डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर की जानी-मानी कंपनी पारस डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजीज ने स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है। सोमवार को इसने स्टॉक एक्सचेंज को इसके बारे में जानकारी दी।
कंपनी ने बताया है कि 7 जून 2025 को एजीएम में 99.99 प्रतिशत शेयरहोल्डर्स ने स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव को मंजूरी दी। स्प्लिट के बाद रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए शेयर खरीदना आसान हो जाएगा।
स्टॉक स्प्लिट किस अनुपात में होगा
कंपनी की घोषणा के अनुसार स्टॉक स्प्लिट 1ः2 अनुपात में होगा। अर्थात शेयरहोल्डर्स को हर एक शेयर के बदले दो शेयर मिलेंगे। अगर किसी शेयरहोल्डर के पास पारस डिफेंस के 100 शेयर हैं तो स्प्लिट के बाद उसके पास 200 शेयर हो जाएंगे। शेयर की कीमत भी उसी हिसाब से बंट जाएगी। अभी एक शेयर करीब 1600 रुपए का है, स्प्लिट के बाद एक शेयर 800 रुपये के आसपास होगा। हालांकि यह बाजार भाव पर निर्भर करेगा।
डेढ़ महीने में 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़े शेयर
पिछले महीने पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद डिफेंस सेक्टर के शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली है। उनमें पारस डिफेंस एक प्रमुख कंपनी है। बीएसई पर पिछले डेढ़ महीने में इसके शेयर 1045 रुपए से बढ़कर 1600 रुपए को पार कर चुके हैं। इस दौरान कंपनी के शेयर 54 प्रतिशत बढ़े हैं।
एक्सचेंज पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार कंपनी में प्रमोटर्स की 53.74 प्रतिशत होल्डिंग है। बाकी 46.26 प्रतिशत शेयर होल्डिंग पब्लिक की है।
पारस डिफेंस के शेयरों ने BSE पर 7 अप्रैल 2025 को 802 रुपए का 52 हफ्ते का निचला स्तर छुआ था। उसके बाद इसमें लगातार तेजी का माहौल था। 19 मई 2025 को इसके शेयरों ने 1943.601 का 52 हफ्ते का शीर्ष स्तर भी छुआ।
चौथी तिमाही में नेट प्रॉफिट लगभग दोगुना हुआ
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च 2025 के दौरान पारस डिफेंस का नेट प्रॉफिट 97% बढ़कर 19.7 करोड़ रुपए हो गया था। इसका रेवेन्यू भी करीब 80 करोड़ रुपए से 36% बढ़कर 108 करोड़ रुपए से अधिक हो गया। चौथी तिमाही के नतीजे की घोषणा के साथ कंपनी ने पहली बार 50 पैसे प्रति शेयर डिविडेंड का भी ऐलान किया था।