पीएफ का पैसा जरूरत के वक्त काफी आता है और इसके लिए तमाम तरह की नई सहूलियतों से परिचय कराया जा रहा है ताकि लोगों को इसका पैसा निकालने में कोई दिक्कत न हो। लेकिन अब खबर मिल रही है कि अगर आपके पीएफ का खाता आपके बैंक खाते के साथ जुड़ा नहीं होगा तो दिक्कत शुरू हो सकती है। लोगों का पैसा अटक सकता है और इसके लिए आपको काफी जद्दोजहद करनी होगी। सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों को होने वाली है जिनके बैंक पिछले दिनों दूसरे बैंकों में विलय कर दिए गए हैं। ऐसे में खातेदार की पहचान से संबंधित समस्याएं आ रही हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना के चलते इपीएफओ की ओर से कर्मचारियों को निकासी में राहत मिली है लेकिन कोड में आ रही दिक्कतों के चलते कई लोगों का पैसा अटक गया था। अभी तक 75 फीसद या तीन महीने की मूल रकम निकाल सकते हैं। आइए जानते हैं किन बैंकों में यह समस्या बढ़ी है और इसके दूर करने लिए आपको क्या कदम उठाना चाहिए।
कोड का झंझट शुरू
जबसे सरकारी बैंकों का विलय हुआ है उनके आइएफएससी कोड को लेकर सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि एक अप्रैल 2021 के बाद से नया कोड सभी बैंकों को जारी किया गया है। ऐसे में कर्मचारी भाविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) ने अपने खाता धारकों को कहा है कि वे अपने बैंक की जानकारी को तुरंत अपडेट करा दें। अगर पुराने बैंकों के हिसाब से ही वे भुगतान करेंगे तो ग्राहकों को ही समस्या होगी। हालांकि यह काम आप बैंक की शाखा या फिर आनलाइन करा सकते हैं।
केवाइसी भी करानी होगी
कुछ बैंकों के विलय होने के बाद आपके खाते तो ट्रांसफर हो गए लेकिन अभी केवाईसी की समस्या कुछ खातेदारों के सामने आई है। इसे देखते हुए कहा गया है कि जिन बैंक विलय हुआ है वो नया आइएफएससी कोड लेने के लिए पुराने पासबुक और चेकबुक को बैंक को देंगे। इसके बदले उन्हें नई जरूरी सामग्री दी जाएगी। साथ ही अगर केवाइसी नहीं है तो इसे भी दस्तावेज देकर पूरा कराना होगा। जब आपका खाता अपडेट हो जाए तो इपीएफओ कार्यालय जाकर या फिर आनलाइन अपना खाता अपडेट करा सकते हैं।
इन बैंकों के खातेदारों को करनी होगी मेहनत
जानकारी के मुताबिक अभी जितने बैंकों का विलय हुआ है उनमें आंध्र बैंक, सिंडिकेट बैंक, ओरियंटल बैंक आफ कामर्स, इलाहाबाद बैंक. यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया, कारपेरेशन बैंक शामिल है। इस प्रकार आपको इन बैंकों का नया आइएफएससी कोड देना होगा। इन बैंकों का कोड न देने पर पीएफ क्लेम नहीं हो सकेगा। यह जानकारी भी इपएफओ की ओर से दी गई है। जानकारी के मुताबिक, बैंकों की ओर से खातेदारों को भी आइएफएससी कोड बदलवाने के लिए कई तरह की सहूलियत दी गई है। सिंडिकेट बैंक की ओर से भी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की गई है। खातेदारों को बैंक में आकर या फिर आनलाइन के माध्यम से अपना कोड ले सकते हैं।
GB Singh