केरल: सरकारी पैसों की बर्बादी की खबर अक्सर लोगों को सुनाई देती है। अफसर से लेकर राजनेता तक सरकारी पैसों को लेकर गंभीर नज़र नहीं आते हैं। ताज मामला केरल से सामने आया है। यहां सरकारी पैसे से 50 हजार रुपये का चश्मा खरीदने पर बवाल मचा हुआ है। केरल विधानसभा के अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन ने हजारों रुपये का चश्मा खरीदा है। चश्मा करीब 50000 रुपये का है और एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि इसकी कीमत का भुगतान राज्य के सरकारी खजाने से किया गया है।
बता दें कि केरल लगातार नकदी की कमी से जूझ रहा है और ऐसे में अध्यक्ष की ओर से महंगा चश्मा लेने पर विवाद बढ़ गया है। आरटीआई में खुलासा उस वक्त हुआ हैए जब सत्तारुढ़ माकपा सरकार ने कुछ दिनों पहले अपना बजट पेश किया था।
सरकार की ओर से नकदी के संकट को दूर करने के लिए वित्तीय अनुशासनों की वकालत की गई, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के लिए हुए इस खर्चे ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कोच्चि के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता डीबी बीनू ने बताया कि चश्मे पर 49900 रुपये खर्च किए गएए जिसमें उसके फ्रेम की कीमत 4900 और लेंस पर 45000 रुपये खर्च किए गए।
साथ ही उन्हें इसी साल जनवरी में 4.25 लाख रुपये इलाज के लिए दिए गए। विरोधियों के निशाने आने वाले अध्यक्ष श्रीरामकृष्णन ने सफाई में कहा कि डॉक्टरों की सलाह पर ही उन्होंने ये चश्मा लिया।
वहीं बीनू ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष की ओर से बिलों की कॉपी मांगी गई लेकिन वो नहीं दी गई। बीनू का कहना है कि वो सूचना आयोग के पास अपनी अपील लेकर जाएंगे। इससे पहले भी स्वास्थ मंत्री भी 28 हजार का चश्मा खरीदने के चलते विवादों में आए हैं।