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जिया खालिदा को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत

भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बांग्लादेश की शीर्ष अदालत से रहत मिल गई है, 72 वर्षीय ज़िया को अदालत ने मार्च में हाई कोर्ट द्वारा दिए गए जमात के दैस्ले को बरक़रार रखते हुए उन्हें जमानत दे दी है. बांग्लादेश की मीडिया ने इस बात की पुष्टि की है, स्थानीय मीडिया ने बताया है कि उच्च न्यायालय अब 31 जुलाई तक बांग्लादेश की मुख्य राजनीतिक पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख जिया की अपील पर सुनवाई करेगा. जिया ने अदालत से गुजारिश की थी अनाथआश्रम ट्रस्ट मामले में अपनी सजा और पांच साल की जेल की अवधि को खत्म कर दिया जाए. उल्लेखनीय है कि खालिदा जिया को इसी साल 8 फरवरी को अनाथआश्रम के नाम पर गबन करने के आरोप में 5 साल के लिए जेल की सजा सुनाई गई थी. जिया पर आरोप था कि उन्होंने अनाथाश्रम ट्रस्ट के लिए विदेशी दान के तौर पर 21 मिलियन टका (लगभग ढाई लाख अमरीकी डॉलर) का गबन किया था. बताया जाता है कि ये ट्रस्ट उनके पति और सैन्य शासक नेता जियाउर रहमान के नाम पर बनाया गया था. इस मामले में सुनवाई करते हुए बांग्लादेश की उच्च न्यायलय ने तमाम बातों और दलीलों पर गौर करते हुए 12 मई को जिया को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया था, लेकिन बांग्लादेश सरकार और भ्रष्टाचार विरोधी आयोग ने उच्च न्यायलय के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, किन्तु वहां भी जिया सरकार पर भारी पड़ी और उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी बेल मिल गई.

भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बांग्लादेश की शीर्ष अदालत से रहत मिल गई है, 72 वर्षीय ज़िया को अदालत ने मार्च में हाई कोर्ट द्वारा दिए गए जमात के दैस्ले को बरक़रार रखते हुए उन्हें जमानत दे दी है. बांग्लादेश की मीडिया ने …

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नवाज़ की शराफ़त से इमरान भी नाराज़, कहा ‘गद्दार’

सच बोल कर पाकिस्‍तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने ही मुल्क में बुरी तरह से फ़स गए है. मुंबई हमले में पाक का हाथ होने के कुबूल नामे के बाद नवाज़ ने जो शराफत दिखाई है उससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई है. मुंबई हमले पर दिए बयान के बाद पाकिस्तान में अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग जोर-शोर से हो रही है. इस संबंध में तीन प्रांतों की विधानसभाओं में एक प्रस्ताव लाया गया है. एक प्रस्ताव में तो शरीफ को गद्दार करार देते हुए फांसी देने की मांग की गई है. उन्‍हें गद्दार कहने में क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान भी पीछे नहीं हैं. नवाज को पहले मीर जाफर बताने वाले इमरान ने अब उन्‍हें गद्दार तक कह डाला है. इन आरोपों पर नवाज ने चुप्‍पी तोड़ते हुए कहा है कि कौन देशभक्त है और कौन देशद्रोही है, इस बारे में फैसला किए जाने की जरूरत है. हमें यह पता लगाना होगा कि देश में आतंकवाद की नींव किसने रखी. उनके बयान से उनकी अपनी ही सरकार बैकफुट पर आ खड़ी हुई है. इसके बाद देश के मौजूदा प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्‍बासी ने मामले को शांत करने के लिए यहां तक कहा कि नवाज के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. लेकिन नवाज शरीफ ने इसके बाद दोबारा मीडिया में साफतौर पर कहा कि उन्‍होंने कुछ गलत नहीं कहा, न ही बयान को तोड़ा और मरोड़ा गया है. नवाज ने यहां तक कहा कि उन्‍हें अपनी कही बात पर कोई पछतावा नहीं है और न ही वह इसके लिए माफी मांगेंगे.

