कुलभूषण जाधव मामले को लेकर बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान ने कहा है कि भारत 2600 परमाणु हथियार बनाने में संक्षम हैं. पाकिस्तान ने साथ ही आरोप लगाया कि भारत उन परमाणु सामाग्रियों का इस्तेमाल हथियार बनाने के लिए करता आ रहा है, जो उसने शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए हासिल किए थे. यह भी पढ़े: ‘ऑपरेशन हुर्रियत’ से बौखलाए यासीन मलिक ने पत्रकार से की बदसलूकी, तोड़ा मोबाइल
पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने भारत के परमाणु कार्यक्रम को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता कार्यक्रम करार दिया. जकरिया ने इस्लामाबाद में संवाददाताओं से कहा कि भारत की परमाणु महत्वकांक्षा दक्षिण एशिया क्षेत्र की रणनीतिक स्थिरता के लिए खतरा है.
जकरिया ने कहा, पाकिस्तान दशकों से भारत द्वारा आयातित परमाणु ईंधन, उपकरण और टेक्नोलॉजी को दूसरे मकसद के लिए इस्तेमाल करने के खतरों की तरफ ध्यान दिलाता आ रहा है. उन्होंने कहा कि इस तथ्य को बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया जाता रहा है कि भारत का परमाणु हथियार कार्यक्रम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता कार्यक्रम है.
पाकिस्तान के इस अधिकारी ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) में स्थाई सदस्यता की भारत की कोशिशों को लेकर पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, विश्व समुदाय को इस खास समूह में नई दिल्ली को जगह देने से जुड़े खतरों पर ध्यान देना चाहिए.
बता दें कि भारत की परमाणु क्षमताओं को लेकर पाकिस्तान का यह बयान उन खबरों के बाद आया, जिसमें भारत द्वारा परमाणु हथियार उपयोग के सिद्धांत पर पुनर्विचार का जिक्र किया गया था. इस रिपोर्ट में प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थान एमआईटी में दक्षिण एशियाई परमाणु कार्यक्रमों के शीर्ष विशेषज्ञ विपिन नारंग ने दावा किया था कि भारत को अगर पाकिस्तान द्वारा परमाणु हमले की भनक लगती है, तो वह अपनी ‘नो फर्स्ट यूज़’ की नीति को त्याग कर पहले ही रक्षात्मक हमला कर सकता है.