महंगाई के इस दौर में आम लोगों के ऊपर एक और बोझ डाल दिया गया है। बाजार में खरीदारी से पहले आप एटीएम से जो नकद निकालेंगे में उसमें भी अब आपकी जेब ढीली होगी। पहले की अपेक्षा एटीएम से निकासी पर कुछ और रुपए बढ़ा दिए गए हैं। यह शुल्क आपको तब देना होगा जब आप अपनी फ्री की लिमिट पूरी कर लेते हैं या फिर किसी दूसरे बैंक से पैसा निकालते हैं। इस नए नियम के आने के बाद लोगों की परेशानी बढ़नी है क्योंकि पैसे की कटौती 15 रुपए से आगे बढ़ गई है। आइए जानते हैं क्या कहते हैं आरबीआइ के नए नियम और कितनी होगी कटौती।
आरबीआइ ने दी अनुमति
आरबीआइ यानी रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने एटीएम से जुड़े ट्रांसजेक्शन के नियमों में बदलाव की अनुमति दे दी है। इसके तहत ग्राहक की मुफ्त पैसा निकालने की सीमा खत्म होने के बाद उसे एटीएम से पैसा निकालने पर एक निश्चित शुल्क जमा करना होगा। आरबीआइ के मुताबिक किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पर यह शुल्क बढ़ाया गया है। उदाहरण के लिए अगर आपके पास एसबीआइ का एटीएम कार्ड है और आप एक्सिस बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो आपको अब 15 रुपए नहीं बल्कि 17 रुपए देने होंगे।
ग्राहक शुल्क भी 21 रुपए किया
आरबीआइ के नए नियम के मुताबिक, ग्राहकों को एटीएम से पांच बार ही पैसा निकालने की अनुमति है। यानी उनकी जो मुफ्त की सीमा होगा वो सिर्फ पांच बार ही होगी। लेकिन अगर इसके बाद वे गैर वित्तीय लेनदेन करते हैं तो अब ग्राहकों को पांच रुपए के बदले छह रुपए देना होगा। इसके तहत वे पैसे न निकालकर अन्य कार्य एटीएम से करते हैं तो उन्हें यह शुल्क चुकाना पड़ेगा। इसके अलावा आरबीआइ ने ग्राहक शुल्क भी बढ़ाकर 21 रुपए कर दिया है।
आखिर क्यों बढ़ाया गया शुल्क
आरबीआइ ने आखिर यह शुल्क क्यों बढ़ाया इसको लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक एटीएम की लागत और उसकी रखरखाव को देखते हुए आरबीआइ ने शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया है। कई एटीएम में एसी और सुरक्षाकर्मी की सुविधा बैंकों को देनी पड़ रही है इसके अलावा 24 घंटे बिजली और अन्य खर्चों की वजह से भी यह शुल्क ग्राहकों के ऊपर डाला गया है।
एक अगस्त से लागू होगा शुल्क
यह नया नियम एक अगस्त 2021 से लागू हो जाएगा। यानी इस तारीख के बाद अगर आपने ज्यादा बार पैसा निकाला तो आपको बढ़ा हुआ शुल्क देना होगा। यही नहीं, ग्राहक अगर मेट्रो में शहर में तीन और छोटे शहरों में पांच बार एटीएम से पैसा निकालते हैं तो उन्हें कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। इसके बाद वे अगर दूसरे बैंकों से पैसा निकालते हैं तो शुल्क लगेगा। बता दें कि जून 2019 में भारतीय बैंकों के संगठन के साथ बैठक में यह पैसा बढ़ाने पर निर्णय लिया गया था। वहीं ग्राहक शुल्क 21 रुपए एक जनवरी 2022 से वसूला जाएगा। इजाजत दी है।
GB singh