कारोबार

घोटालों, एनपीए से हलकान सार्वजनिक बैंकों को 87 हजार करोड़ रुपये का घाटा

वित्त वर्ष 2018 में देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 87,370 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ है. घोटाले से प्रभावित पंजाब नेशनल बैंक को सबसे ज्यादा घाटा हुआ है. कुल 21 सार्वजनिक बैंकों में से सिर्फ दो इंडियन बैंक और विजया बैंक ही वित्त वर्ष 2017-18 में मुनाफा कमा सके हैं. भारतीय बैंकिंग सेक्टर एनपीए, घोटालों और जालसाजी जैसे मर्ज से हलकान है. 2017-18 में इंडियन बैंक ने 1,259 करोड़ रुपये का सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया है और विजया बैंक को 727 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. इस तरह नीरव मोदी और मेहुल चोकसी द्वारा करीब 13,600 करोड़ रुपये के घोटाले से प्रभावित पंजाब नेशनल बैंक को 2017-18 में 12,283 करोड़ रुपये का भारी घाटा हआ है. इसके बाद आईडीबीआई बैंक को 8,237.93 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. इसके पिछले वित्त वर्ष में भी इस बैंक को 5,158.14 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को भी इस दौरान 6,547.45 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. हालांकि उसका घाटा पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले कम हुआ है. 2016-17 में एसबीआई को 10,484 करोड़ रुपये का घाटा हआ था. 8 लाख करोड़ से ज्यादा हुआ एनपीए दिसंबर 2017 तक के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय बैंकिंग सेक्टर का एनपीए बढ़कर 8.31 लाख करोड़ रुपये हो गया है. कमजोर वित्तीय आंकड़ों की वजह से ही सार्वजनिक क्षेत्र के 11 बैंकों को रिजर्व बैंक के त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) ढांचे के तहत लाना पड़ा है. इसके तहत बैंकों द्वारा और लोन देने तथा विस्तार करने पर कई तरह के अंकुश लगाए जाते हैं.

वित्त वर्ष 2018 में देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 87,370 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ है. घोटाले से प्रभावित पंजाब नेशनल बैंक को सबसे ज्यादा घाटा हुआ है. कुल 21 सार्वजनिक बैंकों में से सिर्फ दो इंडियन बैंक और विजया बैंक ही वित्त वर्ष 2017-18 में मुनाफा …

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Exclusive: OLX पर इंडियन आर्मी और CISF के नाम पर ठगे जा रहे हैं लोग

इंडियन आर्मी जवान सुरेश ने एक वीडियो बनाकर बताया है कि कुछ लोग उसके आई कार्ड का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. 2 मिनट 35 सेकेंड लंबे इस वीडियो में सुरेश लोगों को बता रहा है कि उसने इस बारे में साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवा रखी है और किसी को इस तरह के किसी भी ऐड पर भरोसा करके अपने पैसे देने की जरूरत नहीं है. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो 21 दिसंबर 2017 तक देश में ऑनलाइन बैंकिंग में 25,800 से भी ज़्यादा धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए. डेबिट, क्रेडिट और इंटरनेट बैंकिंग के चलते यह धोखाधड़ी करीब 179 करोड़ रुपये की है.

आपने फ़ेमस जिंगल ‘OLX करो, आगे बढ़ो’ तो सुना ही होगा. ज्यादातर लोग ज़रूरत का सामान खरीदने या अपना पुराना सामान बेचने के लिए OLX करते हैं. तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस पोर्टल का इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए करते हैं. ठगों का ये गिरोह दूसरों …

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विप्रो बोर्ड में शामिल होने वाले तार‍िक प्रेमजी कॉल सेंटर में कर चुके हैं काम

बता दें कि अजीम प्रेमजी देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स हैं. फोर्ब्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 17.2 अरब डॉलर (करीब 1.15 लाख करोड़ रुपये) है. अजीम प्रेमजी ने भी फैमिली बिजनेस संभालने के लिए पढ़ाई छोड़ दी थी. वह स्टैनफर्ड यूनिवर्स‍िटी में पढ़ते थे. उन्होंने 1966 में फैम‍िली का कुक‍िंग बिजनेस संभाने के लिए कॉलेज छोड़ा था.

देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स अजीम प्रेमजी के छोटे बेटे तारिक प्रेमजी अब विप्रो एंटरप्राइजेस से जुड़ गए हैं. उन्हें नॉन-एग्जीक्यूट‍िव डायरेक्टर के तौर पर बोर्ड में शामिल किया गया है. वह पिछले हफ्ते ही विप्रो बोर्ड से जुड़े हैं.अपने पिता अजीम प्रेमजी की तरह ही तारिक प्रेमजी भी …

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New Plan: एयरटेल के 149 प्लान में मिलेगा दोगुना डटा, जियो को दी बड़ी टक्कर!

नई दिल्ली: टेलीकॉम कम्पनियों में ग्राहकोंं को लुभाने के लिए होड़ मची हुई है। अब एक बार फिर भारती एयरटेल ने एक अपने पुराने प्लान को अपडेट किया है। एयरटेल ने अपने 149 रुपये वाले प्लान को अपग्रेड किया है। टेलीकॉम टॉक की रिपोर्ट के मुताबिक एयरटेल के 149 रुपये वाले …

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OMG : दुनिया पर पहला Sex Bot वेश्यालय खोला गया, जानिए इसके पीछे की वजह व तर्क!

रूस: दुनिया में महिलाओं के यौन शोषण को रोकने के लिए कानून से लेकर तमाम कोशिशें की जा रही हैं। अब इसी की रोकथाम को लेकर बड़ी अजीबो-गरीब खबर रुस से आयी है। इस खबर के बारे में बताने से पहले आपको बता दें कि रुस में फीफा वल्र्स कप शुरु …

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घर नहीं आएगा बिजली का बिल, सरकार करने जा रही ये बड़ा बदलाव

जल्द ही बिजली का बिल घर आना पुरानी बात हो जाएगी. केंद्र सरकार पूरे बिलिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है. इसके लिए सरकार अगले तीन साल में सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड में तब्दील करने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा, ''जल्द ही वो दिन आ जाएंगे, जब आपके घर में बिजली का बिल आना बंद हो जाएगा. अगले तीन साल के दौरान सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड किया जाएगा. इसके लिए जरूरी है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का प्रोडक्शन बढ़ाया जाए और इनकी कीमतों में कटौती की जाए.'' आरके सिंह स्मार्ट मीटर मैन्युफैक्चरर्स के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इसमें उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरर्स को स्मार्ट मीटर की मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देना चाहिए. आने वाले सालों में इनकी मांग काफी ज्यादा बढ़ने वाली है. केंद्रीय मंत्री ने पावर मिनिस्ट्री के अध‍िकारियों को भी इस दौरान हिदायत दी. उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर्स को एक तय तारीख के बाद अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए. स्मार्ट मीटर को इस तरह से बनाया जाता है कि यह मीटर रीडिंग्स बिजली कंपनी को सीधे भेज देता है. इससे गलत रीडिंग लिए जाने की आशंका भी कम हो जाती है. इन मीटर पर एक डिस्प्ले भी लगा होता है, जिससे आप आसान तरीके से समझ पाते हैं कि आपकी बिजली की खपत कितनी है.

जल्द ही बिजली का बिल घर आना पुरानी बात हो जाएगी. केंद्र सरकार पूरे बिलिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है. इसके लिए सरकार अगले तीन साल में सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड में तब्दील करने की तैयारी कर रही है.   केंद्रीय राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा, …

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नोटबंदी में बंद 500 और 1000 के नोटों को इस तरह बाजार में लाने जा रहा पाकिस्तान

