पेटीएम ने यूजर्स तक अपनी पहुंच बढ़ाने और अन्य प्रतिस्पर्धी एप्स को टक्कर देने के लिए नया कदम उठाया है। कंपनी ने पेटीएम ‘टैप कार्ड’ लॉन्च किया है। इस कार्ड के इस्तेमाल से यूजर्स ऑफलाइन पेमेंट कर पाएंगे यानी बिना इंटरनेट की मदद के भी पेटीएम के जरिये पेमेंट किया जा सकेगा।
ऐसे कर सकेंगे भुगतान –
कंपनी ने दावा किया है की इसके जरिये 0.5 सेकंड से भी कम समय में लेन-देन किया जा सकेगा। कंपनी ने बताया कि इसके तहत व्यापारियों को एनएफसी पीओएस टर्मिनल मिलेंगे जिसके जरिये भुगतान हो सकेगा।
पेमेंट करने के लिए यूजर्स को टैप कार्ड पर QR कोड स्कैन करना होगा। इसके बाद किसी भी एड वैल्यू मशीन से इसे वेरिफाई करके पेटीएम अकाउंट में एड किया जा सकता है।
डिजिटल इंडिया की ओर कदम बढ़ाते हुए पेटीएम ने पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने का प्रयास किया है। इसके तहत कंपनी पहले भाग के रूप में कॉर्पोरेट ओर शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी कर रहा है।
पेटीएम के सीईओ किरण के अनुसार, ‘ऐसे कई लोग है जो पेमेंट तो करना चाहते हैं, लेकिन इंटरनेट ना होने के कारण ऑनलाइन भुगतान का इस्तेमाल नहीं करते। लोगों को ऑनलाइन भुगतान करने में सक्षम बनाने के लिए ही पेटीएम टैप कार्ड को पेश किया गया है।’
इन एप्स से है पेटीएम का कड़ा मुकाबला:
गूगल तेज –
गूगल ने भारतीय डिजिटल पेमेंट सेवा में पिछले सितम्बर तेज लॉन्च कर के एंट्री की। सर्च दिग्गज गूगल की मोबाइल पेमेंट सेवा गूगल तेज आईओएस और एंड्रॉयड पर उपलब्ध है।
गूगल तेज के जरिये यूजर्स अपने बैंक अकाउंट और अन्य सेवाएं जैसे- UPI, क्यूआर कोड और फोन नंबर से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा गूगल तेज में कैश मोड का दिलचस्प फीचर भी मौजूद है। इस फीचर की मदद से यूजर्स अपने आस-पास के लोगों को पैसे भेज पाते हैं। इस फीचर में यूजर्स को पैसे ट्रांसफर करते समय बैंक अकाउंट नंबर या फोन नंबर भरने की जरुरत नहीं होती।
हाइक –
इन-हाउस मैसेजिंग ऐप हाइक, व्हाट्सएप को सीधी टक्कर देता है। पिछले कुछ महीनों में हाइक ने कई नए फीचर्स पेश किए हैं। इसमें से कुछ- स्नैपचैट-लाइक स्टोरीज, टाइमलाइन फॉर पोस्ट्स और सबसे जरुरी हाइक वॉलेट है। 2017 जून में लॉन्च हुए हाइक की भी पेटीएम की तरह अपनी वॉलेट सर्विस है। हाइक वॉलेट के जरिये यूजर्स पैसे भेज और रिसीव कर सकते हैं और मोबाइल नंबर रिचार्ज करा सकते हैं। हाइक वॉलेट में ही UPI का विकल्प मौजूद है।
ट्रूकॉलर –
ट्रूकॉलर एक ऐसी ऐप है, जिसने अपने प्लेटफार्म पर कई अलग-अलग फीचर्स उपलब्ध करवाने की कोशिश की है। इस ऐप की शुरुआत एक कॉलर आईडी की तरह हुई थी। इस फोन नंबर ढूंढ़ने वाली ऐप में ऑफर करने के लिए कई टूल्स मौजूद हैं। ट्रूकॉलर अपना कस्टम डायलर, कांटेक्ट लिस्ट और मैसेजिंग इनबॉक्स ऑफर करता है। ट्रूकॉलर का UPI तीन अलग-अलग तरीकों से कार्य करता है। इसमें पैसे भेजना, स्कैन कर के पे करना और मोबाइल बिल्स रिचार्ज करना सम्मिलित है।