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तो क्या सच में होती है नागमणि..!

तो क्या सच में होती है नागमणि..!

अक्सर ही हम सभी ने सुना है कि अगर किसी को नागमणि मिल जाए तो वह रातोंरात लखपति बन सकता है उसकी किस्मत एक पल में चमक सकती है. कई लोग इस बात ओर यकीन करते हैं तो कई लोग नहीं. आज हम आपको इसकी कुछ सच्चाई के बारे में …

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खास तरीके से बनाएं बैंगन की सब्जी

आज तक आपने कई बार बैंगन की सब्जी खाई होगी. पर आज हम आपको खास तरीके से बैगन की सब्जी बनाने की रेसिपी के बारे में बताने जा रहे हैं. ये खाने में बहुत स्वादिष्ट और बनाने में आसान होती है. आप इसे आसानी से घर पर बना सकते हैं. आइए जानते हैं बैगन की सब्जी बनाने की रेसिपी. सामग्री- तेल - 45 मिली लीटर,सरसों के बीज - 1 चम्मच,सफेद मसूर - 1 चम्मच,चने की दाल - 1 चम्मच,करी पत्ते - 8 – 10,प्याज - 115 ग्राम,हरी मिर्च – 2,हल्दी - 1/4 चम्मच,टमाटर - 100 ग्राम,नमक - 1 चम्मच,बैंगन - 350 ग्राम,धनिया - गार्निशिंग के लिए विधि- 1- बैंगन की सब्जी बनाने के लिए एक मोटी तली वाली कढ़ाई में 45 मिलीलीटर तेल डालकर गर्म करें. अब इसमें एक चम्मच सरसों के बीज , एक चम्मच सफेद मसूर की दाल, एक चम्मच चने की दाल और 8-10 करी पत्ते डालकर 2 से 3 मिनट तक फ्राई करें. 2- अब इसमें 115 ग्राम प्याज डालकर हल्का गुलाबी होने तक फ्राई करें. अब इसमें 2 हरी मिर्च और ½ चम्मच हल्दी डालकर मिक्स करें. 3- अब इसमें 100 ग्राम टमाटर डालकर नरम होने तक पकाएं. अब इस मिश्रण में एक चम्मच नमक डालकर मिक्स करें. 4- अब इसमें 350 ग्राम बैगन डालकर अच्छे से मिलाएं. अब इसे 15 मिनट तक ढक्कन लगाकर पकाएं. 5- लीजिये आपकी बैंगन की सब्जी तैयार है अब इसे धनिया के साथ गार्निश करके सर्व करें.

आज तक आपने कई बार बैंगन की सब्जी खाई होगी. पर आज हम आपको खास तरीके से बैगन की सब्जी बनाने की रेसिपी के बारे में बताने जा रहे हैं. ये खाने में बहुत स्वादिष्ट और बनाने में आसान होती है. आप इसे आसानी से घर पर बना सकते हैं. …

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बारिश के मौसम में लीजिए गरमा गरम कॉर्न चीज़ बॉल्स का मजा

ज्यादातर लोगों को बारिश के मौसम में गरमा गरम पकोड़े खाना बहुत पसंद होता है, पर अगर आप पकौड़े खा कर बोर हो चुके हैं तो आज हम आपके लिए टेस्टी कॉर्न चीज़ बॉल्स की रेसिपी लेकर आए हैं. ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं और आप इसे आसानी से घर में बना सकते हैं, तो आइए जानते हैं कॉर्न चीज़ बॉल्स बनाने की रेसिपी. सामग्री- (चीज के लिए) मोजरेला चीज- 1 कप ,स्वीट कॉर्न- ¼ कप,आलू (उबले और मैश किए हुए)- 1-2 आलू ,अरारोट- 1 चम्मच ,चाट मसाला- ½ छोटा चम्मच ,काली मिर्च पाउडर- ½ छोटा चम्मच ,नमक- स्वादानुसार (बाकी की सामग्री) अरारोट- ½ कप,मैदा पेस्ट- 3 बड़ा चम्मच,ब्रेड क्रम्ब्स- 1 कप,तेल- फ्राई करने के लिए विधि (चीज के लिए) 1- कॉर्न चीज़ बॉल्स बनाने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में ऊपर बताई गई सभी चीजों को डालकर अच्छे से मिक्स कर लें. 2- अब चीज के लिए तैयार किए हुए मिश्रण में से कुछ हिस्सा लेकर नींबू के आकार में गोल करें. 3- अब इसे आरारोट में लपेट लें. अब इससे मैदे के घोल में डूबा कर ब्रेड क्रम्स में लपेटे. अब इन बॉल्स को आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें. 4- आधे घंटे बाद इन्हें गर्म तेल में गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई कर ले. 5- लीजिए आपके कॉर्न चीज़ बॉल्स तैयार हैं. अब इन्हें सॉस के साथ सर्व करें.