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम चल रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की नवंबर 2016 में प्रतिबंधित 500 और 1000 रुपये की करेंसी खरीद रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई नेपाल में स्थित स्मगलर्स की मदद से इस प्रतिबंधित करेंसी को करांची और पेशावर में स्थित प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाने का काम कर रहा है. गौरतलब है कि नोटबंदी का ऐलान करते वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान 500 और 1000 रुपये की नकली भारतीय करेंसी बनाकर आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित कर रहा है. लिहाजा, नोटबंदी का फैसला बेहद अहम है और इससे दक्षिण एशिया क्षेत्र में आतंकवाद पर लगाम लगेगा. सूत्रों ने दावा किया है कि भारत में फिलहाल संचालित 50 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये की नई करेंसी की हूबहू नकल निकालने की तैयारी में जुटा है. इसी काम के लिए वह बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की प्रतिबंधित करेंसी को खरीद रहा है. दरअसल, पाकिस्तान पुरानी करेंसी को अपने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाकर उसमें लगे सिक्योरिटी वायर को निकालने की तैयारी में है. जिससे इस वायर का इस्तेमाल वह भारत की नई करेंसी की नकल बनाने में कर सके. जानकारों का दावा है कि पुरानी करेंसी में लगे सिक्योरिटी वायर को नकली करेंसी में लगाने से वह हूबहू असली करेंसी की तरह लगने लगेगी. इस साजिश के तहत नेपाल में स्थित कई संदिग्ध लोग भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भारत अथवा नेपाल में एकत्र कर पाकिस्तान भेजने के काम में लगे हैं. खुफिया विभाग का दावा है कि पाकिस्तान के जिन प्रिंटिंग प्रेस में भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भेजा जा रहा है उसी प्रिंटिंग प्रेस में पाकिस्तीन की करेंसी भी छापी जाती है. इसके अलावा इन दोनों प्रेस में पाकिस्तान भारत की करेंसी की नकल बनाने का काम भी करती रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है और पुरानी करेंसी के देश से बाहर जाने की संभावनाओं पर अलर्ट भी जारी किया है.इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम चल रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की नवंबर 2016 में प्रतिबंधित 500 और 1000 रुपये की करेंसी खरीद रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई नेपाल में स्थित स्मगलर्स की मदद से इस प्रतिबंधित करेंसी को करांची और पेशावर में स्थित प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाने का काम कर रहा है. गौरतलब है कि नोटबंदी का ऐलान करते वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान 500 और 1000 रुपये की नकली भारतीय करेंसी बनाकर आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित कर रहा है. लिहाजा, नोटबंदी का फैसला बेहद अहम है और इससे दक्षिण एशिया क्षेत्र में आतंकवाद पर लगाम लगेगा. सूत्रों ने दावा किया है कि भारत में फिलहाल संचालित 50 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये की नई करेंसी की हूबहू नकल निकालने की तैयारी में जुटा है. इसी काम के लिए वह बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की प्रतिबंधित करेंसी को खरीद रहा है. दरअसल, पाकिस्तान पुरानी करेंसी को अपने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाकर उसमें लगे सिक्योरिटी वायर को निकालने की तैयारी में है. जिससे इस वायर का इस्तेमाल वह भारत की नई करेंसी की नकल बनाने में कर सके. जानकारों का दावा है कि पुरानी करेंसी में लगे सिक्योरिटी वायर को नकली करेंसी में लगाने से वह हूबहू असली करेंसी की तरह लगने लगेगी. इस साजिश के तहत नेपाल में स्थित कई संदिग्ध लोग भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भारत अथवा नेपाल में एकत्र कर पाकिस्तान भेजने के काम में लगे हैं. खुफिया विभाग का दावा है कि पाकिस्तान के जिन प्रिंटिंग प्रेस में भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भेजा जा रहा है उसी प्रिंटिंग प्रेस में पाकिस्तीन की करेंसी भी छापी जाती है. इसके अलावा इन दोनों प्रेस में पाकिस्तान भारत की करेंसी की नकल बनाने का काम भी करती रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है और पुरानी करेंसी के देश से बाहर जाने की संभावनाओं पर अलर्ट भी जारी किया है.

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम चल …

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सस्ता होगा सामान- महंगाई से मिलेगी राहत? GST को लेकर होगी बड़ी घोषणा

सस्ता होगा सामान- महंगाई से मिलेगी राहत? GST को लेकर होगी बड़ी घोषणा

एक देश और एक टैक्स की व्यवस्था ‘जीएसटी’ को लागू हुए जुलाई में एक साल पूरा हो जाएगा. उससे पहले सरकार इसको लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है. केंद्र सरकार के एक मंत्री ने यह बात कही है. ऐसे में उम्मीद है कि यह घोषणा कई सामान का टैक्स रेट …

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Bajaj Car:जल्द सड़कों पर देखने को मिल सकती है बजाज की शानदार कार, जानिए दाम व फीर्चस!

