लखनऊ: लखनऊ मेट्रो में टीसी व स्टोर इंचार्ज की नौकरी दिलाने के नाम पर एक कथित साप नेता पर दो युवकों से 5.70 लाख रुपये ठगने का आरोप लगा है। रुपये वापस मांगने पर जब पीडि़तों को रुपये नहीं मिले तो वह पुलिस के पास पहुंचे। अब इस मामले में हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गयी है।

खजुआ ठाकुर प्रसाद का हाता निवासी अभिषेक नौकरी की तलाश में थे। जुलाई 2016 में अभिषेक व उसके मौसेरे भाई की मुलाकात लालबाग स्थित एक होटल में प्रदीप सोनकर से हुई थी। प्रदीप सोनकर ने खुद को सपा नेता बताता था। साथ ही सरकार में अच्छी पैठ होने का दावा करता था। बातचीत के दौरान ही प्रदीप ने उसे बताया था कि मेट्रो में टीसी व स्टोर इंचार्ज की नौकरी निकली है।
अगर कोई परिचित हो तो वह नौकरी लगवा सकता है। प्रदीप की बातों में अभिषेक व उसका मौसेरे भाई आ गये। दोनों ने अपनी नौकरी के संबंध में बात की। इस पर प्रदीप ने दोनों से रुपये की मांग की। इसके बाद लालबाग स्थित होटल में उसने प्रदीप को पांच लाख व मौसेरे भाई ने 70 हजार रुपए दे दिये।
अभिषेक के मुताबिक प्रदीप ने दो महीने में नियुक्ति पत्र दिलाने का भरोसा दिया था। तय वक्त बीतने पर भी नियुक्ति पत्र नहीं मिले। जब उन लोगों ने प्रदीप से सम्पर्क किया तो उसने आचार संहिता लगने की वजह से थोड़े दिन और रूकने की बात कही। इस बीच नई सरकार का गठन हो गया। अभिषेक ने बताया कि नई सरकार बनने पर प्रदीप ने नौकरी लगवाने में असमर्थता जता दी।
दबाव बनाने पर वह रुपए लौटाने को तैयार हो गया। प्रदीप ने तीन चेक दिये जो बाउंस हो गये। अभिषेक व उसके मौसेरे भाई ने जब प्रदीप से रुपये की मांग की तो उन लोगों को धमकी मिली। ठगी का शिकार हुए अभिषेक ने हजरतगंज इंस्पेक्टर आनन्द कुमार शाही से मुलाकात की। इस मामले में हजरतगंज पुलिस ने प्रदीप सोनकर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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