ज्यादातर लोगों को बारिश के मौसम में गरमा गरम पकोड़े खाना बहुत पसंद होता है, पर अगर आप पकौड़े खा कर बोर हो चुके हैं तो आज हम आपके लिए टेस्टी कॉर्न चीज़ बॉल्स की रेसिपी लेकर आए हैं. ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं और आप इसे …

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बच्चों के टिफिन के लिए बनायें पिज़्ज़ा सैंडविच

अगर आपका बच्चा हमेशा अपना टिफिन बिना खाए ही वापस आ जाता है तो इस बार आप उसके टिफिन में पिज़्ज़ा सैंडविच बना कर दे. पिज़्ज़ा सैंडविच बहुत ही स्वादिष्ट होता है. यह बनाने में बहुत आसान होता है और इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है. अपने टिफिन में पिज़्ज़ा सैंडविच देखकर आपका बच्चा बहुत खुश हो जाएगा. आइए जानते हैं पिज़्ज़ा सैंडविच बनाने की रेसिपी. सामग्री ब्रेड स्लाइस- 2 ,पिज्जा सॉस- 4 टीस्पून,टमाटर स्लाइस- 4 ,जैतून के टुकड़े- 6 ,जलपेनो टुकड़े- 4 ,प्याज स्लाइस- स्वादानुसार ,चिली फलैक्स- ¼ टीस्पून ,मिक्सड हर्ब्स- ¼ टीस्पून,मोजरेला चीज (कद्दूकस किया हुआ)- मुट्ठी भर ,मक्खन- 1 टीस्पून विधि 1- पिज़्ज़ा सैंडविच बनाने के लिए सबसे पहले ब्रेड स्लाइस पर पिज़्ज़ा सॉस लगाएं. 2- अब इसके ऊपर टमाटर के स्लाइस, जैतून के टुकड़े, जलपेनो के टुकड़े और प्याज के स्लाइस रखें. 3- अब इसके ऊपर चिल्ली फ्लेक्स, मिक्स हर्ब्स और मोज़ेरेला चीज़ छिड़के. 4- अब एक तवे को गर्म करके इसमें थोड़ा सा बटर डालें. अब सैंडविच को दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने तक सेके. 5- लीजिए आपका पिज़्ज़ा सैंडविच बनकर तैयार है.

अगर आपका बच्चा हमेशा अपना टिफिन बिना खाए ही वापस आ जाता है तो इस बार आप उसके टिफिन में पिज़्ज़ा सैंडविच बना कर दे. पिज़्ज़ा सैंडविच बहुत ही स्वादिष्ट होता है. यह बनाने में बहुत आसान होता है और इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता है. अपने …

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कैल्शियम की कमी को दूर करते हैं ये आहार