नई दिल्ली: बजाज की सबसे छोटी और सस्ती कार क्यूट अब जल्दी ही भारतीय सड़कों पर देखने को मिल सकती है। बजाज की क्वाड्रिसाइकल क्यूट भारत में जल्द लॉन्च हो सकती है। भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट ऐंड हाईवेज से इस क्वॉड्रिसाइकल के कमर्शल इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई …

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चार साल बाद RBI ने इन मजबूरियों के चलते बढ़ाया रेपो रेट

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके चलते भारत में महंगाई बेलगाम होती दिखाई दे रही है. इसी एक संकेत को आधार मानते हुए केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर इसे 6.25 फीसदी कर दिया. रेपो रेट में इस इजाफे पर रिजर्व बैंक गवर्नर समेत समिति के सभी 6 सदस्यों की मुहर लगी. यानी आरबीआई समिति का मानना है कि मौजूदा समय में भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी चुनौतियों को देखते हुए यह कदम उठाया जाना जरूरी था. हालांकि रिजर्व बैंक के इस फैसले ने बाजार को चौंकाने का काम किया क्योंकि लंबे समय से बाजार को सस्ते ब्याज दरों की उम्मीद बंधी हुई थी जिससे देश में कारोबारी तेजी का रास्ता साफ किया जा सके. जानें रिजर्व बैंक की तीन दिन तक चली बैठक के बाद कैसा बताया गया देश और दुनिया का आर्थिक स्वास्थः- विकसित अर्थव्यवस्थाओं से खराब संकेत अप्रैल में रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा से लेकर जून समीक्षा तक वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में विस्तार जारी है हालांकि इस विस्तार की रफ्तार प्रभावित हुई है और यह पहले से कमजोर पड़ी है. विकसित अर्थव्यवस्थाओं में अमेरिका में नरम निजी खर्च और हाउसिंग सेक्टर में कम निवेश के चलते साल की शुरुआत कमजोर रही है. हालांकि माना जा रहा है कि रोजगार और रिटेल सेल के आंकड़ों में सुधार के चलते अमेरिका में स्थिति अच्छी हो सकती है. वहीं मौजूदा साल में यूरो क्षेत्र का प्रदर्शन खराब रहा है. यूरो क्षेत्र में कमजोर उत्पादन आंकड़े और खराब होती कारोबारी भावना आने वाले दिनों में परेशानी का सबब बन सकती है. इनके अलावा, जापान में पहली तिमाही के दौरान आर्थिक सिकुड़न दर्ज हुई है हालांकि दूसरी तिमाही में सुधार की संभावना है. उभरती अर्थव्यवस्थाओं से मिला-जुला संकेत प्रमुख उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) में आर्थिक गतिविधि काफी लचीली रही हैं. चीनी अर्थव्यवस्था ने पहली तिमाही में मजबूत गति कायम रखी. औद्योगिक उत्पादन पर हाल ही के आंकड़े और पीएमआई दर्शाता है कि दूसरी तिमाही में वृद्धि के स्थिर रहने की संभावना है. वहीं रूसी अर्थव्यवस्था में वर्ष 2017 के अंत में नरमी के बाद आने वाले सालों में बढ़ोतरी की संभावना है. दोनों विनिर्माण और सेवाओं के पीएमआई में अप्रैल में बढोतरी हुई. दक्षिण अफ्रीका में, राजनीतिक स्थिरता आने से वृद्धि संभावनाओं में सुधार हुआ है. ऐसा उपभोक्ता विश्वास, विनिर्माण पीएमआई और खुदरा बिक्री के आंकड़ों से दिखाई दे रहा है. इसके विपरीत, ब्राजील से उच्च बेरोजगारी और नरम औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़े दर्शाते हैं कि मंदी का प्रभाव बना हुआ है. इसे पढ़ें: आम आदमी से ज्यादा सरकारों के 'अच्छे दिन' लाएगा ये रेपो रेट कट भौगोलिक-राजनीतिक तनाव से अनिश्चितता का माहौल वैश्विक व्यापार वृद्धि में मजबूती बनी हुई है, हालांकि भौगोलिक-राजनीतिक तनाव से हाल ही में निर्यात आदेशों और हवाई माल भाड़े में गिरावट आई है. बढ़े हुए भौगोलिक-राजनीतिक तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतें 24 मई तक तेजी से बढ़ी किंतु इसके बाद पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस द्वारा आपूर्ति को सहज करने की संभावनाओं से कीमतों में नरमी आई. रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण मूल धातु विशेषकर एल्यूमिनियम की कीमतें बढ़ गई. मजबूत डॉलर के कारण स्वर्ण ने बिक्री दबाव देखा है हालांकि पिछले सप्ताह में यूरो क्षेत्र में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण इस धातु में सुधार हुआ. इन कारणों से दुनिया की कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने