवार स्वीकार करेंगे. अखिलेश यादव, मायावती, आदि दूसरी पार्टियों को नेता क्या राहुल गाँधी को अपना नेता स्वीकार करते हैं, जब वे ही राहुल गाँधी पर भरोसा नहीं करते तो और कौन करेगा. मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस तरह कि घटनाओं को राजनितिक फायदे के लिए उछाला जा रहा है, जबकि इनपर रोक लगाना चाहिए.

20 जुलाई को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण देने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को गले लगाने के मामला, अभी तक चर्चा का विषय बना हुआ है, एक तरफ जहाँ कांग्रेस इसे प्यार से जीतने का फार्मूला बता रही है, वहीँ भाजपा नेता राहुल …

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सदन में राहुल की गलती कहीं पड़ न जाए भारी, लोकसभा अध्‍यक्ष के पास है कई शक्तियां!

क्‍या है पूरा मामला बहरहाल, आगे बढ़ने से पहले आपको ये भी बता दें कि राहुल का विवादास्‍पद बयान फ्रांस और भारत के बीच हुई राफेल डील को लेकर दिया गया था। उनका आरोप था कि एनडीए सरकार ने यह डील यूपीए द्वारा तय की गई कीमत से अधिक में की है। इतना ही नहीं उन्‍होंने सदन में यह भी कहा कि इस संबंध में पहले रक्षा मंत्री ने तथ्‍यों को सभी के समक्ष रखने की बात कही थी, लेकिन बाद में वह इससे मुकर गईं। यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि सदन में किसी के खिलाफ आरोप लगाने से पहले इसकी इजाजत लेना जरूरी होता है, जो कि राहुल ने नहीं ली थी। इसके ही चलते भाजपा ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। अब इसको लेकर गेंद लोकसभा अध्‍यक्ष के पाले में है। जानिए, राहुल गांधी के किस बयान के खिलाफ भाजपा लाएगी विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव यह भी पढ़ें ये है तरीका दरअसल, किसी भी विशेषाधिकार हनन के प्रस्‍ताव को लेकर अध्‍यक्ष ही अंतिम फैसला करता है। संसद ठीक तरीके से काम कर सके और उसकी गरिमा भी बनी रहे, इसके लिए संसद के प्रत्येक सदस्यों को एक विशिष्ट अधिकार प्राप्त होता है। जिसे विशेषाधिकार (प्रिविलेज) कहा जाता है। इसके हनन पर जेल भेजने से लेकर निलंबित करने तक की कार्रवाई हो सकती है। संसद विशेषाधिकार के तहत मिलने वाले इन अधिकारों के हनन को रोकने के लिए सदैव तत्पर रहती है। इसके लिए संसद के दोनों सदनों में एक विशेषाधिकार कमेटी काम करती है। जिसका गठन सदन के अध्यक्ष या सभापति की ओर से किया जाता है। संसद के मानसून सत्र में भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस ने बनाई ये रणनीति यह भी पढ़ें विशेषाधिकार समिति लोकसभा की इस विशेषाधिकार समिति में कुल 15 सदस्य होते है। इनमें सभी पार्टियों के संसद सदस्यों का प्रतिनिधित्व होता है। किस पार्टी के कितने सासंद इनमें होंगे, इसका निर्धारण सदन में पार्टियों की संख्या के हिसाब से किया जाता है। यह कमेटी लोकसभा अध्यक्ष की देखरेख में काम करती है। जो लोकसभा के भीतर और बाहर अपने सदस्यों के विशेषाधिकार से जुड़े सभी मामलों को देखती है। लोकसभा अध्यक्ष का होता है अंतिम फैसला ऐसे मामलों में सदन खुद या किसी सदस्य की ओर से नोटिस मिलने के बाद ही कार्रवाई करता है। इसके तहत यह सुनिश्चित करना होता है कि इससे सदन या फिर किसी सदस्य की गरिमा को ठेस पहुंची है। फिलहाल लोकसभा के मामले में ऐसी किसी नोटिस पर अंतिम फैसला लोकसभा अध्यक्ष को लेना होता है। जो नोटिस के तर्कों से सहमत होने पर इस पूरे मामलें को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेजता है। जहां इससे जुड़े प्रत्येक पहलुओं की गहराई से जांच होती है। संसद मानसून सत्र: राज्‍यसभा के प्रमुख नेताओं से मिले नायडू, विपक्ष से सहयोग की अपील यह भी पढ़ें सजा के तौर पर ये हैं प्रावधान साथ ही जरूरी होने पर संबंधित को नोटिस जारी कर जबाव मांगा जाता है। सदस्य या किसी बाहरी के खिलाफ विशेषाधिकार से जुड़े मामले में एक ही प्रक्रिया अपनाई जाती है। इस दौरान समिति जबाव को मिलने के बाद कार्रवाई की सिफारिश करती है। जिसमें भत्र्सना करने से लेकर दंड देने या फिर जेल भेजने तक की कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अपने सदस्यों के मामले में वह सिर्फ दो प्रकार के ही दंड दे सकता है। इसके तहत उसे सदन से निलंबित या फिर निष्कासित किया जा सकता है, वहीं मंत्रिमंडल के सदस्यों के मामले में निष्कासित करने जैसी सिफारिश नहीं की जा सकती है। कांग्रेस ने सुषमा के खिलाफ दिया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस यह भी पढ़ें समिति की सिफारिश पर निर्णय लेने का एकाधिकार सुरक्षित समिति अपनी यह सिफारिश लोकसभा अध्यक्ष को भेजती है, जिसके पास इन पर निर्णय लेने का अंतिम अधिकार होता है। वह इन सिफारिशों के अमल का आदेश दे सकती है, या फिर उसे रद्द भी कर सकती है। संसद के विशेषाधिकार के तहत किसी के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ उसी सदन में की हो सकती है, जिस सदन का वह सदस्य हो या फिर जहां का मामला हो। ऐसे मामलों में दंड को लेकर संसद को ढेर सारी स्वतंत्रता दी गई है। वह किसी मामले में खेद जताने पर ही उसे माफ कर सकती है। फिलहाल संसद का का इसके पीछे अपनी गरिमा के साथ संसद और उसके सदस्यों, समितियों की स्वतंत्रता को कायम रखना होता है।