हड्डियां मजबूत होने पर जोड़ों के दर्द की बीमारी के होने का खतरा नहीं रहता है, पर अगर हड्डियां कमजोर हो तो इसका कारण शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होती है. मजबूत हड्डियों में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का निर्माण होता है. कैल्शियम की आवश्यकता छोटी उम्र से लेकर बढ़ती उम्र तक होती है. अगर शरीर में कैल्शियम की कमी हो तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और जोड़ों में दर्द होने लगता है. आप अपनी डाइट में हेल्थी फूड्स को शामिल करके कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं. जिससे जोड़ों का दर्द होने की संभावना कम हो सकती है. 1- कैल्शियम और विटामिन डी युक्त चीजों को अपने खाने में शामिल करें. कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है. इससे जोड़ों के दर्द की संभावना कम हो जाती है. 2- स्ट्रॉबेरी एक सुपरफूड होता है. जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है. स्ट्रॉबेरी खाने से हड्डियां मजबूत हो जाती हैं और जोड़ों के दर्द की समस्या नहीं होती है. 3- दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है. दिन में दो बार दूध का सेवन करने से कैल्शियम की कमी दूर हो जाती है और जोड़ों के दर्द से आराम मिलता है. 4- सोयाबीन में प्रोटीन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा मौजूद होते हैं. जो हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है. अगर आपको दूध दही खाना पसंद नहीं है तो सोयाबीन का सेवन करें. 5- अलसी के बीज सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इनमे कैल्शियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है.

हड्डियां मजबूत होने पर जोड़ों के दर्द की बीमारी के होने का खतरा नहीं रहता है, पर अगर हड्डियां कमजोर हो तो इसका कारण शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होती है. मजबूत हड्डियों में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का निर्माण होता है. कैल्शियम की आवश्यकता छोटी उम्र …

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हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को दूर करते हैं ये आहार

3- नियमित रूप से नींबू पानी का सेवन करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या कम हो जाती है. नींबू पानी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करते हैं. 4- दिल के मरीजों के लिए इलायची का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. आयुर्वेद में इलायची को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. रोजाना इलायची का सेवन करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती है.

आजकल ज्यादातर लोगों को हार्ट ब्लॉकेज की समस्या हो जाती है. हार्ट ब्लॉकेज दिल की धड़कन से जुड़ी बीमारी है. यह दो तरह की होती है. हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को दूर करने के लिए लोग एंजोप्लास्टी और महंगी महंगी दवाओं का सेवन करते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे …

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बारिश एक बार फिर बनी आफत, 12 फुटबॉल खिलाड़ियों के बचाव अभियान पर लगी रोक

बारिश एक बार फिर बनी आफत, 12 फुटबॉल खिलाड़ियों के बचाव अभियान पर लगी रोक

थाईलैंड में एक गुफा के भीतर फंसे 12 फुटबॉल खिलाड़ियों की जान बचाने के अभियान पर एक बार फिर आफत आ गई है. बारिश की भविष्यवाणी की वजह से राहत और बचाव कार्य को रोक दिया गया है. बारिश की वजह से ही फुटबॉल टीम के खिलाड़ी पिछले महीने इस गुफा …

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दो नावों के पलटने से 40 पर्यटकों की मौत

थाइलैंड के पर्यटन द्वीप फुकेट जा रहीं दो नावों के समुद्र में पलटने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं. सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. थाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि रॉयल थाई सरकार लापता लोगों को तलाशने का हर संभव प्रयास करेगी और इस दर्दनाक दुर्घटना में बचे सभी लोगों को सहयोग देगी. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 93 पर्यटकों, टूरिस्ट गाइडों, चालक दल के सदस्यों सहित कुल 105 सवारों वाला द फीनिक्स पीसी डाइविंग शिप गुरुवार को खराब मौसम के कारण डूब गया. जहाज में ज्यादातर चीनी पर्यटक थे. थाइलैंड स्थित चीनी दूतावास ने कहा कि दुर्घटनाओं में 16 चीनी नागरिकों की मौत हो गई, 78 को बचा लिया गया जबकि 33 चीनी पर्यटक अभी भी लापता हैं. थाइलैंड के मौसम विभाग ने कहा कि दोनों जहाज खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद गए थे. देश के दक्षिणी तट के ज्यादातर भाग पर शुक्रवार को भी मौसम खराब बना हुआ है. अन्य खबरों के अनुसार, 39 लोगों को बचा लिया गया जब एक दूसरी नाव जिसमें ज्यादातर यूरोपीय पर्यटक सवार थे, भी उसी समय पलटी. इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं कि खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद नावें क्यों गईं. थाइलैंड में मानसून आने वाला है. इस मौसम में यहां भारी बारिश और तूफान आना सामान्य है

