पपीता सेहत के साथ ही धार्मिक चीजों से भी जोड़ता है वह धार्मिक चीजें क्या है यह हम आपको बताएंगे। ज्योतिष कहते हैं कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त हर चीजें धर्म से जोड़ती हैं फिर चाहे वह फल फूल हो या पत्तियां हो।
सबसे पहले तो जानेंगे कि पपीता है क्या?
पपीता एक तरह का फल होता है जो हल्का नारंगी या पीला होता है पपीते की आकार की बात करो तो यह गोलाकार होता है तो कोई बेलनाकार होता है। पपीता कच्चा होता है तो हरा होता है और पकने के बाद पीला हो जाता है या फिर इसका कलर नारंगी हो जाता है। पपीता सेहत के लिए बेहद लाभकारी है पपीता खाने से सेहत पर क्या असर होता है क्या-क्या मिनरल्स हमारे शरीर में आते हैं कौन से वह गुण हैं जो पपीता खाने से हैं क्या कहते हैं इसको भी देखना जरूरी है।
क्या होते हैं पपीता खाने के फायदे
पपीता में मिनरल्स विटामिंस प्रोटीन जैसे कई गुण पाए जाते हैं हालांकि इसका स्वाद थोड़ा कड़वा गर्म टीका कब और बात कम करने में लाभकारी होता है और जल्दी हजम करने में सहायक होता है। कविता कांटे से मैं जो उसका सफेद पदार्थ निकलता है वह पाचक होता है।
पपीता कड़वा और थोड़ा सा स्वीट भी होता है पका पपीता खाने से पेट कम होता है सूजन को कम करने में सहायक होता है दर्द को कम करने में सहायक होता है वही बात की समस्या हो तो इसे भी कम करता है रक्त को शुद्ध करता है इसके साथ ही विश करने वाला और अगर आपके बाल झड़ रहे हैं तो बाल झड़ना कम करके आपके बालों को बढ़ाता है इसके साथ ही पसीना निकालने वाला और कुष्ठ नाशक होता है।
पपीते के धार्मिक महत्व
पपीते को धार्मिकता से कैसे जुड़ा जाए यह ज्योतिष शास्त्र बताते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी भी व्यक्ति का ग्रह दोष है और ग्रह दोष के चलते वात की समस्या उत्पन्न हो रही है तो ऐसे में पपीता खाना लाभकारी होता है।
ग्रहों की कमजोर हो जाने से उसका असर हमारे शरीर पर होता है जिससे कि सिर में दर्द मुंह में छाले जैसे समस्या उत्पन्न होने लगती हैं अगर व्यक्ति के मुंह में छाले उत्पन्न हो रहे हैं तो समझ जाना चाहिए किसी ग्रह दोष का असर है इसके लिए भी पपीता खाना लाभकारी होता है पपीता आपके अंदर के जो साइड इफेक्ट होते हैं उन को नष्ट करते हैं और शरीर को विटामिंस देते हैं जैसे कि मुंह के छाले घाव भरने लगते हैं और राहत मिलती है।
पीला है पपीता
पपीते का रंग पीला और नारंगी होता है और कच्चे पपीता के रंग हरा होता है और यह तीनों ही रंग जोश और उत्साह का होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रंगों का बयान महत्वता है और प्राकृतिक रंगों की बात करें जो फल से निकलते हैं फूलों से निकलते हैं वह ग्रहों को सुधारते हैं और सेहत को भी सुधारते हैं पपीता खाने से व्यक्ति ऊर्जावान होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।