उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों के चुनाव के लिए दो जून गुरुवार को अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन शुरू हो जाएंगे। नामांकन नौ जून तक होंगे। नामांकन पत्रों की जांच 10 जून व नाम वापसी 13 जून को होगी। 20 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा।
विधान परिषद की 13 सीटें छह जुलाई को रिक्त हो रही हैं। इनमें सर्वाधिक छह सीटें सपा, भाजपा तीन, बसपा तीन और कांग्रेस की एक सीट शामिल है। इन सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना गुरुवार को जारी हो रही है। एमएलसी की एक सीट के लिए 29 विधायकों के मतों की जरूरत है। इस लिहाज से एमएलसी का चुनाव भाजपा और सपा के बीच ही सिमट जाएगा। विधायकों की संख्या बल के हिसाब से भाजपा गठबंधन नौ और सपा गठबंधन चार सीटों पर जीत दर्ज कर लेगा।
योगी आदित्यनाथ सरकार में पांच मंत्री ऐसे हैं जो अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। इनमें सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री नरेन्द्र कश्यप, संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास मंत्री जसवन्त सिंह सैनी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद व आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु शामिल हैं। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का भी कार्यकाल छह जुलाई को खत्म हो रहा है। ऐसे में भाजपा की ओर से छह नाम लगभग तय हैं। केवल तीन प्रत्याशियों पर मशक्कत हो रही है।
सपा एमएलसी शतरुद्र प्रकाश और बसपा के सुरेश कुमार कश्यप विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इन दोनों का कार्यकाल भी छह जुलाई को समाप्त हो रहा है। ऐसे में इन दोनों के साथ ही कुछ और नामों पर पार्टी में मंथन हो रहा है। वहीं, सपा चार में से एक सीट गठबंधन के साथी ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा को दे सकती है। अगर ऐसा होता है तो उनके बेटे अरून राजभर प्रत्याशी बनेंगे।
सूत्रों के अनुसार सपा में अन्य नामों की चर्चा चल रही है उनमें विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री पद छोड़कर सपा में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य, सहारनपुर के पूर्व विधायक इमरान मसूद व अखिलेश यादव के लिए करहल विधान सभा सीट छोड़ने वाले सोबरन सिंह यादव प्रमुख हैं। इसके अलावा सपा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह, विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष रहे संजय लाठर एवं डा. राजपाल कश्यप के नाम पर भी चर्चा चल रही है।