थाइलैंड के पर्यटन द्वीप फुकेट जा रहीं दो नावों के समुद्र में पलटने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं. सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. थाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते …

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जेल जाने से पहले नवाज शरीफ का ‘सहानुभूति कार्ड’, बोले- मुझे अकेला मत छोड़ना

भारत में अभी आम चुनाव में लंबा वक्त है, लेकिन पड़ोसी मुल्क में चुनाव का माहौल बना हुआ है. शुक्रवार को एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत की ओर से नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद को जेल की सजा सुनाए जाने के बाद वहां की राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है. सजा को शरीफ अपने पक्ष में भुनाने की कोशिशों में लग गए हैं. कहा जा रहा है कि जब यह फैसला सुनाया जा रहा था तब नवाज शरीफ और मरियम लंदन के एवेनफील्ड स्थित अपने अपार्टमेंट में थे. शरीफ की बेटी और उनके दो बेटे (हसन और हुसैन) अभी लंदन में हैं जबकि दामाद सफदर पाकिस्तान में हैं, लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुए. बेटी के साथ सामने आए नवाज 10 साल की जेल की सजा पाए जाने के बाद नवाज ने लंदन में आयोजित पीसी में कहा कि वह चोर नहीं हैं और जल्द ही पाकिस्तान लौटेंगे. उन्होंने कहा, 'मेरा जेल से संघर्ष जारी रहेगा. यह मेरे संघर्ष का एक हिस्सा है.' इस दौरान उनकी बेटी मरियम भी उनके बगल में बैठी थीं. नवाज को जेल के अलावा 80 लाख पौंड का जुर्माना भी लगाया गया. चुनाव से महज 3 हफ्ते सजा का ऐलान होने के बाद संकट में दिख रही नवाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल) को नवाज ने अब इसका फायदा दिलाने के मकसद से सहानुभूति कार्ड खेलने की कोशिश की है. सहानुभूति कार्ड खेलते हुए नवाज शरीफ ने कहा, 'मैं वादा करता हूं कि मेरा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक देश के लोगों को कुछ जनरल और जजों की ओर से उन पर थोपी गई दासता से मुक्त नहीं करा लेता.' जल्द लौटेंगे स्वदेशः नवाज पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे सजा इसलिए मिली, क्योंकि मैंने पाकिस्तान के लोगों को कुछ जनरलों और जजों की दासता से आजाद कराने की कोशिश की. मैं इन सब का सामना करने आ रहा हूं.' साथ ही यह भी कहा कि वह पाकिस्तान के संविधान को कुछ लोगों का गुलाम नहीं बनने देंगे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह कब स्वदेश लौट रहे हैं. जब उनसे लौटने को लेकर समय और तारीख के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपनी पत्नी कुलसूम नवाज की गंभीर बीमारी (गले के कैंसर) का हवाला दिया और कहा कि उसकी बीमारी के कारण वह तुरंत नहीं लौट सकते. सहानुभूति कार्ड खेलते हुए उन्होंने आगे कहा, 'मैं देश से अपील करता हूं कि वे मेरे साथ आए और इस नाजुक क्षण में मुझे अकेला न छोड़ें. अदालत के फैसले के बाद एक ट्वीट के जरिए मरियम शरीफ ने कहा, 'अनदेखी ताकतों के आगे दृढ़ता से खड़े होने के लिए यह बहुत छोटी सजा है. अत्याचार से लड़ने का मनोबल आज बढ़ गया.' फैसला राजनीति से प्रेरित दूसरी ओर, पीएमएल (एन) प्रमुख और नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने अदालत के फैसले को खारिज करते हुए इसे अनुचित तथा राजनीति से प्रेरित बताया. उनका कहना है कि पार्टी इस फैसले को