सच बोल कर पाकिस्‍तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने ही मुल्क में बुरी तरह से फ़स गए है. मुंबई हमले में पाक का हाथ होने के कुबूल नामे के बाद नवाज़ ने जो शराफत दिखाई है उससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई है. मुंबई हमले पर दिए बयान के बाद पाकिस्तान …

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खोखली जीत’ का जश्न मनाएगी बीजेपी – राहुल

कर्नाटक चुनाव का नाटक जारी है . सुप्रीम कोर्ट में देर रात चली सुनवाई के बाद येदियुरप्पा की सीएम पद की शपथ भी ले ली . अब कांग्रेस का प्रपंच जारी है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'संविधान का मजाक' बनाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा और अपने ट्वीट में इसे खोखली जीत' बताया . बता दें कि राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक में जरूरी आंकड़ा नहीं होने के बावजूद सरकार के गठन का बीजेपी की अतार्किक जिद संविधान का मजाक बनाना है.' उन्होंने लिखा 'एक तरफ बीजेपी खोखली जीत का जश्न मनाएगी, वहीं दूसरी ओर भारत लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा.' जबकि पार्टी महासचिव अशोक गहलोत ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सभी बड़ी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सत्ता हथियाने के लिए 'लोकतंत्र की हत्या' कर रही है. उल्लेखनीय है कि आज गुरुवार को सुबह राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीएस युदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी. नए सीएम को 15 दिन में बहुमत सिद्ध करने को कहा है . येदियुरप्पा को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाए जाने के खिलाफ गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कांग्रेस विधायक और नेता विधानसभा के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए.

कर्नाटक चुनाव का नाटक जारी है . सुप्रीम कोर्ट में देर रात चली सुनवाई के बाद येदियुरप्पा की सीएम पद की शपथ भी ले ली . अब कांग्रेस का प्रपंच जारी है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘संविधान का मजाक’ बनाने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा और …

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कर्नाटक में बहुमत साबित करेंगे – महासचिव मुरलीधर राव

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा है कि वह विधानसभा में बहुमत साबित करेगी. साथ ही उन्होंने चुनाव बाद हुए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को ‘नापाक और नामंज़ूर’ करार बताया . बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बीच सिर्फ भाजपा को सत्ता से दूर रखने' की सहमति बनी है.यह जनादेश और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से पूरी तरह विपरीत है.खंडित जनादेश के बीच भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है. राव ने कहा , कर्नाटक के लोग जानते हैं कि यह नापाक और अस्वीकार्य गठबंधन है.जबकि जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी ने कल कहा था कि 12 साल पहले उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन कर भारी गलती की थी.तब लोग उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की धर्मनिरपेक्ष साख पर सवाल खड़े करने लगे थे. लेकिन आज ईश्वर ने उस दाग को धोने का मौका दे दिया. कुमार स्वामी ने कांग्रेस के साथ बनानी चाही थी उल्लेखनीय है कि राव ने कहा कि हम राज्यपाल के निर्देशानुसार सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे.भाजपा ने हमेशा मूल लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन किया है.बता दें कि येदियुरप्पा ने अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है . सदन में बहुमत साबित हो जाने पर कैबिनेट में सदस्यों को शामिल किया जाएगा और इसका विस्तार किया जाएगा.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा है कि वह विधानसभा में बहुमत साबित करेगी. साथ ही उन्होंने चुनाव बाद हुए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को ‘नापाक और नामंज़ूर’ करार बताया . बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बीच सिर्फ भाजपा …

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SC सहित देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है- राहुल

