स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है कि हम पौष्टिक चीजों का सेवन करें. इसमें सीजनल फल भी काफी मदद करते हैं. दरअसल, हर व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वो सीजनल फ्रूट्स खाए. इससे ना सिर्फ आप अपने मन पसंद फलों का आनंद ले पायेंगे बल्कि आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए इन्हें अपनी डाइट में शामिल भी कर सकते हैं. ऐसे में हम बात करेंगे पपीते के फायदों की. बता दें कि आप पपीते को खाली पेट भी खा सकते हैं. इसमें ना सिर्फ कैलोरी कम होती है बल्कि फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है. यही नहीं इसकी मदद से आप अपना वजन भी कम कर सकते हैं. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने के लिए भी पपीते का इस्तेमाल किया जाता है. वैसे तो पपीता खाने के कई फायदे हैं, लेकिन इस फल की एक खास बात भी है जोकि इसे अन्य फलों से कुछ अलग बनाती है.
पपीते का सेवन खाली पेट करने से विषाक्त पदार्थों को हम अपने शरीर से दूर रख सकते हैं. वहीं, अगर आपको अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाना है तो पपीता जरूर अपनी डाइट में शामिल करें. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें मौजूद पाचन एंजाइमों की मदद से आप अपनी आँतों को तंदुरुस्त रख सकते हैं. यही नहीं, पाचन संबंधी विकारों से उचित दूरी बनाने के लिए आप पपीता खा सकते हैं. अगर इसे आपने अपनी डाइट में शामिल कर लिया तो आपकी पेट फूलने ख़राब होने या कब्ज की शिकायत दूर हो जाएगी. पपीता विटामिन ए और सी का एक समृद्ध स्रोत है, जिससे इम्यूनिटी भी बढ़ाई जा सकती है. बीमारियों और संक्रमणों को दूर रखने में भी पपीता मदद कर सकता है. ब्लड फ्लो को भी पपीता बढ़ावा दे सकता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, पोटेशियम, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर पाए जाते हैं.
बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन जैसे कैरोटीनॉयड पपीते में पाए जाते हैं, जिसकी मदद से हम अपनी त्वचा में भी निखार ला सकते हैं. ऐसे में स्किन के लिए भी यह फल काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा अगर झुर्रियां दूर करनी हैं तो भी पपीता ही आपकी मदद कर सकता है. वैसे तो पपीते के कई फायदे हैं, लेकिन जो महिलाएं प्रेग्नेंट हों वो इसका सेवन ना करें क्योंकि गर्भवती महिलाओं द्वारा इसका सेवन करने से गर्भाशय का संकुचन हो सकता है. यही नहीं, जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की दिक्कत है वो भी इसका सेवन ना ही करें. साथ ही, अगर आपको दस्त आ रहे हैं तो भी पपीता खाने से बचें.