नकारती है. पूरे मुकदमे में कोई ठोस कानूनी दस्तावेज पेश ही नहीं किए गए. नवाज शरीफ का नाम पानामा मुकदमे में कहीं नहीं लिखा. एवेनफील्ड और विदेशी कंपनियों में भी उनका नाम नहीं है. पाकिस्तान की एक एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत ने अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की गैरहाजिरी में उन्हें पनामा पेपर्स कांड से जुड़े भ्रष्टाचार के तीन मामलों में से एक में शुक्रवार को 10 साल कैद-ए-बामुशक्कत की सजा सुनाई और 80 लाख पौंड का जुर्माना लगा दिया. उनकी बेटी मरियाम को 3 साल और दामाद सफदर को 1 साल की जेल हुई है. 10 दिन में दायर करनी होगी अपील डॉन अखबार की खबर के मुताबिक कौमी एहतिसाब ब्यूरो (एनएबी) तीनों दोषियों के आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ समय तक इंतजार करेगा. यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो एनएबी मरियम और शरीफ को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेगा और सफदर को गिरफ्तार किया जाएगा. एनएबी की अभियोजन टीम के प्रमुख सरदार मुजफ्फर अब्बासी ने कहा कि आरोपी के पास अपील दायर करने के लिए 10 दिनों का वक्त है. देश में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव से पहले उनकी पार्टी एहतिसाब अदालत ने नवाज शरीफ 10 साल की जेल के अलावा मरियम को सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई और उन पर 20 लाख पौंड का जुर्माना लगाया. मरियम के पति और शरीफ के दामाद कैप्टन (सेवानिवृत) मोहम्मद सफदर को एक साल की कैद की सजा सुनाई. जांच अधिकारियों से सहयोग नहीं करने पर उन्हें यह सजा सुनाई गई. सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत ने सुनवाई पांच बार स्थगित करने के बाद एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले की सजा सुनाई. यह मामला लंदन के पॉश एवेनफील्ड हाउस में चार फ्लैटों के मालिकाना हक से जुड़ा है.भारत में अभी आम चुनाव में लंबा वक्त है, लेकिन पड़ोसी मुल्क में चुनाव का माहौल बना हुआ है. शुक्रवार को एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत की ओर से नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद को जेल की सजा सुनाए जाने के बाद वहां की राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है. सजा को शरीफ अपने पक्ष में भुनाने की कोशिशों में लग गए हैं. कहा जा रहा है कि जब यह फैसला सुनाया जा रहा था तब नवाज शरीफ और मरियम लंदन के एवेनफील्ड स्थित अपने अपार्टमेंट में थे. शरीफ की बेटी और उनके दो बेटे (हसन और हुसैन) अभी लंदन में हैं जबकि दामाद सफदर पाकिस्तान में हैं, लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुए. बेटी के साथ सामने आए नवाज 10 साल की जेल की सजा पाए जाने के बाद नवाज ने लंदन में आयोजित पीसी में कहा कि वह चोर नहीं हैं और जल्द ही पाकिस्तान लौटेंगे. उन्होंने कहा, 'मेरा जेल से संघर्ष जारी रहेगा. यह मेरे संघर्ष का एक हिस्सा है.' इस दौरान उनकी बेटी मरियम भी उनके बगल में बैठी थीं. नवाज को जेल के अलावा 80 लाख पौंड का जुर्माना भी लगाया गया. चुनाव से महज 3 हफ्ते सजा का ऐलान होने के बाद संकट में दिख रही नवाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल) को नवाज ने अब इसका फायदा दिलाने के मकसद से सहानुभूति कार्ड खेलने की कोशिश की है. सहानुभूति कार्ड खेलते हुए नवाज शरीफ ने कहा, 'मैं वादा करता