महंगाई का खतरा खड़ा हो गया है. घरेलू अर्थव्यवस्था में जीडीपी रफ्तार संभालने की कवायद घरेलू मोर्चे पर केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सीएसओ) ने 31 मई को वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के लिए राष्ट्रीय आय लेखों के तिमाही अनुमान और वर्ष 2017-18 के लिए अनंतिम अनुमान जारी किए. वर्ष 2017-18 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.7 प्रतिशत अनुमानित की गई है जो 28 फरवरी को जारी किए गए दूसरे अग्रिम अनुमानों से 0.1 प्रतिशत अंक ज्यादा है. बंपर फसल और ग्रामीण आवास और इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार के जोर के चलते विशेषकर उन्नत ग्रामीण मांग के कारण निजी अंतिम उपभोग व्यय में काफी अधिक बढ़ोतरी से इस वृद्धि को सहारा मिला है. तिमाही आंकड़े दर्शाते हैं कि वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था 7.7 प्रतिशत से बढ़ी जो पिछली सात तिमाहियों में सबसे तेज गति है. सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) वृद्धि चौथी तिमाही तक लगातार तीन तिमाहियों में बढ़ी. सामान्य मॉनसून से आ रही सबसे बड़ी राहत रिजर्व बैंक ने आपूर्ति पक्ष पर, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के अनुमानों को भी बढ़ाया है जिनमें वर्ष के दौरान खाद्यान्न और बागवानी में अब तक के सबसे अधिक उत्पादन द्वारा सहायता मिली. तिमाही आधार पर, वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में कृषि वृद्धि तेजी से बढ़ी है. 16 अप्रैल को भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सामान्य दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून वर्षा का पूर्वानुमान लगाया है जिसकी 30 मई को पुनः पुष्टि की गई. यह कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है. मौसम और कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि इस साल सामान्य मॉनसून देश में खरीफ पैदावार के लिए बेहद अहम है और अनुमान है कि इस पैदावार के सहारे देश में किसानों को अच्छी आमदनी देखने को मिलेगी जिसका सीधा असर देश में आर्थिक गतिविधि को तेज करने में देखने को मिलेगा. कोयला, सीमेंट उत्पादन तेज, बिजली सुस्त रिजर्व बैंक के मुताबिक औद्योगिक वृद्धि में भी मजबूती आई है जो विनिर्माण के मजबूत निष्पादन को दर्शा रही है. यह चौथी तिमाही में लगातार तीन तिमाहियों में तेज हुई है. विनिर्माण फर्मों द्वारा क्षमता उपयोग वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में काफी बढ़ा जैसा कि रिज़र्व बैंक को उम्मीद थी. कोयले के उत्पादन में तेज विस्तार के कारण आठ मुख्य उद्योगों का उत्पादन अप्रैल में तीव्र हुआ जो 42 महीनों के अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया. सीमेंट उत्पादन ने भी अप्रैल में लगातार छह महीनों के लिए दुहरी अंकों में वृद्धि दिखाई दी है. हालांकि विद्युत उत्पादन में कमी देखने को मिली है. रिजर्व बैंक ने बताया कि नए घरेलू आदेशों और निर्यात के सहारे मई में विनिर्माण पीएमआई लगातार दसवें महीने तेज रफ्तार दिखा रही है. सर्विस सेक्टर ने सरकार को किया है निराश व्यापार, होटल, परिवहन और संचार तथा वित्तीय सेवाओं जैसे कुछ संघटकों में कम वृद्धि के कारण सेवा क्षेत्र की वृद्धि नीचे की ओर संशोधित की गई है. हालांकि आंकड़ों में यह मजबूत ही दिखाई दे रही है. निर्माण कार्यकलाप ने नई श्रृंखला (आधार 2011-12) में चौथी तिमाही में उच्चतम वृद्धि दर्ज की. हालांकि देश में ट्रैक्टरों और दुपहिया वाहनों की बढ़ती बिक्री ग्रामीण मांग की मजबूती दर्शाती है. वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी अप्रैल में तेज हुई. रेलवे के राजस्व अर्जन मालभाड़ा ट्रैफिक में वृद्धि हुई जिसका कारण कोयले, उर्वरकों और सीमेंट में बढ़ोतरी है. यात्री वाहनों की बिक्री वृद्धि तेज हुई लेकिन अप्रैल में लागतार तीसरे महीने के लिए बंदरगाह ट्रैफिक में गिरावट दर्ज हुई है.

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके चलते भारत में महंगाई बेलगाम होती दिखाई दे रही है. इसी एक संकेत को आधार मानते हुए केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर इसे …

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