कर्नाटक में जारी हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के नए सीएम पद की शपथ ली. जिसके बाद राहुल गाँधी ने तीखा हमला बोला है. राहुल ने कहा कि देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है. जज तक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस डर का फायदा उठा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में संविधान पर जोरदार हमला हुआ है. हमें एकजुट होकर मुकाबला करना होगा. राहुल गांधी ने कहा, 'किसान सरकार से कर्ज माफ करने की बात करता है, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं कि यह हमारी सरकार की पॉ‍लिसी नहीं है. देश में करोड़ों किसान हैं, करोड़ों लोग कर्ज माफी मांग करते हैं, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं यह हमारी पॉलिसी नहीं है, एक साल के अंदर ढाई लाख करोड़ रुपये 15 सबसे अमीर लोगों का माफ हो जाता है. उसके बारे में अरुण जेटली एक शब्द नहीं कहते, ये तो उनकी पॉलिसी ही है.' राहुल गांधी ने कहा, 'देश की कोई भी संस्था देख लीजिए-एमपी, एमएलए, सुप्रीम कोर्ट, योजना आयोग, सभी इंस्टीट्यूट में आरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने इतने साल तक हिंदुस्तान को चलाया. आप हमारा रिकॉर्ड देखिए. हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन को हम अपने लोगों से कभी नहीं भरते थे. ये इंस्टीट्यूशन क्या हैं, प्लानिंग कमीशन क्या है, पंचायती राज क्या है, जज क्या हैं, हमारे प्रेस के लोग कभी-कभी हमारे बरे में गलत, झूठ भी लिख देते हैं, लेकिन इन सबको मिलाकर इस देश की आवाज बनती है.' उन्होंने कहा, 'अमेरिका का राष्ट्रपति कहता है कि हमारा कॉम्पिटिशन हिंदुस्तान और चीन के साथ है, तो वह इसीलिए कहता है कि उसको हिंदुस्तान की आवाज सुनाई देती है, इस देश में अलग- अलग पहचान और अलग-अलग विचार हैं. आज पूरी दुनिया इस देश की आवाज को सुन रही है. लेकिन आरएसएस और बीजेपी नहीं चाहते कि इस देश की आवाज सुनी जाए.'

कर्नाटक में जारी हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के नए सीएम पद की शपथ ली. जिसके बाद  राहुल गाँधी ने तीखा हमला बोला है. राहुल ने कहा कि देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है. जज तक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ …

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कर्नाटक में नए स्पीकर की होगी अहम भूमिका

कर्नाटक में आखिर बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन गए. इसके बाद अब कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक का दौर भी शुरू हो गया.राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा बीएस येदुरप्पा को सीएम की शपथ दिला दी गई .लेकिन अहम सवाल यह है कि स्पीकर किस पार्टी का बनेगा. आमतौर पर स्पीकर सत्ता पक्ष का ही होता है. स्पीकर फ्लोर पर शक्ति परीक्षण के पहले अहम भूमिका निभाते हैं. येदुरप्पा को 15 दिनों में बहुमत साबित करना है, इस अवधि में उन्हें अपना स्पीकर या प्रो-टेम स्पीकर बनाना होगा . पार्टी का स्पीकर बनने पर कई सुविधाएं स्वतः मिल जाएंगी . जैसे दल विरोधी कानून में सदस्यों को मान्य या अमान्य करने का फैसला स्पीकर पर निर्भर रहता है.इसी तरह मतदान होने पर व्हिप के खिलाफ जाने वाले विधायकों पर फैसला करने का अधिकार भी स्पीकर के पास सुरक्षित रहता है.यदि स्पीकर का चुनाव होता है तो ये फ्लोर पर पहला शक्ति परीक्षण होगा. बशर्ते सर्वानुमति से कोई स्पीकर नहीं बन रहा है.बीजेपी यही चाहेगी कि नया स्पीकर या नया प्रो-टेम स्पीकर उसी का बने. उल्लेखनीय है कि स्पीकर का चुनाव आम तौर पर सर्वानुमति से होता है. लेकिन कर्नाटक के हालात अलग हैं . यहां बीजेपी के कर्नाटक में 104 विधायक हैं. कांग्रेस के पास 77 विधायक हैं तो जेडी (एस) के पास 38 निर्वाचित विधायक. जबकि एक विधायक निर्दलीय दूसरा बहुजन समाज पार्टी का है .ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपना स्पीकर कर्नाटक विधानसभा में बनवा पाती है या नहीं.इस बारे में भाजपा में विचार चल रहा है.