हूं कि मेरा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक देश के लोगों को कुछ जनरल और जजों की ओर से उन पर थोपी गई दासता से मुक्त नहीं करा लेता.' जल्द लौटेंगे स्वदेशः नवाज पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे सजा इसलिए मिली, क्योंकि मैंने पाकिस्तान के लोगों को कुछ जनरलों और जजों की दासता से आजाद कराने की कोशिश की. मैं इन सब का सामना करने आ रहा हूं.' साथ ही यह भी कहा कि वह पाकिस्तान के संविधान को कुछ लोगों का गुलाम नहीं बनने देंगे. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह कब स्वदेश लौट रहे हैं. जब उनसे लौटने को लेकर समय और तारीख के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपनी पत्नी कुलसूम नवाज की गंभीर बीमारी (गले के कैंसर) का हवाला दिया और कहा कि उसकी बीमारी के कारण वह तुरंत नहीं लौट सकते. सहानुभूति कार्ड खेलते हुए उन्होंने आगे कहा, 'मैं देश से अपील करता हूं कि वे मेरे साथ आए और इस नाजुक क्षण में मुझे अकेला न छोड़ें. अदालत के फैसले के बाद एक ट्वीट के जरिए मरियम शरीफ ने कहा, 'अनदेखी ताकतों के आगे दृढ़ता से खड़े होने के लिए यह बहुत छोटी सजा है. अत्याचार से लड़ने का मनोबल आज बढ़ गया.' फैसला राजनीति से प्रेरित दूसरी ओर, पीएमएल (एन) प्रमुख और नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने अदालत के फैसले को खारिज करते हुए इसे अनुचित तथा राजनीति से प्रेरित बताया. उनका कहना है कि पार्टी इस फैसले को नकारती है. पूरे मुकदमे में कोई ठोस कानूनी दस्तावेज पेश ही नहीं किए गए. नवाज शरीफ का नाम पानामा मुकदमे में कहीं नहीं लिखा. एवेनफील्ड और विदेशी कंपनियों में भी उनका नाम नहीं है. पाकिस्तान की एक एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत ने अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की गैरहाजिरी में उन्हें पनामा पेपर्स कांड से जुड़े भ्रष्टाचार के तीन मामलों में से एक में शुक्रवार को 10 साल कैद-ए-बामुशक्कत की सजा सुनाई और 80 लाख पौंड का जुर्माना लगा दिया. उनकी बेटी मरियाम को 3 साल और दामाद सफदर को 1 साल की जेल हुई है. 10 दिन में दायर करनी होगी अपील डॉन अखबार की खबर के मुताबिक कौमी एहतिसाब ब्यूरो (एनएबी) तीनों दोषियों के आत्मसमर्पण करने के लिए कुछ समय तक इंतजार करेगा. यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो एनएबी मरियम और शरीफ को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेगा और सफदर को गिरफ्तार किया जाएगा. एनएबी की अभियोजन टीम के प्रमुख सरदार मुजफ्फर अब्बासी ने कहा कि आरोपी के पास अपील दायर करने के लिए 10 दिनों का वक्त है. देश में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव से पहले उनकी पार्टी एहतिसाब अदालत ने नवाज शरीफ 10 साल की जेल के अलावा मरियम को सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई और उन पर 20 लाख पौंड का जुर्माना लगाया. मरियम के पति और शरीफ के दामाद कैप्टन (सेवानिवृत) मोहम्मद सफदर को एक साल की कैद की सजा सुनाई. जांच अधिकारियों से सहयोग नहीं करने पर उन्हें यह सजा सुनाई गई. सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत ने सुनवाई पांच बार स्थगित करने के बाद एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले की सजा सुनाई. यह मामला लंदन के पॉश एवेनफील्ड हाउस में चार फ्लैटों के मालिकाना हक से जुड़ा है.