लोकसभा में विशेषाधिकार हनन को लेकर अब बयानबाजी तेज हो गई है। दरअसल, यह सारा मामला राहुल गांधी के उस बयान के बाद से उठा है जिसमें उन्‍होंने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और पीएम मोदी के खिलाफ झूठ बोलने और तथ्‍यों को छिपाने का आरोप लगाया था। इसके बाद से …

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जानें आखिर क्‍यों और कैसे कूटनीति के लिए अचानक खास बन गया छोटा सा देश रवांडा

शी और मोदी की पहली यात्रा चीन या भारत के शीर्ष नेतृत्व की यह पहली रवांडा यात्रा है। रवांडा को मिल रही इस अहमियत के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि भारत और चीन अफ्रीका में अपनी कनेक्टिविटी परियोजनाओं को परवान चढ़ाना चाहते हैं। इस काम में रवांडा, सेनेगल और युगांडा जैसे देशों की मदद सबसे अहम होगी। वैसे चीन इस मामले में भारत से काफी आगे है। चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत अफ्रीका को जोड़ने का रोडमैप भी बनाया है, जिसमें रवांडा एक अहम भागीदार है, जबकि भारत अफ्रीका में कनेक्टिविटी परियोजनाओं को जापान की मदद से लागू करने की इच्छा रखता है। इस बारे में भारत व जापान के बीच समझौता भी हुआ है, लेकिन अभी तक आगे का रोडमैप नहीं बना है। पीएम नरेंद्र मोदी तीन अफ्रीकी देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर हुए रवाना यह भी पढ़ें चीन की कनेक्टिविटी परियोजना रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कगामे ने चीन की कनेक्टिविटी परियोजना से जुड़ने की सहमति दे दी है। वैसे रवांडा की अहमियत पहचानने में भारत भी बहुत पीछे नहीं है। रवांडा के साथ जनवरी, 2017 में भारत ने रणनीतिक साझीदारी का समझौता भी किया था। दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग स्थापित करने के लिए भी एक समझौता होने जा रहा है। सीमा पर शांति बहाली की बात करने वाले चीन से भारत को रहना होगा सावधान यह भी पढ़ें दो सौ गायों का तोहफा देंगे प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मोदी वहां राष्ट्रपति कगामे से मिलेंगे और उन्हें भारत की तरफ से 200 गायों का तोहफा भी देंगे। सनद रहे कि कगामे की राजनीति में गाय की बेहद अहमियत है। कगामे ने अपने पहले चुनाव में हर परिवार को एक गाय देने की घोषणा की थी। विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) टीएस त्रिमूर्ति के मुताबिक, भारत की कोशिश हमेशा से यह है कि रवांडा को उसके विकास में हरसंभव मदद दी जाए। प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने के लिए रवांडा के उद्यमियों को और ज्यादा कर्ज भी उपलब्ध कराने की घोषणा करेंगे। 'शी' को आजीवन सत्ता सौंपने से पहले ही चीन को लेकर भारत ले चुका है बड़े फैसले यह भी पढ़ें लगातार सात फीसद पर है विकास दर अफ्रीका मामलों को देखने वाले विदेश मंत्रलय के एक अन्य अधिकारी ने रवांडा को मिल रही अहमियत के बारे में बताया कि इस देश ने पिछले डेढ़ दशक में जितनी प्रगति की है वैसा उदाहरण अफ्रीका में मिलना काफी मुश्किल है। इसकी आर्थिक विकास दर लगातार सात फीसद से ज्यादा रही है। समाज में अपराध और भ्रष्टाचार को कम करने में इसकी सफलता को अब दूसरे देश अपनाने लगे हैं। आखिर क्‍यों और कैसे भारत के लिए इतने खास बन गए हैं आसियान देश यह भी पढ़ें संसद में 61 फीसद महिलाएं समाजिक जन-जीवन में महिलाओं को सम्मानजक स्थान दिलाने में रवांडा की कोशिशों का साफ तौर पर असर दिख रहा है। अभी यहां की संसद में 61 फीसद महिलाएं हैं जो पूरी दुनिया में संसदीय व्यवस्था में महिलाओं की सबसे ज्यादा भागीदारी है।

मध्य अफ्रीका का एक बेहद छोटा देश रवांडा अचानक इतना खास कैसे हो गया कि कुछ ही घंटों के भीतर चीन के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री राजकीय यात्रा पर वहां पहुंच गए? सिर्फ 1.2 करोड़ की आबादी वाले इस देश ने पिछले एक दशक के दौरान लैंगिक भेदभाव समाप्त …

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