बदांयू: एक तरफ दलित समुदाय को लेकर राजनीति अपनी चरम पर हैं। वहीं अब यूपी के बदांयू जनपद एक दलित किसान के शर्मनाक उत्पीडऩ का मामला सामने आया है। बदायूं जिले के हजरतपुर इलाके के आजमपुर बिसौरिया गांव के रहने वाले एक दलित किसान का आरोप है कि गेहूं न काटने पर उसको पेड़ से बंधा कर पीटा गया और उसकी मूंछ भी उखाड़ लीं और जूते में पेशाब पिलाया गया। इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली गयी है और मामले की जांच की जा रही है। एससी,एसटी आयोग ने भी इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस रिपोर्ट मांगी है।

बदांयू के हजरतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम आजमपुर बिसौरिया निवासी दलित सीताराम परिवार चलाने के लिए खेती के साथ मजदूरी भी करते हैं। सीताराम का आरोप है कि 23 अप्रैल की शाम गांव के ठाकुर विजय सिंह, उनके भाई शैलेंद्र, पिंकू सिंह और विक्रम सिंह ने अपने गेहूं काटने को कहा था। सीताराम ने कहा कि वह अपने खेत के गेहूं काट रहे हैं।
दो दिन बाद खाली होने पर उनके गेहूं काट देंगे। इस पर वे बौखला गए और गालियां देने लगे। विरोध पर उनको पीटा गया और जबरन अपनी चौपाल पर ले गए। जहां पेड़ से बांधकर उसे पीटा गया। इतने पर भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो मूंछ उखाड़ ली और जूते में मूत्र भरकर जबरन पिलाया। उनके चंगुल से छूटने के बाद सीताराम ने हजरतपुर थाने जाकर शिकायत की।
मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दबंगों के डर से पीडि़त सीताराम अपनी रिश्तेदारी में बरेली के थाना सुभाषनगर क्षेत्र के करेली गांव चला गए। मीडिया में इस घटना के सामने आने के बाद रविवार को हजरतपुर पुलिस ने आरोपी विजय सिंह, उसके भाई शैलेंद्र सिंहए पिंकू सिंह और विक्रम सिंह के खिलाफ गंभीर धारा रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है।
वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एससी, एसटी आयोग ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। पुलिस का कहना है कि अभी की गयी छानबीन में मारपीट की बात सामने आयी है। पीडि़त के बाकी आरोप की पुष्टिï तो नहीं हो सकी है, पर पुलिस गांव में लोगों से बातचीत कर रही है। इस बारे में जब आईजी बरेली डीके ठाकुर से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि पीडि़त की शिकायत पर उचित धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गयी है, मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है और इस मामले मेें जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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