भारत में अभी आम चुनाव में लंबा वक्त है, लेकिन पड़ोसी मुल्क में चुनाव का माहौल बना हुआ है. शुक्रवार को  एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत की ओर से नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद को जेल की सजा सुनाए जाने के बाद वहां की राजनीति ने नया मोड़ ले लिया …

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थाईलैंड: गुफा में ऑक्सीजन की कमी, खतरे में 13 जिंदगियां, 7 दिन तक बारिश का अलर्ट

थाईलैंड की गुफा में फंसे 12 फुटबॉलर बच्चों और उनके कोच की जान मिनट-दर मिनट मुश्किल में फंसती जा रही है. रेस्क्यू टीम लगातार इन्हें बचाने के प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है. अब बिगड़े मौसम ने इस महारेस्क्यू ऑपरेशन पर ग्रहण लगा दिया है, जिसने सबकी चिंता बढ़ा दी है. एक तरफ खराब मौसम के चलते शुक्रवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा तो दूसरी तरफ गुफा में ऑक्सीजन का स्तर खतरे के निशान तक गिर आया है. एक और बड़ी मुसीबत भारी बारिश का अलर्ट भी है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 7 दिन बारिश का अनुमान है. ऐसे में बारिश के कारण गुफा में जलस्तर बढ़ने की भी आशंका है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना और मुश्किल हो जाएगा. बता दें कि पहले से ही गुफा में पानी भरा है, जिसे निकाला जा रहा है. रेस्क्यू टीम का बयान चीनी रेस्क्यू टीम के प्रमुख वांग यिंगी ने बताया कि शुक्रवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा है. जिसके बाद अब दूसरे विकल्प तलाशे जा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अब तक यह योजना थी कि धीरे-धीरे आगे बढ़कर बच्चों को बाहर निकाल लिया जाएगा. लेकिन अब हमें प्लान में बदलाव करना पड़ेगा क्योंकि अगर ऑक्सीजन का स्तर 13 फीसदी से कम रहता है तो बच्चों की जान पर खतरा मंडरा सकता है.' इन विकल्पों पर विचार रेस्क्यू टीम प्रमुख ने बताया कि बच्चों को निकाल पाने में फिलहाल समस्या आ रही है, जिसके चलते दूसरे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. अब रेस्क्यू टीम की कोशिश है कि गुफा के अंदर ही बच्चों को किसी सुरक्षित स्थान पर भेजा जाए. इसके अलावा गुफा में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए पाइप के इस्तेमाल पर भी विचार किया जा रहा है. बताया गया कि गुफा के अंदर पांच किलोमीटर लंबा पाइप भेजने की योजना है, जिसके जरिए गुफा के ऑक्सीजन लेवल को नियंत्रित किया जा सके ताकि टीम के पहुंचने तक बच्चे और उनके कोच ऑक्सीजन की कमी का शिकार न हो सकें. रेस्क्यू के दौरान एक जवान की मौत बच्चों को बचाने में मदद करते हुए ऑक्सीजन की कमी के कारण सेना के एक पूर्व नेवी सील की मौत हो चुकी है. चिआंग राय के डिप्टी गवर्नर पास्साकोर्न बूनयालक ने कहा, 'स्वेच्छा से मदद करने वाले एक पूर्व नेवी सील की गुरुवार रात करीब 2 बजे मौत हो गई.' गोताखोर की पहचान समन कुनोंत के तौर पर हुई है. कुनोंत थाम लुआंग गुफा के भीतर एक स्थान से वापस आ रहे थे. पानी के बीच गुफा में फंसे हैं बच्चे यह सभी बच्चे चिआंग राय प्रांत के थाम लुआंग गुफा में फंसे हुए हैं, वहां से निकलना बेहद मुश्किल है क्योंकि वहां चारों तरफ पानी फैला हुआ है, रास्ता बेहद संकरा है, वहां अंधेरा है और कीचड़ होने के कारण वहां से बाहर आने के लिए उन्हें बेहद मशक्कत करनी पड़ेगी. भारत ने भी राज्य सरकार को मदद करने की है. गुफा के प्रवेश द्वारा से लेकर जिस स्थान पर बच्चों और उनके कोच ने शरण ली है, उस स्थान तक पहुंचने में 11 घंटे का समय लगता है, इसमें छह घंटे जाने और पांच घंटे लौटने में लगते हैं. थाईलैंड की अंडर 16 फुटबॉल टीम के 12 बच्चे और उनके 25 वर्षीय कोच 23 जून से लापता हैं. ऐसा अनुमान है कि उन्होंने भारी बारिश की वजह से गुफा में शरण ली थी और बारिश की वजह से गुफा का प्रवेश द्वारा अवरुद्ध हो गया. इन बच्चों की उम्र 11 से 16 साल के बीच है.

थाईलैंड की गुफा में फंसे 12 फुटबॉलर बच्चों और उनके कोच की जान मिनट-दर मिनट मुश्किल में फंसती जा रही है. रेस्क्यू टीम लगातार इन्हें बचाने के प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है. अब बिगड़े मौसम ने इस महारेस्क्यू ऑपरेशन पर ग्रहण लगा …

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