रिपोर्ट में कहा गया कि देश में सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अंबानी शीर्ष पर बने हुए हैं। शीर्ष तीन धनकुबेरों की सूची इस प्रकार है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में भेदभाव और कम आय वाली नौकरियों में काम करने के कारण पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को 30 फीसदी तक कम वेतन मिलता है। इतना ही नहीं भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का वेतन उस कंपनी के उच्च अधिकारी के वेतन से करीब 416 गुना तक ज्यादा होता है।
ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि महज आठ धनकुबेरों के पास आधी दुनिया की संपत्ति है। इसमें अमेरिका के ही छह अरबपतियों के नाम हैं, जबकि दो अन्य मैक्सिको और स्पेन से हैं। इनकी कुल संपत्ति 3.6 अरब जनसंख्या की संपत्ति के बराबर है।
इस वर्ष विश्व की कुल संपत्ति 2.56 लाख अरब डॉलर आंकी है। रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2015 से विश्व के एक प्रतिशत अमीरों के पास दुनिया के बाकी लागों से अधिक संपत्ति थी। जबकि अगले 20 सालों में 500 लोग 2100 अरब डॉलर की संपत्ति अपने उत्तराधिकारियों को हस्तातंरित करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की आधी गरीब आबादी की संपत्ति पहले के अनुमानों से कम रही है। वहीं, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोगों की आय में 15 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई। इससे उलट सबसे गरीब 10 फीसदी आबादी की आय में 15 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है।
ऑक्सफैम ने अमेरिकी कंपनी माइक्रोसाफ्ट के मालिक बिल गेट्स को सबसे ज्यादा अमीर बताया। उनके पास 75 अरब डॉलर (करीब 51 खरब रुपये) की संपत्ति है। जारा कंपनी के मालिक एमैनसियो ऑर्टेगा का नाम है, जिनके पास 67 अरब डॉलर (करीब 45 खरब रुपये) की संपत्ति है। वॉरेन बफेट की संपत्ति 60.8 अरब डॉलर (करीब 41 खरब रुपये) की है । इसके बाद मैक्सिको के कालरेस स्लिम,जेफ बेजोस,मार्क जुकरबर्ग,लैरी एलिसन और माइकल ब्लूमबर्ग के नाम आते हैं।