कर्नाटक में आखिर बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन गए. इसके बाद अब कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक का दौर भी शुरू हो गया.राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा बीएस येदुरप्पा को सीएम की शपथ दिला दी गई .लेकिन अहम सवाल यह है कि स्पीकर किस पार्टी का बनेगा. आमतौर पर स्पीकर सत्ता पक्ष का …

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बी एस येदियुरप्पा, कई उतार-चढ़ाव और 3 बार सीएम

कर्नाटक में बीजेपी से सीएम पद के लिए चुनावी रण में उतरे बी एस येदियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है, येदियुरप्पा ने आज तीसरी बार मुख्यमंत्री पद पर बैठे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि येदियुरप्पा यहाँ तक कैसे पहुंचे ? सिर्फ लिंगायत नेता कहकर येदियुरप्पा को खारिज करना आसान नहीं है. कर्नाटक के मांड्या जिले के बुकानाकेरे में सिद्धलिंगप्पा और पुत्तथयम्मा के घर 27 फरवरी 1943 को जन्मे बुकंकरे सिद्दालिंगप्पा येदियुरप्पा ने चार साल की उम्र में अपनी मां को खो दिया था. चावल मिल के क्लर्क से जमीनी किसान नेता और फिलहाल कर्नाटक में लिंगायतों के सबसे बड़े नेता येदियुरप्पा कई मुश्किलों से गुजर कर यहां तक पहुंचे हैं. अपने पोलिटिकल करियर की शुरुआत उन्होंने 1972 में शिकारीपुरा तालुका के जनसंघ अध्यक्ष के रूप में की थी, इमरजेंसी के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. बेल्लारी और शिमोगा की जेल से जब वे निकले तब तक उन्हें इलाके के किसान नेता के रूप में जाना जाने लगा था. साल 1977 में जनता पार्टी के सचिव पद पर काबिज होने के साथ ही राजनीति में उनका कद और बढ़ गया. येदियुरप्पा 1983 में पहली बार शिकारपुर से विधायक चुने गए और फिर छह बार यहां से जीत हासिल की, 1988 में ही उन्हें पहली बार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया था. 1994 के विधानसभा चुनावों में हार के बाद येदियुरप्पा को असेंबली में विपक्ष का नेता बना दिया गया. 2003 2004 में उनकी पत्नी की रहस्यमयी तरीके से कुँए में गिरने से मौत हो गई थी, जिसके बाद उनपर जमीन घोटाले, अवैध खनन घोटाले, बेटों को भूमि आवंटित करने के आरोपों लगने से विवाद में आ गए. पांच फरवरी 2011 को उन्होंने अपनी संपत्ति सार्वजनिक की और और कांग्रेस को चेतावनी दी कि वह उनके पास 'काले धन' की बात साबित करके दिखाए. 2007 में येदियुरप्पा पहली बार मुख्यमंत्री बने, जेडीएस और भाजपा के बीच हुए एक अनुबंध के तहत, जिसमे पहले 20 महीने कुमारस्वामी और बाद के 20 महीने येदियुरप्पा मुख्यमंत्री रहेंगे. 2008 में उन्होंने पहली बार निर्दलीय और विपक्ष के विधायकों को खरीदकर जबरदस्त बहुमत जुटाया और मुख्यमंत्री बने. आज उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. कर्नाटक की सबसे मजबूत जाति लिंगायत के हिस्से 21 प्रतिशत वोट है. कहा जाता है कि इसका बड़ा हिस्सा आज भी येदियुरप्पा के इशारों पर वोट करता है.

कर्नाटक में बीजेपी से सीएम पद के लिए चुनावी रण में उतरे बी एस येदियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है, येदियुरप्पा ने आज तीसरी बार मुख्यमंत्री पद पर बैठे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि येदियुरप्पा यहाँ तक कैसे पहुंचे ? सिर्फ लिंगायत नेता कहकर …

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सीएम येदियुरप्पा की मुश्किलें शुरू

