देहरादून: प्रचंड़ बहुमत हासिल करने के बाद पिछले ही साल बनी उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार अपने खर्च को लेकर घिरती नज़र आ रही है। करीब 11 महीने के शासनकाल में 68 लाख रुपये केवल अतिथियों के जलपान और स्नैकस पर खर्च कर दिया। यह चौकाने वाला खुलसा सूचना के अधिकार तहत मांगी गई जानकारी के तहत हुआ है।
हल्द्वानी के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत सिंह गौनियों द्वारा मांगी गई जानकारी के जवाब में उत्तराखंड सरकार ने बताया कि 18 मार्च को शपथ ग्रहण करने के बाद से अब तक 68,59,865 रुपये अतिथियों के स्वागत पर खर्च किए गए हैं। इसके तहत उन्हें जलपान और स्नैकक्स परोसा गया।
इस सरकारी खर्च पर अब लोग सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री रावत से सवाल पूछ रहे हैं। गत वर्ष 18 मार्च को रावत ने सूबे के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
70 सदस्यों वाले उत्तराखंड विधानसभा में बीजेपी ने 57 सीटें जीती हैं। त्रिवेंद्र रावत के साथ 9 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। त्रिवेंद्र सिंह रावत संघ के साथ-साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। वह 2013 में बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव नियुक्त हुए।
2014 आम चुनाव से पहले जब अमित शाह को यूपी का प्रभारी बनाया गया तब रावत ने सह प्रभारी की जिम्मेदारी निभाई। झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने उन्हें राज्य का प्रभारी बनाकर भेजा था जहां पार्टी ने जीत हासिल की। रावत ने डोईवाला विधानसभा सीट से कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को 24 हजार से ज्यादा मतों से हराया था।