हमारे वेद, पुराण आदि धार्मिक ग्रंथों में सोमरस का वर्णन आता है। हम लोग सोमरस को शराब या मदिरा समझते है, हालांकि यह तथ्य बिलकुल गलत है। सोमरस, मदिरा और सुरापान तीनों में फर्क है। ऋग्वेद में कहा गया है- ।।हृत्सु पीतासो युध्यन्ते दुर्मदासो न सुरायाम्।। यानी सुरापान करने या …
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