डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ दुराचार मामले में सीबीआई कोर्ट की ओर से फैसला सुनाए जाने को लेकर उपजे हालात के बीच पंजाब में वीरवार को केंद्रीय सुरक्षा बलों की दस और कंपनियां पहुंच गईं।जूनियरों की रैगिंग और उनसे मारपीट के आरोप पर AIIMS के 7 छात्र हुए निलंबित….
हालांकि, केंद्र सरकार ने 250 कंपनियां भेजे जाने की पंजाब सरकार की मांग को अस्वीकार कर दिया है। वीरवार को दस कंपनियों के पहुंचने के साथ ही सूबे में अब तक केंद्रीय सुरक्षा बलों की 95 कंपनियों को तैनात किया जा चुका है। इनमें बीएसएफ की 15, सीआरपीएफ की 55 और आईटीबीपी की 10 कंपनियां शामिल हैं।
इसके साथ ही, पंजाब पुलिस ने सूबे में तैनात किए पुलिसकर्मियों की संख्या को 16,000 से बढ़ाकर 20,000 कर दी है। दो कंमाडो बटालियन को भी फील्ड में उतार दिया गया है। इन बटालियनों को चंडीगढ़ पेरीफेरी में पंजाब के इलाकों में लगाया गया है। दंगाइयों से निपटने के लिए राज्य पुलिस ने टीयरगैस और रबर बुलेट की भी पर्याप्त मात्रा जुटा ली है। वर्तमान में राज्य पुलिस के 120 एसपी, 8 डीजीपी, 12 डीआईजी और 400 डीएसपी रैंक के अधिकारी 20,000 जवानों का नेतृत्व कर रहे हैं।
चंडीगढ़ पेरीफेरी में दो कंमाडों बटालियन तैनात
पंजाब के डीजीपी (लॉ एंड आर्डर) एचएस ढिल्लों ने बताया कि मालवा क्षेत्र जहां डेरा प्रेमियों की तादाद ज्यादा है, में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की कमान आईबी के स्पेशल डायरेक्टर अशोक प्रसाद और सीआरपीएफ के आईजी संभाल रहे हैं।
इस बीच, माझा क्षेत्र के तरनतारन, गुरदासपुर, मजीठा, पठानकोट और बटाला में तैनात ज्यादातर पुलिसकर्मियों को शिफ्ट मोहाली, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मानसा, बठिंडा में तैनात किया गया है। वहीं, बुडलाढा, संगरूर, बठिंडा, बरनाला में बस सेवा रोक दी गई है।
उन्होंने बताया कि सूबे में केंद्रीय सुरक्षा बलों के अलावा पंजाब पुलिस के चार विंग आईटी एंड टी, लॉ एंड आर्डर, इंटेलिजेंस और सशस्त्र पुलिस बल हालात से निपटने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए राज्य पुलिस का साइबर क्राइम सेल सोशल मीडिया वेबसाइटों पर बारीकी से नजर रख रहा है।