जौनसार बावर की ऊंची पहाड़ियों के साथ ही तलहटी में बसे गांव भी बर्फ से लकदक हो गए हैं। दूर से ही बर्फ से लकदक चोटियां पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं।
शुक्रवार की रात आठ बजे से शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार की सुबह तक जारी रहा। चकराता छावनी बाजार में सुबह तक डेढ़ से दो फीट तक हिमपात हो चुका था। बर्फबारी के चलते ठंड में भारी इजाफा हो गया है।
सर्दी से बचने के लिए लोग घरों में दुबके रहे और अलाव का सहारा लिया। लोहारी, लोखंडी, कोटीकनासर, खडंबा की ऊंची पहाड़ियों पर भी सुबह 10 बजे तक बर्फबारी का दौर जारी था। पछवादून में भी तापमान गिरने से ठंड बढ़ गई है।
जनजातीय क्षेत्र की ऊंची पहाड़ियों मुंडाली, खड़ंबा, देववन, देवती, बैराटखाई, चुरानी, बुधेर, देववंद, मोल्टा, चांगशील, खादरा, बोगीधार आदि ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है।
दो साल बाद बर्फबारी
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ऊंची पहाड़ियों पर हुई बर्फबारी के बीच त्यूनी तहसील के 80 गांवों में बीती शुक्रवार की रात से अंधेरा पसरा हुआ है। लोगों को रोजमर्रा के काम निपटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जनजीवन थम सा गया है। लाइट गुल होते ही क्षेत्र की संचार सेवा भी चरमरा गई है।
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बर्फ से लकदक चोटियां।
रिपोर्ट- मुकेश जुयाल/ अमर उजाला, विकासनगर