उत्तराखण्ड: योग गुरु व पतंजलि आयुर्वेद के सह.संस्थापक बाबा रामदेव ने घोषणा की कि उनकी कंपनी अगले साल कपड़ा उत्पादन कारोबार में कदम रखेगी। एडवरटिजमेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित गोवा फेस्ट 2018 में कहा कि लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि आप अपनी कंपनी का जींस कब बाजार में ला रहे हैं।
इसलिए हमने पारंपरिक परिधानों सहित बच्चों, पुरुषों तथा महिलाओं के लिए वस्त्र उत्पादों को अगले साल से बाजार से उतारने का फैसला किया है। रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि वो अपने स्वदेशी कपड़े की दुकानें जल्द खोलने जा रही है। इन स्टोर में बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के लिए पूरी रेंज उपलब्ध होगी।
कंपनी ने फिलहाल पहले साल में बिक्री के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का टारगेट रखा है। तिजारावाला ने कहा कि कंपनी सबसे पहले हाथ से बुने कपड़ों के अलावा मशीन से बने कपड़ों को भी बेचेगीए जिसमें डेनिम से बने कपड़े भी शामिल होगें। तिजारावाला ने कहा कि उनके स्टोर का नाम परिधान होगा। शुरुआती चरण में 250 स्टोर खोले जाएंगे।
इसके बाद इनका विस्तार किया जाएगा। पतंजलि के कपड़े बिग बाजार सहित देश के अन्य रिटेल आउटलेट्स जैसे कि खादी भवन से भी बेचे जाएंगे। बाबा रामदेव की खादी के उत्पादन में बड़े स्तर पर उतरने की योजना है। अपने आयुर्वेदिक उत्पादों के लिए जानी जाने वाली पतंजलि अब स्वदेशी कपड़ों का उत्पादन करने वाली है।
रामदेव का कहना है अगर हमारे देश में फैब इंडिया जैसी विदेशी कंपनियां खादी प्रॉडक्ट्स बेच रही हैं तो यह महात्मा गांधी और उनकी राजनीतिक विचारधारा की हत्या है। पतंजलि की कपड़ा सेक्टर के लिए बड़ी योजनाएं हैं।
लंगोट से लेकर कोट तक हर चीज बनाई जाएगी। बाबा रामदेव का कहना है कि वो विदेशी कंपनियों को भारत से भगाना चाहते हैं। पतंजलि का प्रोजेक्ट वो हर प्रोडक्ट बनाने का है जिसे विदेशी कंपनियां भारत में धड़ल्ले से बेच रही हैं। मेड इन इंडिया के उद्देश्य से प्रोडक्ट्स बनाने में लगे बाब रामदेव पहले से ही भारतीय मार्केट में छाए हुए हैं।