देश की दूसरी रक्षामंत्री बनीं निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को पद का कार्यभार संभाल लिया है। पद का कार्यभार दिए जाने के दौरान केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद रहे। बता दें कि उनसे पहले अरुण जेटली इस पद पर रह चुके हैं। निर्मला सीतारमण बीजेपी की उन बड़ी नेताओं में से हैं, जिन्होंने बड़ी उपलब्धी हासिल की है।खुलासा: चाय व बिस्किट में इस मुख्यमंत्री ने 60 लाखा रुपये किये खर्च!
सीतारमण ने कमाल संभालने के बाद कहा कि पीएम का शुक्रिया जो उन्होंने उन्हें इस बड़े पद की जिम्मेदारी सौंपी।
पदभार ग्रहण करने के बाद निर्मला सीतारमण के पास कई बड़े चैलेंज हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए उनको काफी काम करना होगा। इन चैलेंजों में पहला पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान के साथ दशकों से चले आ रहे सीमा विवाद को हल करना पहली प्राथमिकता होगी। चीन के साथ अभी हाल ही में डोकलाम विवाद का हल सरकार ने किया है। इसके साथ ही चीन अरुणाचल और लद्दाख पर भी अपना हक जता रहा है।
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ भी जम्मू-कश्मीर में सीमा और नियंत्रण रेखा से हो रही घुसपैठ और गोलीबारी के विवाद को हल करना भी बड़ी प्राथमिकता होगी। इसके साथ ही डिफेंस सेक्टर में सेनाओं को लिए गोला बारूद की आपूर्ति, उनके सैन्य सामान की खरीद और निर्माण में मेक इन इंडिया को देखना और एफडीआई को भी देखना होगा।