भारत ने पाकिस्तान की ओर से जारी कुलभूषण जाधव के इकबालिया बयान वाले ताजा वीडियो को हास्यास्पद बताते हुए उसे खारिज कर दिया और कहा कि इस मामले में गढ़े हुए तथ्य सच्चाई को नहीं बदल सकते. विदेश मंत्रालय ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान दुष्प्रचार के जरिए मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय :आईसीजे: की कार्यवाही को प्रभावित करने से बचेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बाग्ले ने कहा कि ये घटनाक्रम मनगढ़ंत आरोपों पर जाधव के खिलाफ पारदर्शिता की कमी और कार्यवाहियों की हास्यास्पद प्रकृति को दर्शाते हैं. उनके कानूनी और दूतावास मदद पाने के अधिकारों का लगातार उल्लंघन किया गया और आईसीजे की कार्यवाही को पूर्वाग्रह से प्रभावित करने की कोशिश की गई. वह पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए जाधव के इकबालिया बयान वाले वीडियो पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
बाग्ले ने कहा, गढ़े हुए तथ्य सच्चाई को बदल नहीं सकते और इस तथ्य को दरकिनार नहीं सकता कि भारत और जाधव के प्रति पाक अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का उल्लंघन कर रहा है. हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान जाधव की सजा पर रोक लगाने वाले आईसीजे के आदेश का पालन करेगा और दुष्प्रचार के जरिए आईसीजे की कार्यवाही को प्रभावित करने की कोशिश से बचेगा.
पाकिस्तानी सेना ने जाधव के इकबालिया बयान वाला दूसरा वीडियो जारी किया है जिसमें जाधव को कथित तौर पर आतंकवाद और जासूसी के अपने कार्यों को स्वीकार करते हुए देखा जा सकता है. बाग्ले ने कहा कि पाकिस्तान ने सैन्य अदालत में जाधव द्वारा की गई कथित अपील के बारे में आईसीजे में खुलासा तक नहीं किया. उन्होंने कहा कि जाधव द्वारा कथित दया याचिका का विवरण और परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं और यहां कि इनके अस्तित्व के तथ्य भी संदिग्ध, छिपे हुए है. जाधव के खिलाफ कार्यवाही में पारदशर्तिा नहीं है.
इससे पहले पाकिस्तान ने दावा किया है कि पाक जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण सुधीर जाधव ने वहां के सेना प्रमुख (COA) जनरल कमर जावेद बाजवा के सामने दया याचिका दाखिल की है. कुभूषण जाधव पर पाकिस्तान सरकार ने जासूसी करने और आतंकवाद जैसे संगीन आरोप लगाए हैं, जबकि भारत सरकार उन्हें एक निर्दोष नागरिक मानती है.