इन चार कार्यों को करने के बाद हर व्यक्ति को जरुर करना चाहिए स्नान ,आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसी स्थितियों का उल्लेख किया है कि जब व्यक्ति को तुरंत स्नान कर लेना चाहिए। तैलाभ्यङ्गे चिताधूमे मैथुने क्षौरकर्मणि। तावद् भवति चाण्डालो यावत् स्नानं न चाचरेत्। आचार्य चाणक्य ने ऐसे चार …
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