कर्नाटक में सीएम पद की शपथ लेते ही सीएम बीएस येदियुरप्पा की मुश्किलें शुरू हो गई है .भले ही येदियुरप्पा सीएम की कुर्सी पर बैठ गए लेकिन उनकी सबसे बड़ी चिंता 24 घंटे के अंदर उन्हें अपने समर्थन विधायकों की सूची सुप्रीम कोर्ट को सौंपने की है .बीजेपी के लिए 112 विधायकों की सूची बनाना आसान नहीं है . गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 222 सीटों पर आए नतीजों में बीजेपी को 104 सीटें मिली हैं, जो कि बहुमत से 8 विधायक कम हैं. कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37, बसपा को 1 और अन्य को 2 सीटें मिली हैं. ऐसे में बीजेपी को 8 विधायक जुटाना कठिन है . हालाँकि इतना तो तय है कि भाजपा ने जब सरकार बनाने का दावा किया है तो पर्याप्त संख्या बल का भी विचार किया ही होगा. यह शक्ति परीक्षण में सामने आएगा लेकिन पहले तो 112 समर्थक विधायकों की सूची बनाना है. आपको बता दें कि बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद के शपथ को रोकने के लिए कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंची. कोर्ट में आधी रात के बाद करीब साढ़े तीन घंटे चली बहस के बाद सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा की शपथ पर रोक लगाने से इंकार कर दिया.लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से राज्यपाल को दिए गए समर्थन पत्र माँगा है. इस मामले में अब कल शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे जब दोबारा सुनवाई होगी तब येदियुरप्पा को अपने 112 विधायकों की सूची सुप्रीम कोर्ट को सौंपेंगे.

कर्नाटक में सीएम पद की शपथ लेते ही सीएम बीएस येदियुरप्पा की मुश्किलें शुरू हो गई है .भले ही येदियुरप्पा सीएम की कुर्सी पर बैठ गए लेकिन उनकी सबसे बड़ी चिंता 24 घंटे के अंदर उन्हें अपने समर्थन विधायकों की सूची सुप्रीम कोर्ट को सौंपने की है .बीजेपी के लिए …

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राहुल गांधी का हमला- कर्नाटक में बिना बहुमत वाली सरकार, ये संविधान की हत्या

राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बिना बहुमत वाली सरकार बनी है, ये संविधान की हत्या है. राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में संविधान पर जोरदार हमला हुआ है. हमें एकजुट होकर मुकाबला करना होगा. छत्तीसगढ़ में जनस्वराज सम्मेलन को संबोधि‍त करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की सभी संस्थाओं को डराया जा रहा है. जज तक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस डर का फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'एक तरफ हत्या का एक आरोपी देश की राष्ट्रीय पार्टी का प्रमुख है, तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के चार जज यह कह रहे हैं कि वे काम नहीं कर पा रहे. प्रेस डर के मारे काम नहीं कर पा रहा.' उन्होंने कहा, 'आम तौर से जनता न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट जाती है, 70 साल में पहली बार आपने देखा होगा कि सुप्रीम कोर्ट के जज जनता के पास आकर कह रहे हैं कि हमें दबाया जा रहा है, हम अपना काम नहीं कर पा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि इस तरह की चीज एक लोकतांत्रिक देश में पहली बार हुई है. यह सिर्फ तानाशाही देशों में होता रहा है. यह केवल पाकिस्तान और अफ्रीका जैसे देशों में होता रहा है. जनरल आ जाता है और प्रेस को, कोर्ट को दबा देता है. मगर हिंदुस्तान में 70 साल में पहली बार हुआ है. छत्तीसगढ़ में जनस्वराज सम्मेलन को संबोधि‍त करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'किसान सरकार से कर्ज माफ करने की बात करता है, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं कि यह हमारी सरकार की पॉ‍लिसी नहीं है. देश में करोड़ों किसान हैं, करोड़ों लोग कर्ज माफी मांग करते हैं, लेकिन अरुण जेटली कहते हैं यह हमारी पॉलिसी नहीं है, एक साल के अंदर ढाई लाख करोड़ रुपये 15 सबसे अमीर लोगों का माफ हो जाता है. उसके बारे में अरुण जेटली एक शब्द नहीं कहते, ये तो उनकी पॉलिसी ही है.' राहुल गांधी ने कहा, 'देश की कोई भी संस्था देख लीजिए-एमपी, एमएलए, सुप्रीम कोर्ट, योजना आयोग, सभी इंस्टीट्यूट में आरएसएस के लोग भरे जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने इतने साल तक हिंदुस्तान को चलाया. आप हमारा रिकॉर्ड देखिए. हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन को हम अपने लोगों से कभी नहीं भरते थे. ये इंस्टीट्यूशन क्या हैं, प्लानिंग कमीशन क्या है, पंचायती राज क्या है, जज क्या हैं, हमारे प्रेस के लोग कभी-कभी हमारे बारे में गलत, झूठ भी लिख देते हैं, लेकिन इन सबको मिलाकर इस देश की आवाज बनती है.' उन्होंने कहा, 'अमेरिका का राष्ट्रपति कहता है कि हमारा कॉम्पिटिशन हिंदुस्तान और चीन के साथ है, तो वह इसीलिए कहता है कि उसको हिंदुस्तान की आवाज सुनाई देती है, इस देश में अलग- अलग पहचान और अलग-अलग विचार हैं. आज पूरी दुनिया इस देश की आवाज को सुन रही है. लेकिन आरएसएस और बीजेपी नहीं चाहते कि इस देश की आवाज सुनी जाए.' उन्होंने कहा, 'आरएसएस और भाजपा नहीं चाहते कि इस देश की गरीब जनता की आवाज़ सुनी जाए. भाजपा और आरएसएस के हिसाब से महिलाओं का काम खाना बनाना है और कुछ नहीं, इनके लिए दलितों का काम सिर्फ सफाई करने का है, पढ़ने का नहीं.' उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस का यही लक्ष्य है कि महिलाओं, गरीबों, किसानों की आवाज़ को दबाओ और हिंदुस्तान का धन चंद चुने हुए लोगों को दे दो.

राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बिना बहुमत वाली सरकार बनी है, ये संविधान की हत्या है. राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में संविधान पर जोरदार हमला हुआ है. हमें एकजुट होकर मुकाबला करना होगा. छत्तीसगढ़ में जनस्वराज सम्मेलन को संबोधि‍त …

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50 साल तक सत्ता में बने रहने का शाह का प्लान, कार्यकर्ताओं को दिया मंत्र

कर्नाटक में गुरुवार को बीजेपी की सरकार बन गई. इसके साथ ही अमित शाह का मिशन कर्नाटक लगभग पूरा होता दिख रहा है. कर्नाटक की जीत से उत्‍साहित बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने अब नया टारगेट सेट किया है. गुरुवार को उन्‍होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'हमें देश में लंबे समय तक जनता के बीच जगह बनानी है. 50 साल तक सत्ता में रहने की तैयारी से काम करना है.' 2019 में जीत का सवाल ही नहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मोर्चा संगठनों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'कार्यकर्ताओं को कर्नाटक चुनाव में जीत की बधाई. सवाल ये नहीं कि 2019 या 2024 तक चुनाव जीतना है. हमें देश में लंबे समय तक जनता के बीच जगह बनानी है. 50 साल तक सत्ता में रहने की तैयारी से काम करना है. मतलब हमें संगठन मजबूत बनाना होगा.' ये है अमित शाह का प्‍लान अमित शाह ने इसके लिए कार्यकर्ताओं से प्‍लान भी साझा किया. उन्‍होंने कहा, 'हमें हर घर जाकर पार्टी की योजनाएं लोगों को बतानी है. उनसे पार्टी के नंबर पर मिस्ड कॉल करवाना है, ताकि पता चल सके कि कार्यकर्ता कितने घर गए हैं. हो सके तो कार्यकर्ता वाट्सऐप लोकेशन भी केन्द्रीय पदाधिकारियों से शेयर करें. हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को नमो ऐप से जोड़ना है. लोगों को बूथ तक पहुंचाना है.' कर्नाटक में सियासी जंग तेज बता दें, बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को कर्नाटक के सीएम पद की शपथ ले ली. इसके बाद भी यहां सियासी जंग और तेज हो गई है. सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने राज्यपाल के फैसले के विरोध में सड़क पर भी संघर्ष शुरू कर दिया है. कांग्रेस के सभी विधायक बेंगलुरु में फ्रीडम पार्क में धरने पर बैठे थे. जेडीएस के विधायक भी इसमें शामिल हुए.

कर्नाटक में गुरुवार को बीजेपी की सरकार बन गई. इसके साथ ही अमित शाह का मिशन कर्नाटक लगभग पूरा होता दिख रहा है. कर्नाटक की जीत से उत्‍साहित बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने अब नया टारगेट सेट किया है. गुरुवार को उन्‍होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमें देश …

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