वृषभ संक्रांति में पूजा ध्यान तब और जब दान करने से इसका फल मनोवांछित प्राप्त होता है। वृषभ संक्रांति में किसी प्यासे को घर आपने पानी पिलाया है या भूखे को भोजन कराया है तो इससे बड़ा कोई पुण्य कार्य आपके लिए नहीं हो सकता। बता दें कि 14 मई को वृषभ संक्रांति मनाई जाएगी और यह दिन शुक्रवार का होगा। शुक्रवार का दिन बेहद लाभकारी और शुभकारी माना जाता है धन लक्ष्मी माता और माता संतोषी की कृपा सदैव आप पर बनी रहती है दिन मुहूर्त सभी शुभ होंगे ऐसा शुभ घड़ी में अगर आप कोई शुभ कार्य करते हैं तो उसका फल शुभ ही मिलेगा।
बात अगर शास्त्रों की करे तो मकर संक्रांति के भात ही वृषभ संक्रांति को माना गया है। इस दिन पूजा अर्चना जब तक पूजा-पाठ दान का विशेष महत्व माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार वृषभ संक्रांति के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान ध्यान करना चाहिए और तीर्थ स्थलों के समान पुण्य फल की प्राप्ति के लिए गंगा नदी में स्नान करें।
चलिए जानते हैं वृषभ संक्रांति के बारे में-
वृषभ संक्रांति के दिन सूर्य देव वृष राशि में प्रवेश करते हैं। समस्त ग्रहों के प्रधान सूर्य देव 14 मई को मेष राशि से होते हुए सूर्य राशि में गोचर करेंगे। और सूर्य देव 15 जून तक वृष राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को आत्मा मान सम्मान उच्च पद आज का द्योतक माना जाता है।
क्या है वृषभ संक्रांति
ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो सूर्यदेव 1 माह में एक राशि से दूसरी राशि में विचरण करते हैं और जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो ऐसे ही संक्रांति के रूप में जाना जाता है। वहीं अगर बात वृषभ संक्रांत की करें तो जो सूर्य भगवान अपनी उच्च राशि मेष राशि से गोचर करते हुए वृषभ राशि में प्रवेश करें तो इसे वृषभ संक्रांति कहते हैं। और जब सूर्य किसी राशि में संक्रांति करते हैं या प्रवेश करते हैं तो ऐसे में मौसम में भी कुछ परिवर्तन देखने को मिलता है।
वृषभ संक्रांति का महत्व
हर पर्व का अपना महत्व होता है जैसा कि आपने शास्त्रों में पढ़ा होगा। वृषभ संक्रांति में पूजा जब आदि धार्मिक कार्यों के करने से इसका शुभ फल प्राप्त होता है और वही अगर इस महीने आप अगर किसी प्यासे को पानी पिलाते हैं या उसके घर में नलकूप या प्याऊ लगाते हैं तो व्यक्ति को किसी यज्ञ के समान की फल की प्राप्ति होती है। वृषभ संक्रांति के दौरान आप ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें।
वंदना