अमरनाथ यात्रियों पर सोमवार को अनंतनाग में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है. मंगलवार को इस मामले पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक बुलाई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर ये अहम बैठक हो रही है. इस बैठक में रॉ, आईबी के अधिकारी मौजूद हैं. वहीं NSA अजित डोभाल भी बैठक में पहुंचे. इस मीटिंग के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पीएम मोदी से मिलने भी पहुंचे हैं. उन्होंने आतंकी हमले के बाद स्थिति की जानकारी पीएम को दी.

बैठक में गृह मंत्री अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा से जुड़े इंतजामों की एक बार फिर समीक्षा करेंगे.सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि आखिर यात्रियों को लेकर जा रही बस पुलिस सुरक्षा से कैसे और क्यों पीछे छूटी. अमरनाथ यात्रा पर हाई अलर्ट के बावजूद कैसे आतंकी हमले में कामयाब रहे.
घटना के तुरन्त बाद एनएसए अजित डोभाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को हालात की जानकारी दी थी. इसके साथ ही एनएसए ने तमाम सुरक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत की और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी. गृह मंत्री ने भी सभी एजेंसियों को सुरक्षा और पुख्ता करने के निर्देष दिये हैं. केंद्र सरकार ने साफ किया है कि अमरनाथ यात्रा किसी भी हालत में नहीं रोकी जाएगी.
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने घटना के बारे में एनएसए अजित डोभाल को बताया कि यात्रियों को ले जा रही बस सुबह साढ़े आठ बजे पुलिस के काफिले को छोड़कर अलग हो गयी. इसके बाद ये लोग शायद घूमने और खरीदारी करने के लिए श्रीनगर रुक गए. उसके बाद शाम पांच बजे ये बालटाल होते हुए अनंतनाग की तरफ बढ़े जहां रात 8 बजकर 20 मिनट पर इस बस पर आतंकियों ने हमला बोल दिया.
हमले में शामिल आतंकियों की संख्या 4 से 5 बताई जा रही है, जिन्होंने पहले से इस इलाके की रेकी की थी. उच्च सूत्रों के मुताबिक गुजरात की ये बस शाम 5 बजे श्रीनगर से बिना पुलिस सुरक्षा के आगे बढ़ी थी और इसमें सवार यात्री पहले ही अमरनाथ के दर्शन कर चुके थे. बस को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 5 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं, ये सभी लोग गुजरात से हैं.
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